tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post7772909629441124021..comments2023-11-02T17:32:44.955+05:30Comments on राजतन्त्र: ब्लागवाणी में सही जानकारी देने वालों का ही पंजीयन होराजकुमार ग्वालानीhttp://www.blogger.com/profile/08102718491295871717noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-67472603889602928692009-10-01T21:47:49.805+05:302009-10-01T21:47:49.805+05:30राज कुमार भाई बात में दम है आपके..मगर यहां मसिजीवि...राज कुमार भाई बात में दम है आपके..मगर यहां मसिजीवि जी के तर्क से भी सहमत हूं..हालांकि मैंने यहां बेनामी लोगों और बेनामी टिप्पणियों को हमेशा नकारात्मक संदर्भों मे ही ज्यादा इस्तेमाल होते देखा है.....बहस सार्थक दिशा में बध रही है...अभी फ़िर आते हैं..अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-42395456101726199542009-10-01T20:47:58.147+05:302009-10-01T20:47:58.147+05:30यह प्रतिक्रिया पुन: जल्दबाजी की ही है... आप छद्मन...यह प्रतिक्रिया पुन: जल्दबाजी की ही है... आप छद्मनामों से लिखने वालों को बिरादरी बाहर करके ब्लॉगिंग को ब्लॉगिंग न रहने देने की तरफदारी कर रहे हैं.... ये सही है कि ब्लॉगिंग में कही गई बातें सुनना कई बार अप्रिय लगता है पर वे बाते सामने आती हैं क्योंकि लोगों के मन में होती हैं... अत: ब्लागिंग को ऐसा ही अनगढ़ माध्यम कयों न रहने दिया जाए जहॉं जो चाहे नाम से लिखे... चाहे छद्म नाम से। सतर्क, सेंसरवाले मीडिया रूप तो वैसे ही भतेरे हैं। एक थोड़ा अराजक मीडिया भी चलने दें।मसिजीवीhttps://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-81673370023814946122009-10-01T19:53:27.360+05:302009-10-01T19:53:27.360+05:30बिलकुल सही यह पर्सनल आयिदेंटिटी को प्रमाणित करने व...बिलकुल सही यह पर्सनल आयिदेंटिटी को प्रमाणित करने वाला हो -ताकि लोग गम्भीरता से ब्लॉग जगत में रहें और कुछ उत्तरदायित्व भी समझे !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-5072204206135873512009-10-01T19:10:52.567+05:302009-10-01T19:10:52.567+05:30भैया मेरा क्या होगा? मेरे पास तो मोबाईल भी नहीं ह...भैया मेरा क्या होगा? मेरे पास तो मोबाईल भी नहीं है। <br />:(सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-10759151394204476142009-10-01T17:59:09.328+05:302009-10-01T17:59:09.328+05:30सही कहा आपने। फर्जी आईडी वालों पर बैन लगना चाहिए।
...सही कहा आपने। फर्जी आईडी वालों पर बैन लगना चाहिए।<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">-Zakir Ali ‘Rajnish’</a> <br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">{ Secretary-TSALIIM </a><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">& SBAI }</a>adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-39355861245415746902009-10-01T11:33:55.970+05:302009-10-01T11:33:55.970+05:30आपका सुझाव सटीक है, जी ।
बस इतना ही करना है कि, पँ...<i><br />आपका सुझाव सटीक है, जी ।<br />बस इतना ही करना है कि, पँजीकरण प्रारूप में फोन नम्बर और शहर / स्थान / गाँव का पिन कोड भरना अनिवार्य हो, <br />वैसे ही पसँद पर चटका लगाने वाले को ब्लागवाणी पर पँजीकृत अपना मेल आई.डी. भरना आवश्यक हो ।<br />इन सबके लिये किसी बड़े तामझाम वाले साफ़टवेयर की आवश्यकता भी नहीं है ।<br />शुल्क के लिये पेपाल डोनेशन बटन लगाना ही पर्याप्त है, जैसी जिसकी श्रद्धा.. कोई बाध्यता नहीं !<br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-14758798839824300232009-10-01T10:37:41.967+05:302009-10-01T10:37:41.967+05:30शुल्क की बात क्युकी मैने उठाई हैं इसलिये फिर कह रह...शुल्क की बात क्युकी मैने उठाई हैं इसलिये फिर कह रही हूँ की शुल्क अग्रीगाटर पर अपना ब्लॉग दीखाने का होगा । शुल्क से ब्लॉग करने या ना करने का क्या लेना देना हैं । ब्लॉग तो आप लिख ही सकते हैं पर वो ब्लोग्वानी पर नहीं दिखे अगर आप शुल्क ना दे ।<br /><br />आज एक दिन ब्लोग्वानी बंद हुआ और ब्लोगिंग पर विराम लग गया कल को अगर किसी वजह से ये सेवा बिकुल बंद हो जाए तो !!!!!!!!!! क्या आप ब्लॉग लिखना बंद करदेगे<br /><br /> पैसा दे कर सेवा को रेगुलर करवा लिया जाए ताकि कभी ये सेवा बंद ना हो ।<br /><br />किसी को जो आप को फ्री सेवा दे रहा हैं इतने सुझाव तो दिये जा रहे हैं पर १०० रुपए महीने का शुल्क नहीं दिया जा सकता । हिन्दी आप की सेवा करे आप को आपके आलेखों के लिये पैसा दे पर हम और आप हिन्दी के लिये १०० रुपया महिना भी नहीं दे सकतेब्लोग्वानी पर सदस्यता शुल्क लगा दे १२०० रुपए प्रति साल और जो ब्लॉगर ये शुल्क दे वही ब्लोग्वानी कि सुविधा को उठाये ।http://mypoeticresponse.blogspot.com/2009/09/blog-post.htmlnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-18547848397238448112009-10-01T09:35:45.762+05:302009-10-01T09:35:45.762+05:30बिलकुल सटीक सुझाव है गुरुबिलकुल सटीक सुझाव है गुरुguruhttps://www.blogger.com/profile/14551048687333448418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-57526104579967742662009-10-01T09:28:44.782+05:302009-10-01T09:28:44.782+05:30@ रंजन जी,
