tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post5135277523088893924..comments2023-11-02T17:32:44.955+05:30Comments on राजतन्त्र: दौड़-दौड़ कर खरीदा ट्रेक्टरराजकुमार ग्वालानीhttp://www.blogger.com/profile/08102718491295871717noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-62364261877314273072011-01-17T20:04:25.736+05:302011-01-17T20:04:25.736+05:30उन बेचारियों को भागना पड़ा जबकि 'वाहियात लोग&#...उन बेचारियों को भागना पड़ा जबकि 'वाहियात लोग' घर बैठे ही जुगाड लेते हैं :( <br /><br />हमने भी पैदल पैदल चलके संदकरमरी में चुनाव ड्यूटी की थी कभी !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-951734402159584432011-01-17T14:24:16.221+05:302011-01-17T14:24:16.221+05:30उन्हें इसी तरह जीवन की दौड़ में लगातार सफलता मिले...उन्हें इसी तरह जीवन की दौड़ में लगातार सफलता मिले.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.com