tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post6923420620724053742..comments2023-11-02T17:32:44.955+05:30Comments on राजतन्त्र: क्या सेना में दम है नक्सलियों से निपटने काराजकुमार ग्वालानीhttp://www.blogger.com/profile/08102718491295871717noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-60858664339500359132010-05-14T13:22:04.771+05:302010-05-14T13:22:04.771+05:30टिप्पणी-४
अब हमार ई लेक्चर बहुते लंबा हुई रहा है. ...टिप्पणी-४<br />अब हमार ई लेक्चर बहुते लंबा हुई रहा है. हम इहां टिप्पू चच्चा से अपील करूंगा कि चच्चा आप जहां कहीं भी हो अब लौट आवो. अब तो अनूपवा भी पिंटू को बुला रहा है वैसन ही हम तौका बुलाय रहे हैं. हम तुम मिलकर इस अनूपवा, ज्ञानदत्तवा और इन छर्रे लोगों की अक्ल ठीक कर देंगे, लौट आवो चच्चाजी..आजावो..हम आपको मेल किया हूं बहुत सारा...आपका जवाब नाही मिला इस लिये आपको बुलाने का लिये ई टिप्पणी से अपील कर रहा हूं. अनूपवा भी अपना दूत भेज के ऐसन ही टिप्पणी से पिंटू को बुलाय रहा है. त हमहूं सोच रहे हैं कि आप जरुर लौट आवोगे. <br /><br />चच्चाजी सारा ब्लाग्जगत तुम्हरे साथ है. आकर इन दुष्टों से इस ब्लाग जगत को मुक्त करावो. सोनी जी के शब्दों मे तटस्थता भी अपराध है. हे चच्चा टिप्पू सिंह जी आपके अलावा अऊर किसी के वश की बात नाही है. अब तक केवल अनूपवा अऊर उसका छर्रा ही था अब त एक बहुत बडा हाथ मुंह पर धरे बडका आफ़सर भी न्याया धीश बन बैठा है. आवो च्च्चा टिप्पूसिंह जी...औ हम आपको मेल किया हूं. मुझे आपकी टिप्पणी चर्चा मे चर्चा कार बनावो. क्योंकि मेरी पोस्ट पर तो इन लोगों के दर से कोई आता ही नही है. <br /><br />अब हम अपने बारे मा बता देत हूं... हम सबसे पुराना ब्लागर हूं. जब अनूपवा भी नही थे ज्ञानदत्तवा भी नाही थे और समीरलालवा भी नाही थे. ई सब हमरे सामने पैदा भये हैं. अब हम आगया हूं अऊर चच्चा टिप्पू सिंह का इंतजार कर रहा हूं. अब आरपार की बात करके रहेंगे.<br /><br />इस हिसाब से हम आप सबके दद्दाजी लगते हैं औ हमे दद्दा ढपोरसिंह के नाम से पुकारा जाये. <br /><br />छर्रे का मतलब ज्ञानदत्तवा स्टाइल मा समझा देत हैं.<br /><br />छर्रे = pupil = प्युपिल = चेलवा = शिष्य = पढा जाये :- अव्यस्क व्यक्ति<br /><br />श्रंखला जारी रहेगी............ढपो्रशंखhttps://www.blogger.com/profile/14074234658513322278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-44598420002780949252010-05-14T13:21:22.782+05:302010-05-14T13:21:22.782+05:30टिप्पणी-२
४. ज्ञानदत्त ने जो पोस्ट लिखी वो उसकी ...टिप्पणी-२ <br />४. ज्ञानदत्त ने जो पोस्ट लिखी वो उसकी और फ़ुरसतिया की सोची समझी रणनीती थी. ये दोनों लोग सारे ब्लागरों को बेवकूफ़ समझते हैं. इनको आजकल सबसे बडी पीडा यही है कि इन दोनों का जनाधार खिसक चुका है. समीरलाल को लोकप्रिय होता देखकर ये जलने लेगे हैं.<br /><br />ज्ञानदत्त ने जानबूझकर अपनी पोस्ट मे समीरलाल के लेखन को इस लिये निकृष्ट बताया कि उसको मालूम था इस पर बवाल मचेगा ही. और बवाल का फ़ायदा सिर्फ़ और सिर्फ़ मिलेगा ज्ञानदत्त अऊर अनूप को. और वही हुआ जिस रणनीती के तहत यह पोस्ट लिखी गई थी. समीरलाल के साथ साथ ज्ञानदत्त अऊर अनूप भी त्रिदेवों में शामिल होगये. अबे दुष्टों क्या हमारे त्रिदेव इतने हलकट हैं कि तुम जैसे चववन्नी छाप लोग ब्रह्मा विष्णु महेश बनेंगे? अपनी औकात मत छोडो.