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शुक्रवार, अगस्त 26, 2011

सूची लीक करने वाले पर कार्रवाई होगी

राज्य खेल पुरस्कारों की सूची जारी होने से पहले ही लीक होने के मामले में खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहा कि मामले की जांच कराने के साथ ही दोषी अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
 खेल मंत्री ने कहा कि विभाग के किसी अधिकारी ने अगर सूची जारी करने से पहले सूची को लीक करने का काम किया है   तो यह विभाग की गोपनीयत भंग करने की श्रेणी में आता है। ऐसे अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। खेलमंत्री को बताया गया कि सूची लीक होने के कारण ही पावरलिफ्ंिटग संघ ने वीर हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए चुने गए प्रशिक्षक हरीनाथ को निलंबित करने का काम किया है, और उनको पुरस्कार से वंचित करने के लिए विभाग को पत्र लिखा है। इस मामले में खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि हरीनाथ को पुरस्कार से वंचित करने का सवाल ही नहीं उठता है, पहले देखा जाएगा कि मामला क्या है। संघ ने प्रशिक्षक पर जो कार्रवाई अगर नियमानुसार की होगी, और उस कार्रवाई से विभाग अगर संतुष्ट होगा तभी कोई कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि वैसे भी कोच का चयन उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर किया गया है, उनको वर्तमान में किसी कारण से निलंबित किया गया है तो उससे फर्क नहीं पड़ता है। विभाग मामले की जांच में लगा है।
खेल विभूति सम्मान केवल एक खिलाड़ी भिनसेंट लकड़ा को ही दिए जाने के बारे में खेलमंत्री ने कहा कि यह तो जूरी का फैसला था, इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। क्या बाकी खिलाड़ी पात्र नहीं थे, के सवाल पर खेलमंत्री ने कहा कि इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकती हूं, जूरी का फैसला सर्वमान होता है।
खेलमंत्री ने पूछने पर बताया कि विभाग के सेटअप के लिए प्रयास हो रहे हैं, उम्मीद है जल्द इसको मंजूरी मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि नए जिलों  के लिए कोई परेशानी नहीं होगी अगर सेटअप मंजूर हो जाता है। राष्ट्रीय खेलों की तैयारी पर उन्होंने कहा कि इसकी तैयारी में विभाग लगा है इसके लिए डीपीआर बनाने की तैयारी चल रही है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अकादमियों को भी जल्द मंजूरी मिल जाएगी, हमारा ध्यान इस समय साइंस कॉलेज के मैदान में बने हास्टल पर है। उसका कुछ काम बचा है जिसके लिए 13 लाख की राशि मंजूर कर दी गई है। हास्टल पूरा होने पर वहां अकादमियों प्रारंभ की जाएगी।
19 खिलाड़ियों को राज्य खेल पुरस्कार
प्रदेश के 19 खिलाड़ियों के साथ एक प्रशिक्षक और एक निर्णायक का चयन राज्य के खेल पुरस्कारों के लिए किया है। इसी के साथ 305 खिलाड़ियों को नकद राशि पुरस्कार के लिए चुना गया है। इन सभी खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह 29 अगस्त को खेल दिवस के दिन सम्मानित करेगें।
यह जानकारी पत्रकार वार्ता में देते हुए खेलमंत्री लता उसेंडी ने बताया कि हमारा विभाग हर साल जूनियर, सीनियर खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षकों और निर्णायकों को पुरस्कार देता है। इस बार कुल 21 को खेल अलंकरण से सम्मानित किया जाएगा। इसमें 6 शहीद कौशल यादव, 5 शहीद राजीव पांडे, 7 पंकज विक्रम और एक प्रशिक्षक और एक निर्णायक वीर हनुमान सिंह के साथ एक पुराने खिलाड़ी को खेल विभूति सम्मान के लिए चुना गया है।
पुरस्कार पाने वाले
शहीद राजीव पांडे: अंजनी पटेल पैराओलंपिक, रोसिता केरकेट्टा पावरलिफ्टिंग, अनिता शिंदे भारोत्तोलन, सीमा सिंह बास्केटबॉल, एम. अनिता राव हैंडबॉल।
शहीद कौशल यादव: एल. दीपा, संगीता मंडल (बास्केटबॉल), केशव साहू भारोत्तोलन, जया कुंजाम कराते, संध्या उर्वशा पावरलिफ्टिंग, सुष्टि नाग तैराकी।
वीर हनुमान सिंह: हरीनाथ प्रशिक्षक पावरलिफ्टिंग, आर राजेन्द्रन निर्णायक मुक्केबाजी।
पंकज विक्रम: सुरेश सिंह वालीबॉल, ज्योति पटेल फुटबॉल, पी. किशोर जूडो, श्रद्धा सोनवानी तीरंदाजी, मनोज धृतलहरे साफ्टबॉल, राजेश कुमार बेसबॉल, फारुख अहमद खान कैरम।
खेल विभूति : भिनसेंट लकड़ा हॉकी।  

