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शुक्रवार, जनवरी 08, 2010

समीर लाल और अजय झा आने वाले हैं लेने जादू की झप्पी

अपने ब्लाग जगत के बिग-बी यानी समीर लाल और अजय कुमार झा जी ने नए साल में छत्तीसगढ़ आने का वादा किया है और वे वादा निभाने वाले हैं। समीर लाल जी तो संभवत: मार्च-अप्रैल में आएंगे, लेकिन अजय जी कब आएंगे यह तय नहीं है, लेकिन इतना जरूर तय है कि वे इस साल जरूर छत्तीसगढ़ की यात्रा करेंगे। इन दोनों की यात्रा का हम सभी को बेताबी से इंतजार है।

नए साल में हमने समीर लाल जी से उनके उस फोन नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया था जिस नंबर से उन्होंने हमें एक बार फोन किया था, पर वह नंबर नहीं लगा और उनसे बात नहीं हो सकी। लेकिन हमारी एक पोस्ट में फिर से उन्होंने यह बात लिखी है कि वे जल्द आने वाले हैं। समीर भाई संभवत: मार्च या अप्रैल में आएंगे।

इधर साल के पहले दिन जब अजय झा जी से फोन पर बातें हुईं तो उन्होंने कहा कि इस नए साल में जरूर आपसे जादू की झप्पी लेने का मौका मिलेगा। हमें उस दिन का बेताबी से इंतजार है जब हमें झा जी के साथ जादू की झप्पी लेने का मौका मिलेगा। इसी के साथ समीर लाल जी के भी गले लगने का सौभाग्य मिलेगा। यह सौभाग्य हमें ही नहीं छत्तीसगढ़ के उस हर ब्लागर को मिलेगा, जो इनसे मिलने आएंगे। हम चाहेंगे कि छत्तीसगढ़ के हर ब्लागर को समीर भाई के साथ अजय भाई से रूबरू होने का मौका मिले। इसके लिए क्या जा सकता है, इस पर जरूर विचार किया जाएगा।

13 टिप्पणियाँ:

Udan Tashtari शुक्र जन॰ 08, 06:11:00 am 2010  

आते आते अजय भाई को साथ ही लपेट लायेंगे. :)

अफसोस कि फोन नहीं उठा..क्षमाप्रार्थी हूँ. नव वर्ष शुभ हो!

मैं लगा लूँगा आपको फोन!

बेनामी,  शुक्र जन॰ 08, 06:23:00 am 2010  

हम इंतज़ार करेंगे

बी एस पाबला

अविनाश वाचस्पति शुक्र जन॰ 08, 07:05:00 am 2010  

@ उड़नतश्‍तरी

तश्‍तरी में एक कटोरी
या फिर चम्‍मच
मेरे लिए भी रखिएगा
बैठकर उसमें
आना चाहते हैं हम भी
पहले से कोई कार्यक्रम
बनाने का क्‍या है लाभ
?
बस आरक्षण मिल जाये
उड़नतश्‍तरी में
तो फिर सोचने का
नहीं है काम।

समस्‍त ब्‍लॉगजगत को
हमारा विनम्र प्रणाम।

राजकुमार ग्वालानी शुक्र जन॰ 08, 08:11:00 am 2010  

समीर जी,
क्षमा मांग कर शर्मिदा न करें। हमने एक प्रयास किया था आपसे बात करने का जिसका हमने जिक्र किया है।
आपने एक बात अच्छी लिखी है कि अजय जी को भी साथ लपेट लांगे। हम आज सुबह उठे तभी सोच रहे थे कि हम अजय भाई से आग्रह करेंगे कि आप भी उसी समय छत्तीसगढ़ आएं जब समीर भाई आएं। ऐसे में छत्तीसगढ़ के ब्लागरों को एक साथ दो-दो कोहिनूर हीरो के दर्शन हो जाएंगे। हमारे मन की बात आपने कह दी। इसी को कहते हैं कि दिल से दिल का रिश्ता हो तो एक से दूसरे दिल तक बात अपने आप पहुंच जाती है।

आप दोनों के आने का सबको इंतजार है

छत्तीसगढ़ के हर ब्लागर का दिल बेकरार है

दिनेशराय द्विवेदी शुक्र जन॰ 08, 08:11:00 am 2010  

दोनों का आगमन छत्तीसगढ़ को बहुत मुबारक हो।

राजकुमार ग्वालानी शुक्र जन॰ 08, 08:15:00 am 2010  

समीर जी,
क्षमा मांग कर शर्मिदा न करें। हमने एक प्रयास किया था आपसे बात करने का जिसका हमने जिक्र किया है।
आपने एक बात अच्छी लिखी है कि अजय जी को भी साथ लपेट लाएंगे। हम आज सुबह उठे तभी सोच रहे थे कि हम अजय भाई से आग्रह करेंगे कि आप भी उसी समय छत्तीसगढ़ आएं जब समीर भाई आएं। ऐसे में छत्तीसगढ़ के ब्लागरों को एक साथ दो-दो कोहिनूर हीरो के दर्शन हो जाएंगे। हमारे मन की बात आपने कह दी। इसी को कहते हैं कि दिल से दिल का रिश्ता हो तो एक से दूसरे दिल तक बात अपने आप पहुंच जाती है।
आप दोनों के आने का सबको इंतजार है
छत्तीसगढ़ के हर ब्लागर का दिल बेकरार है

राजीव तनेजा शुक्र जन॰ 08, 08:25:00 am 2010  

आप सब से मिलने का तो अपना भी मन कर रहा है ....

बेनामी,  शुक्र जन॰ 08, 08:32:00 am 2010  

राजीव जी,

मन कर रहा, तो मन बनाईए ना :-)

छत्तीसगढ़ के ब्लॉगर प्रसन्न हैं,
आपकी चाहत से
प्रत्येक ब्लॉगर की ऐसी चाह्त से

बी एस पाबला

राजकुमार ग्वालानी शुक्र जन॰ 08, 08:38:00 am 2010  

राजीव जी,
आपका मन कर रहा है आने को और हम लोग का मन है आपसे मिलने को, फिर देर किस बात की है, आप भी बना लीजिए उसी समय कार्यक्रम अपने समीर और अजय भाई के आने के समय। आप भी आ गए तो छत्तीसगढ़ के सिर पर तो कोहिनूरों की तिकड़ी सज जाएगी। स्वागत है आपका हम सब ब्लागरों की तरफ से तहे दिल से।

ताऊ रामपुरिया शुक्र जन॰ 08, 09:55:00 am 2010  

बहुत सुखद खबर.ईमतजार है.

रामराम.

अजय कुमार झा शुक्र जन॰ 08, 11:16:00 pm 2010  

राज भाई सुना था कि धूमकेतुओं का मिलन होने वाला है अब लगता है कि सच सुना था , आपका हुक्म और उडन जी के साथ के लिए तो हम कुछ भी कर जाएं , हमें भी बेसब्री से प्रतीक्षा है आप सबके गले लगने की , तो बस जल्दी ही मिलते हैं न

शरद कोकास बुध जन॰ 13, 03:12:00 pm 2010  

आइये मेहरबाँ ..बैठिये जाने जाँ .. । शरद कोकास दुर्ग (छत्तीसगढ )

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