<br /><br />५. ज्ञानदत अऊर अनूप ऐसे कारनामे शुरु से करते आये हैं. इसके लिये हमारी पोस्ट <a href="http://dhaporsankh.blogspot.com/2010/05/blog-post_9004.html" rel="nofollow">'संभाल अपनी औरत को नहीं तो कह चौके में रह'</a> का अवलोकन कर सकते हैं. और इनकी हलकटाई की एक पोस्ट आँख की किरकिरी की पढ सकते हैं. ज्ञानदत्तवा के चरित्तर के बारें मा आप असली जानकारी बिगुल ब्लाग की <a href="http://sonirajkumar.blogspot.com/2010/05/blog-post_12.html" rel="nofollow">"ज्ञानदत्त के अनाम चमचे ने जारी की प्रेस विज्ञप्ति"</a> इस पोस्ट पर पढ सकते हैं जो कि अपने आप मे सौ टका खरी बात कहती है.<br /><br />६. अब आया जाये तनिक अनूप शुक्ल पर = इस का सारा चरित्तर ही घिनौना और हलकट है. इसकी बानगी नीचे देखिये और अब तो आप को हम हमेशा ढूंढ ढूंढ कर बताता ही रहूंगा. <br /><br />शेष भाग अगली टिप्पणी में....ढपो्रशंखhttps://www.blogger.com/profile/14074234658513322278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-90892390364016737742010-05-14T13:20:58.070+05:302010-05-14T13:20:58.070+05:30टिप्पणी-१
हम उडनतश्तरी पर राजकुमार सोनी साहब की ...टिप्पणी-१ <br />हम उडनतश्तरी पर <a href="https://www.blogger.com/comment.g?blogID=23257105&postID=6486634650956395956" rel="nofollow">राजकुमार सोनी साहब की टिप्पणी </a> का सौ प्रतिशत समर्थन करते हुये अपना बात नीचे रखना चाहूंगा. अगर आप में दम हो तो इसको जस का तस छापिये अऊर अगर आप भी अपने आपको त्रिदेव समझते हो तो रहने दिजिये.<br /><br />१. यह सत्य है कि आज समीरलाल के इर्द गिर्द या आसपास भी कोई ब्लागर कसी मामले में नही टिकता. <br /><br />२. जानदत्तवा अऊर अनूपवा का पिराब्लम ही सबसे बडा ई है कि वो दोनो अपने आपको सबका बाप समझते हैं. और समीरलाल की प्रसिद्धि से जलते हैं. समीरलाल ने यह प्रसिद्धि अपने बल पर और मेहनत पर पाई है.<br /><br />३, जैसा कि उपर सोनी जी ने कहा कि ज्ञानदत्तवा अपने आपको सबसे बडा जज समझता है जो कि खुद कलर्क बनने के काबिल नही है. उसको ये समझना चाहिये कि ये तीन चार साल पुराना ब्लागजगत नही है जो उसकी अफ़सरी को लोग सहन करेंगे बल्कि अब उससे भी बडे बडॆ अफ़सर ब्लागरी कर रहेहैं. अच्छा हुआ रेल का इंजन ब्लाग पर दौडाना छोड दिया अऊर ब्लाग पर हाथ गाल पर टिका के बैठ गया.<br /><br />क्रमश:......ढपो्रशंखhttps://www.blogger.com/profile/14074234658513322278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-50643119024422396962010-05-14T10:08:28.359+05:302010-05-14T10:08:28.359+05:30बस्तर में सेना की तैनाती का मतलब पूरे बस्तर को सेन...बस्तर में सेना की तैनाती का मतलब पूरे बस्तर को सेना के हवाले करना होगा। इससे बहुत सी तकनीकी दिक्कतें आने की संभावना है। एक सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वहां का विकास पूरी तरह प्रभावित हो जाएगा। <br />दरअसल, सेना की तैनाती का मसला आदिवासियों के वजूद को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा। अलबत्ता, वायुसेना की मदद से नक्सलियों के ठिकानों पर हवाई हमले जरूर हो सकते हैं।नरेश सोनीhttps://www.blogger.com/profile/08779421955913717212noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-32420127531253012082010-05-14T08:30:02.178+05:302010-05-14T08:30:02.178+05:30सेना में दम क्या ,बेहद दम और ईमानदारी भरा दमदार जज...सेना में दम क्या ,बेहद दम और ईमानदारी भरा दमदार जज्बा भी है ,लेकिन उनकी असल कमान भ्रष्ट और बेदम लोगों के हाथ में है ,जिससे सारा दम छू मंतर हो जाता है / इन बेदम लोगों से सेना को मुक्त कराने की जरूरत है /honesty project democracyhttps://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.com