शेख समीर के वंदेमातरम् पर क्या विचार है?
हमारे एक मुसलमान मित्र हैं, शेख समीर। 26-11 को मुबंई हमले की याद में उन्होंने हमें जो एसएमएस भेजा उसका मजमून लिख रहे हैं। इस एसएएस की शुरुआत जहां उन्होंने वंदेमातरम् से की, वहीं अंत जय हिन्द, जय भारत के किया।
वंदेमातरम्
आंसू का कोई रंग नहीं
दर्द की कोई जात नहीं
क्या डराएंगे हमें ये आतंकवादी
जितना खुद कोई ईमान नहीं
इन लाइनों के नीचे लिखा गया है कि मुबंई में 26 नवंबर को हुई घटना में मारे गए आम जनों के साथ पुलिस वालों को सलाम है। अंत में लिखा है
जय हिन्द, जय भारत।
इस एसएमएस ने हमें एक बार फिर से उन मुसलमान मित्रों की याद दिला दी जो वंदेमातरम् को लेकर बिना वजह विवाद खड़ा कर रहे हैं। शेख समीर का यह एसएमएस भी एक जवाब है उन वंदेमातरम् विरोधियों को की चंद विवाद करने वालों को छोड़कर किसी मुसलमान को वंदेमातरम् या जय हिन्द बोलने और लिखने से भी परहेज नहीं है। हो सकता है किसी वंदेमातरम् विरोधी को यह बात झूठ लगे ऐसे लोग हमें अपना मोबाइल नंबर भेजे दें हम उनको वह एसएमएस भेज देंगे जो हमें हमारे मित्र ने भेजा है।
इस बारे में हमारी ब्लाग बिरादरी के मित्र क्या सोचते हैं, उनके विचार आमंत्रित हैं।