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रविवार, जुलाई 19, 2009

पाइका से निखारेंगे खेलों को


प्रदेश की खेल मंत्री सुश्री लता उसेंडी ने कहा कि प्रदेश में खेलों को निखारने का काम पाइका योजना के माध्यम से किया जाएगा। इस योजना से हर गांव में खेलों की सुविधाएं हो जाएंगी। इस योजना को प्रदेश में लागू करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार गंभीरता से काम कर रही है। केन्द्रीय खेल मंत्री एमएस गिल ने भी हम लोग विभाग के अधिकारियों के साथ जाकर मिले हैं और छत्तीसगढ़ में खेलों के विकास के लिए केन्द्र से मदद मांगी गई है। वहां से भी पूरी मदद देने का आश्वासन दिया गया है।


ये बातें खेल मंत्री लता उसेंडी ने डिग्री कॉलेज में राज्य नेटबॉल चैंपियनशिप के उद्घाटन अवसर पर कहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेलों के विकास के लिए प्रदेश सरकार नई-नई योजनाओं पर काम कर रही है। केन्द्र सरकार की पाइका योजना पर प्रदेश में गंभीरता से काम चल रहा है। इस योजना के लिए केन्द्र से बजट भी मिल गया है। हमारी सरकार ने तो पहले ही इसके लिए २ करोड़ ६६ लाख का बजट पा कर दिया है। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय मंत्री एमएल गिल से मिलने वह खुद खेल सचिव सुब्रत साहू और खेल संचालक जीपी सिंह के साथ गई थी। वहां पर श्री गिल से छत्तीसगढ़ में खेलों के विकास पर गंभीर चर्चा हुई है। उन्होंने साई की सारी योजनाओं का लाभ भी छत्तीसगढ़ को देने की बात कही है। उनको यहां आमंत्रित भी किया गया है। वे छत्तीसगढ़ आने को सहमत है। केन्द्रीय खेल मंत्री को छत्तीसगढ़ सरकार की प्रतिभा खोज योजना के बारे में पूरी जानकारी दी गई। इस योजना ने उनको बहुत ज्यादा प्रभावित किया है। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ हर खेल के खिलाडिय़ों को मिलेगा। इस योजना से प्रदेश की गांवों में छुपी हुई प्रतिभाएँ सामेन आएंगी।


राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी लेंगे


सुश्री उसेंडी ने कहा कि उनका विभाग प्रदेश में २०१४ के राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी लेने के प्रयास में है। इसके लिए जैसे ही योजना बनाई गई तो मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह ने इस पर तुरंत सहमति जताई और कहा कि मेजबानी ली जाए। उन्होंने बताया कि अब बजट में मेजबानी लेने के लिए जो दो करोड़ पचास लाख की राशि लगनी है उसका प्रावधान किया जाएगा और मेजबानी लेने में कोई कसर नहीं छोंड़ेगे। उन्होंने नेटबॉल के मैदान के लिए कहा कि खिलाडिय़ों के लिए मैदान की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि वैसे भी प्रदेश सरकार राज्य के खेल मैदानों को सुरक्षित रखने के लिए एक विधेयक विधानसभा में लाने वाली है। खेल मंत्री ने खिलाडिय़ों से कहा कि हारने वाली टीम जब अगली बार यहां खेलने आए तो वह इस पर जरूर ध्यान दे कि वह किस कारण से हारी थी। अगर हार के कारणों को आप दूर करने में सफल होंगे तो सफलता आपको जरूर मिलेगी।


मेजबानी के लिए विद्याचरण की मदद लेंगे


कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व मंत्री और नेटबॉल संघ के अध्यक्ष विधान मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिल सके इसके लिए ओलंपिक संघ के आजीवन अध्यक्ष विद्याचरण शुक्ल की भी मदद ली जाएगी। अगर श्री शुक्ल का आर्शीवाद रहा तो मेजबानी मिल ही जाएगी। उन्होंने खेल मंत्री सुश्री उसेंडी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके खेल मंत्री बनने के बाद पहली बार प्रदेश में राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी लेने की अहम पहल की गई है। उनकी पहल को बेकार जाने नहीं दिया जाएगा।


सरकार और खेल संघों का लक्ष्य एक


खेल संचालक जीपी सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार और खेल संघों का एक मात्र लक्ष्य खेलों की विकास करना है। ऐसे में छत्तीसगढ़ देश का ऐसा पहला राज्य है जिसने खेल संघों के साथ मिलकर सब जूनियर और जूनियर स्तर की राज्य चैंपियनशिप का आयोजन हर खेल में करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि ये दोनों वर्ग ऐसे हैं जिन वर्गों की प्रतिभाओं को निखारा जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी खेल संघ के पदाधिकारियों और खिलाडिय़ों को कोई भी परेशानी हो तो वे उनसे भी सीधे आकर खेल संचालनालय में मिल सकते हैं।


कार्यक्रम में उपस्थित नेटबॉल संघ के महासचवि संजय शर्मा ने नेटबॉल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि २०१० के कामनवेल्थ खेलों के लिए भारत की संभावित टीम में छत्तीसगढ़ की तीन खिलाडिय़ों प्रीति बंछोर, नेहा बजाज और शकुंतला पटेल को रखा गया है। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त संचालक ओपी शर्मा ने किया।

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