tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post6664472996319894802..comments2023-11-02T17:32:44.955+05:30Comments on राजतन्त्र: नापसंद के चटके वाला बाक्स बैर ही पैदा करेगाराजकुमार ग्वालानीhttp://www.blogger.com/profile/08102718491295871717noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-840733121794930012009-10-05T08:52:37.245+05:302009-10-05T08:52:37.245+05:30नापसंद का चटका लगाने की जरूरत है। niceनापसंद का चटका लगाने की जरूरत है। niceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-84648368221257498672009-10-04T22:31:40.537+05:302009-10-04T22:31:40.537+05:30ये सब चोचले हैं।ये सब चोचले हैं।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-34465844811178870952009-10-04T22:22:13.192+05:302009-10-04T22:22:13.192+05:30पसंद....नापसंद...हू केयर्स:)पसंद....नापसंद...हू केयर्स:)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-83243346782347051522009-10-04T14:30:51.946+05:302009-10-04T14:30:51.946+05:30राज भाई ..हमारे विचार से तो सारे बटन तोड डाले जाये...राज भाई ..हमारे विचार से तो सारे बटन तोड डाले जायें..और शर्ट को खुला कर दिया जाये..लहराने के लिये..या सिर्फ़ कुरता ही दिया जाये पहनने के लिये...वो भी बिना बटन वाला ही हो.....<br /><br />अगर लिखे में दम होगा तो वह अपनी जगह और अपने पाठक अपने आप ढूंढ लेगा....रही बात उपयोग दुरूपयोग की ..दोनो ही पहलू साथ साथ चलते हैं..सो चलेंगे ही..वैसे इस बटन का औचित्य तो मुझे भी कुछ खास समझ में नहीं आया..अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-28851921010266586182009-10-04T10:16:52.561+05:302009-10-04T10:16:52.561+05:30आपके विचार से मैं भी सहमत। पसंद बटन होना चाहिए पर ...आपके विचार से मैं भी सहमत। पसंद बटन होना चाहिए पर नापसंद नहीं।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-21822506072085713412009-10-04T08:49:13.306+05:302009-10-04T08:49:13.306+05:30पसंद ने क्या कम दुश्मनियाँ की है , राजकुमार जी? जो...पसंद ने क्या कम दुश्मनियाँ की है , राजकुमार जी? जो आप कह रहे हैं कि नापसंद के चटके वाला बॉक्स बैर ही पैदा करेगा!!<br /><br /><a href="http://www.google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow"> बी एस पाबला</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-67880593966371650952009-10-04T08:41:55.735+05:302009-10-04T08:41:55.735+05:30राजकुमार जी, आपकी चिंता सही है, यही मुद्दा मैंने क...राजकुमार जी, आपकी चिंता सही है, यही मुद्दा मैंने कल आपकी पोस्ट पर अपनी टिप्पणी में एक प्रश्न के ज़रिए पूछा था...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-19241240472778232982009-10-04T08:32:13.745+05:302009-10-04T08:32:13.745+05:30राजकुमार जी !!
वैसे किसी को पता नहीं चलेगा कि किस...राजकुमार जी !!<br />वैसे किसी को पता नहीं चलेगा कि किसने नापसंद का चटका लगाया ?<br /><br />बाकी पसंद - नापसंद को माया समझिये और काम पर चलिए!!<br /><br /><a href="http://primarykamaster.blogspot.com/2009/10/blog-post.html" rel="nofollow"><"मिड डे मील ....... पढ़ाई-लिखाई सब साढ़े बाइस !!"</a>प्रवीण त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/02126789872105792906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-45857959988969619102009-10-04T08:10:27.407+05:302009-10-04T08:10:27.407+05:30जितने खुलासे हुए हैं उस के बाद पसंद का ही क्या महत...जितने खुलासे हुए हैं उस के बाद पसंद का ही क्या महत्व रह गया है? फिर नापसंद?दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-588724441747747712009-10-04T08:05:15.271+05:302009-10-04T08:05:15.271+05:30ठीक कहते है आपठीक कहते है आपUnknownhttps://www.blogger.com/profile/08938060975224497818noreply@blogger.com