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रविवार, अगस्त 07, 2011

70 की रफ्तार से चलेंगी साइकिलें

गांधी चौक से साइकिलों का काफिला निकालेगा और कुछ ही दूरी पर जाते ही साइकिलें 70 किलो मीटर की रफ्तार से दौड़ने लगेंगी। यह नजारा राजधानी में नजर आएगा 14 अगस्त को जब यहां पर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में देश भर के 120 से ज्यादा खिलाड़ी अपनी साइकिलों से रफ्तार का जादू दिखाने का काम करेंगे। स्पर्धा में विजेता खिलाड़ियों के लिए साढ़े तीन लाख की इनामी राशि भी रखी गई है।
छत्तीसगढ़ में पहली बार आयोजित की जा रही अपने तरह की एक अलग स्पर्धा के बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में छह माह पहले ही संघ बनाया गया और संघ बनते ही राष्ट्रीय स्तर का आयोजन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मंशा के अनुरुप किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भिलाई में जब पहरी राज्य स्पर्धा का आयोजन कुछ समय पहले किया गया था, तभी मुख्यमंत्री ने उस कार्यक्रम में राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन करने के लिए कहा था। उनकी बातों पर अमल करते ही राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन राजधानी में किया जा रहा है। स्पर्धा के बारे में उन्होंने बताया कि करीब 60 किलो मीटर की रेस में देश के 120 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भाग लेंगे। रेस का प्रारंभ गांधी चौक से होगा। खिलाड़ी तेलीबांधा थाने से वापस गांधी चौक तक एक बार नहीं बल्कि सात बार आएंगे तब उनकी रेस पूरी होगी। उन्होंने बताया कि साइकिलों को राजधानीवासियों को पहली बार 70 किलो मीटर की रफ्तार से चलते हुए देखने का रोमांच दिखेगा। श्री अग्रवाल ने बताया कि स्पर्धा के पहले होने वाली साइकिल रैली में फिल्म स्टार मीनिशा लांबा भी शामिल होंगी। यह रैली आम जनों के लिए होगी जो 8.30 बजे प्रारंभ होगी।
आदिवासी खिलाड़ियों में है दम
अंतरराष्ट्रीय कोच सुधीर पाटिल ने बताया कि बस्तर के आदिवासी खिलाड़ियों में सर्वे से पता चला है कि ऐसे जिंस हैं जिससे ये खिलाड़ी तकनीकी जानकारी होने पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत सकते हैं। बस्तर के खिलाड़ियों को तैयार करने का काम में कर रहा हूं। उन्होंने दावा किया कि दो साल के अंदर छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी देश के लिए पदक जीतने लायक हो जाएंगे। इन खिलाड़ियों को साइकिल रेस की जानकारी देने प्राथमिक तौर पर 15 से 16 हजार कीमत की 11 साइकिलों की व्यवस्था संघ ने की। श्री पाटिल ने बताया कि वे इस समय प्रदेश के 40 खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देकर तैयार कर रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्पर्धा में तो छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी नहीं खेल पाएंगे,क्योंकि अभी ने उस स्तर के नहीं हैं, लेकिन उनके लिए एक अलग से स्पर्धा करवाई जा रही है। इस स्पर्धा के टॉप पांच खिलाड़ियों को पुरस्कार भी दिए जाएंगे।

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