tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post7072954905340962910..comments2023-11-02T17:32:44.955+05:30Comments on राजतन्त्र: क्या अभिनेता और खिलाडिय़ों का देश के विकास में हाथ नहीं होता?राजकुमार ग्वालानीhttp://www.blogger.com/profile/08102718491295871717noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-25702041596461488932010-02-13T13:42:23.375+05:302010-02-13T13:42:23.375+05:30अभिनेताओं का तो बिलकुल ही नहीं होता.....अभिनेताओं का तो बिलकुल ही नहीं होता.....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-70127088251184333512010-02-13T11:58:43.206+05:302010-02-13T11:58:43.206+05:30इतना बड़ा देश,इतनी बड़ी जनसंख्या और पदक?इस बारे मे क...इतना बड़ा देश,इतनी बड़ी जनसंख्या और पदक?इस बारे मे कोई कहे तो बुरा नही लगता भाई लोगों को।राष्ट्रीय खेल हाकी जिसके जादुगर हमारे देश के ही थे,क्रिकेट मे स्पिन के जादुगर हमारे ही देश के थे,अब न हाकी का जादू दिखता है और न स्पिन के्।बाकी दुसरे खेलों के बारे मे तो बात करना ही बेकार है।हाकी मे ओलंपिक मे गोल्ड कब मिला था अब तो सोचना पड़ता है।क्या इस बारे मे कभी सोचते हैं भाई लोग?रामदेव बाबा की बातों से मैं भी सहमत नही हूं मगर इसका मतलब ये भी तो नही है कि खेल का स्तर सुधारने की बजाये बाबा को सुधारने मे लग जाये।उनका काम वो करें और अपना काम अपन करें।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-65388966310127935072010-02-13T11:51:56.657+05:302010-02-13T11:51:56.657+05:30kahe ramdev baba ke piche pade hai, unke kuch bhi ...kahe ramdev baba ke piche pade hai, unke kuch bhi kahne se kaya hoata haiAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-75852446190116499322010-02-13T11:48:12.218+05:302010-02-13T11:48:12.218+05:30santo ki baton ka bura nahi manana chahiyesanto ki baton ka bura nahi manana chahiyerahul jainnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-71235984122633844392010-02-13T11:47:09.910+05:302010-02-13T11:47:09.910+05:30रामदेव बाबा को विवाद पैदा करने की आदत है।
ye bat b...रामदेव बाबा को विवाद पैदा करने की आदत है।<br />ye bat bilkul sahi haivinod kumarnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-48422862107003167112010-02-13T10:39:43.051+05:302010-02-13T10:39:43.051+05:30ये ठीक है की विकसित देशों के खिलाड़ी अच्छे होते हैं...ये ठीक है की विकसित देशों के खिलाड़ी अच्छे होते हैं.. ज्यादा पदक जीतते हैं.. लेकिन आप भूल रहे हैं की उन खिलाडियों या अभिनेताओं की वजह से देश विकसित नहीं होता... बल्कि देश के संपन्न होने की वजह से अच्छे खिलाडी निकलते हैं...<br />यहाँ तो 'घर में नहीं हैं दाने, अम्मा चलीं भुनाने' वाली बात है... जो खिलाडी मित्र इस बात से आहत हो रहे हैं उन्हें याद दिलाएं की देश उनसे नहीं चल रहा.. वो देश से चल रहे हैं..<br />निश्चय ही वे देश का गौरव हैं और सम्मान उनसे मिलता है... लेकिन सिर्फ उन्ही से मिल्ताहो ऐसा भी नहीं है... इस तरह तो विज्ञान, तकनीक और साहित्य वाले कुछ नहीं कर रहे देश के लिए...<br />सब का बराबर योगदान है कोई देश के लिए धन अर्जित कर रहा है तो कोई मान..<br />जय हिंद... जय बुंदेलखंड...दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-3254394660238347092010-02-13T08:45:36.193+05:302010-02-13T08:45:36.193+05:30योग गुरु कभी कोई बात गलत नहीं कहते हैं। इस अज्ञानी...योग गुरु कभी कोई बात गलत नहीं कहते हैं। इस अज्ञानी संसार को उनकी बातों को मतलब समझ नहीं आता है तो कोई क्या कर सकता है। खिलाडिय़ों और अभिनेताओं के कारण देश बर्बाद हो रहा है।ek bhkatnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-63729643990446026302010-02-13T08:30:55.220+05:302010-02-13T08:30:55.220+05:30खिलाडिय़ों के योगदान के आगे पूरा देश नतमस्तक होता ह...खिलाडिय़ों के योगदान के आगे पूरा देश नतमस्तक होता है, खिलाडिय़ों को देश के विकास से भला कैसे अलग किया जा सकता है। रामदेव बाबा को विवाद पैदा करने की आदत है।sanjaynoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-82239289169607761092010-02-13T08:29:15.814+05:302010-02-13T08:29:15.814+05:30रामदेव बाबा जैसे संतों की बातों पर ध्यान देना ही न...रामदेव बाबा जैसे संतों की बातों पर ध्यान देना ही नहीं चाहिए। ये वही कहते है जिससे उनकी वाह-वाही हो।Anonymousnoreply@blogger.com