गलत बातों को रोकने के लिए कुछ तो तकलीफ...@ रंजन जी, <br />गलत बातों को रोकने के लिए कुछ तो तकलीफें हम लोगों को भी उठानी ही पड़ेगी। अगर आप मोबाइल की सुविधा के लिए सही जानकारी दे सकते हैं तो फिर ब्लागिंग के लिए क्यों नहीं? आईडी फर्जी जरूर हो सकती है, हम यह दावा नहीं कर रहे हैं कि ऐसा करने से सब रूक जाएगा लेकिन अंकुश तो लग ही सकता है। अगर ब्लागवाणी में एक लाख से ज्यादा लोग भी हो जाए तो ऐसे-ऐसे साफ्टवेयर हैं जिनके सहारे वेरीफेकशन करना कठिन नहीं होगा। जहां तक शुल्क की बात है तो इसको ऐच्छिक जरूर किया जा सकता है। जो सक्षम हैं वो शुल्क दें, जो सक्षम नहीं हैं वे कहां से देंगे। क्या शुल्क देने में जो सक्षम नहीं हैं उनको लिखने का अधिकार नहीं है। एक जमाने में लेखकों को लिखने के कागज के लाले रहते थे। आज तो कम्प्यूटर का जमाना है। लेखकों को पैसे मिलने चाहिए, न की उनसे लेना चाहिए। किसी सच्चे लेखक के बारे में क्या आपने कभी सुना है कि उन्होंने पैसे देकर अपने लेख छपवाएं हैं। जिनको छपने का रोग होगा वे जरूर ऐसा कर सकते हैं। अच्छी बातों के अमल में कुछ दिक्कतें तो जरूर आती हैं। अब कुछ पाने के लिए कुछ तो खोना पड़ेगा<br />@ मोडरेशन से बेनामी हो जाएंगे गुमनामी, समझे मिस्टर बेनामीराजकुमार ग्वालानीhttps://www.blogger.com/profile/08102718491295871717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-29774314102458182542009-10-01T09:18:30.101+05:302009-10-01T09:18:30.101+05:30very good suggestions ,welcomevery good suggestions ,welcomeहरिओम तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/09757848088356407481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-34221971631267216462009-10-01T09:17:22.498+05:302009-10-01T09:17:22.498+05:30phir email id ke liye proof.. blogger ke liye proo...phir email id ke liye proof.. blogger ke liye proof.. socho blogvani par 100000 users ho jaaye to unaka id verification kaun karega.. our masik shulk ke liye aap mana kar rahe he.. or kya id farzi nahi hote..रंजन (Ranjan)https://www.blogger.com/profile/04299961494103397424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-91139419953648440562009-10-01T09:16:56.576+05:302009-10-01T09:16:56.576+05:30vary good suggestions ,welcome .vary good suggestions ,welcome .हरिओम तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/09757848088356407481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-73534128737605840462009-10-01T09:15:58.520+05:302009-10-01T09:15:58.520+05:30गलत टिप्पणी करने वालों को कैसे रोकेंगे?गलत टिप्पणी करने वालों को कैसे रोकेंगे?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-19196047981058601132009-10-01T09:10:28.933+05:302009-10-01T09:10:28.933+05:30रापके सुझाव से सहमत हैं आभार्रापके सुझाव से सहमत हैं आभार्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-30410337407847863362009-10-01T09:09:53.826+05:302009-10-01T09:09:53.826+05:30लगे रहो मुन्ना भाई,हमारा वोट आप ही को है, आपने एक ...लगे रहो मुन्ना भाई,हमारा वोट आप ही को है, आपने एक आवश्यक मुद्दे की बात कही,छ्द्म नामो का पन्जीयन न हो और शुल्क न दो और न लो वाली बात ठीक है,तुम्हारी भी जय-हमारी भी जय,ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-75368251421449258902009-10-01T08:57:21.281+05:302009-10-01T08:57:21.281+05:30किसी भी क्षेत्र में जब गलत लोग आ जाते हैं तो बवाल ...किसी भी क्षेत्र में जब गलत लोग आ जाते हैं तो बवाल मचता है। गलत लोगों को आने से रोकने के लिए कुछ तो करना ही चाहिए, अच्छा सुझाव हैanuhttps://www.blogger.com/profile/11103008051466267362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-55852222801524113202009-10-01T08:47:56.768+05:302009-10-01T08:47:56.768+05:30आपके सुझाव अच्छे हैं। आपने काफी सोच समझकर लिखा है ...आपके सुझाव अच्छे हैं। आपने काफी सोच समझकर लिखा है राजकुमार जी।श्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.com