tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post804885630539520041..comments2023-11-02T17:32:44.955+05:30Comments on राजतन्त्र: ब्लागिंग का जुनून फिल्मों के जुनून पर भारीराजकुमार ग्वालानीhttp://www.blogger.com/profile/08102718491295871717noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-937720299259819962009-12-04T20:32:01.181+05:302009-12-04T20:32:01.181+05:30बिल्कुल सही जुनून कुछ ऐसा ही है इस शौक का..बिल्कुल सही जुनून कुछ ऐसा ही है इस शौक का..विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-73738494603106747112009-12-04T17:04:58.986+05:302009-12-04T17:04:58.986+05:30आपकी लत तो चलो अच्छी हैआपकी लत तो चलो अच्छी हैvinodnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-91484220827296304032009-12-04T13:03:07.183+05:302009-12-04T13:03:07.183+05:30आपकी लत तो चलो अच्छी है,बाकि पिक्चर न देखने के लिए...आपकी लत तो चलो अच्छी है,बाकि पिक्चर न देखने के लिए वे खुद जिम्मेवार है...देखने वाली फिल्मे बन ही कहाँ रही है...सो ब्लोगिंग करो...RAJNISH PARIHARhttps://www.blogger.com/profile/07508458991873192568noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-49212313796933152672009-12-04T09:41:34.458+05:302009-12-04T09:41:34.458+05:30कभी तो समय निकाल कर, नशे मे ही सही, हमारे टॉकिज मे...कभी तो समय निकाल कर, नशे मे ही सही, हमारे टॉकिज में भी आओ..हर हफ्ते दो फिल्म बदलते हैं. :) ललित जी स्कूटर में ही बैठकर चले आओ!! हा हा!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-67812675628001183172009-12-04T09:41:33.131+05:302009-12-04T09:41:33.131+05:30कभी तो समय निकाल कर, नशे मे ही सही, हमारे टॉकिज मे...कभी तो समय निकाल कर, नशे मे ही सही, हमारे टॉकिज में भी आओ..हर हफ्ते दो फिल्म बदलते हैं. :) ललित जी स्कूटर में ही बैठकर चले आओ!! हा हा!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-85518337087856570012009-12-04T09:30:26.395+05:302009-12-04T09:30:26.395+05:30सुबह 5 बजे से ही लगे हैं स्टुडेंट कन्शेसन वाली खिड...सुबह 5 बजे से ही लगे हैं स्टुडेंट कन्शेसन वाली खिड्की पे आई कार्ड लेके, एक टिकिट तुम्हारे लिए भी लेना है क्या।.......किसकी? अरे यार! ब्लाग दर्शन की और किसकी।ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-906208060476674822.post-5519025754873622342009-12-04T09:17:30.862+05:302009-12-04T09:17:30.862+05:30हर कार्य की एक उम्र होती है, इसलिए उसी के हिसाब से...हर कार्य की एक उम्र होती है, इसलिए उसी के हिसाब से प्राथमिकताएं तय होती हैं। जो भी नया है उसी का नशा पहले चढ़ता है। लेकिन मैं आपको दाद देती हूँ कि आप एक दिन में चार फिल्में देख लेते थे। ऐसा लग रहा है जैसे आजकल बुफे सिस्टम का खाना हो। एक ही प्लेट में गुलाबजामुन भी और दहीबड़ा भी।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.com