tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post7057480521159612495..comments2023-11-02T17:32:44.955+05:30Comments on राजतन्त्र: क्या प्यार जताने चिपक कर बैठना जरूरी है?राजकुमार ग्वालानीhttp://www.blogger.com/profile/08102718491295871717noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-43131919464525188952010-03-05T23:35:05.062+05:302010-03-05T23:35:05.062+05:30लो भैया,
कल लो बात, आपको कैसे पता कि वो पति पत्नी ...लो भैया,<br />कल लो बात, आपको कैसे पता कि वो पति पत्नी हैं और प्रेमी युगल नहीं हैं?<br />क्या पति पत्नी के जीवन से रोमांस शादी के बाद ख़त्म हो जाता है? भैया खुश रहो, चिल रहो...<br />सब समझदार हैं, जो जैसा चाहे करने दो, यकीन मानो संस्कृति ताले में सुरक्षित है, चिपक के बैठने से देश रसातल में नहीं चला जाएगा. ;-)Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-30237471911659828722010-03-05T21:05:48.701+05:302010-03-05T21:05:48.701+05:30आप कहें तो हम कल ही एक अध्यादेश जारी कर दें कि कोई...आप कहें तो हम कल ही एक अध्यादेश जारी कर दें कि कोई औरत मर्द से चिपककर नहीं बैठेगी । पर करेंगे नहीं क्योंकि हमारे देश में औरतों की पहले ही से बहुत किल्लत है, बचीकुची बाइक से गिर गिरकर मर जाएंगी ।विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-17539631445877366782010-03-05T19:45:01.188+05:302010-03-05T19:45:01.188+05:30नहीं जनाब प्यार तो खड़े खड़े भी किया जा सकता है .. ह...नहीं जनाब प्यार तो खड़े खड़े भी किया जा सकता है .. हा हासमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-24703433229191392352010-03-05T16:36:04.358+05:302010-03-05T16:36:04.358+05:30जहाँ जगह की कमी होगी, ऐसा दिखना लाजिम बात है. कभी ...जहाँ जगह की कमी होगी, ऐसा दिखना लाजिम बात है. कभी कभार घरों में भी अन्य सदस्यों की मौजूदगी में साथ साथ घूमना, बैठना मुश्किल होता है सो बाहर में थोड़ी आजादी है.<br /><br />जब आपको प्रेमी युगलों से ऐतराज नहीं है तो विवाहित युगलों से भी शिकायत नहीं होना चाहिए. हाँ, सार्वजनिक स्थानों पर फूहड़पन जरुर शिकायत के दायरे में आएगा.<br /><br />बुरा न माने, इस पोस्ट में कोई ख़ास वजन नहीं है.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-9629216777726378752010-03-05T15:52:27.161+05:302010-03-05T15:52:27.161+05:30हाहाहा..इस सवाल के उत्तर में एक बार एक युवा ने मुझ...हाहाहा..इस सवाल के उत्तर में एक बार एक युवा ने मुझसे कहा " भाईसाहब इस बाइक की सीट की बनावट को देखिये ,यह पीछे की ओर इतनी ऊँची है कि बैठनेवाला ( या वाली) अपने आप सामने वाले से चिपक जाता है ।"शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-8165201775317661282010-03-05T15:08:27.609+05:302010-03-05T15:08:27.609+05:30पति-पत्नी के चिपककर बैठने को शायद नज़दीकी के अहसास...पति-पत्नी के चिपककर बैठने को शायद नज़दीकी के अहसास के तौर पर भी देखा जा सकता है। उसमें दूसरी कोई भावना नहीं हो सकती है क्योंकि आपने खुद कहा है कि वो घऱ में तो साथ रहते ही हैं। <br />और एक कारण ये भी हो सकता है बाइक पर जगह ही कितनी होती है, कितना भी दूर बैठे सड़क की वजह से झटके लगते ही फिर पास आ जाते होंगे।yellowhttps://www.blogger.com/profile/09272967514108780139noreply@blogger.com