सूची लीक करने वाले पर कार्रवाई होगी
राज्य खेल पुरस्कारों की सूची जारी होने से पहले ही लीक होने के मामले में खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहा कि मामले की जांच कराने के साथ ही दोषी अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
खेल मंत्री ने कहा कि विभाग के किसी अधिकारी ने अगर सूची जारी करने से पहले सूची को लीक करने का काम किया है तो यह विभाग की गोपनीयत भंग करने की श्रेणी में आता है। ऐसे अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। खेलमंत्री को बताया गया कि सूची लीक होने के कारण ही पावरलिफ्ंिटग संघ ने वीर हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए चुने गए प्रशिक्षक हरीनाथ को निलंबित करने का काम किया है, और उनको पुरस्कार से वंचित करने के लिए विभाग को पत्र लिखा है। इस मामले में खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि हरीनाथ को पुरस्कार से वंचित करने का सवाल ही नहीं उठता है, पहले देखा जाएगा कि मामला क्या है। संघ ने प्रशिक्षक पर जो कार्रवाई अगर नियमानुसार की होगी, और उस कार्रवाई से विभाग अगर संतुष्ट होगा तभी कोई कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि वैसे भी कोच का चयन उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर किया गया है, उनको वर्तमान में किसी कारण से निलंबित किया गया है तो उससे फर्क नहीं पड़ता है। विभाग मामले की जांच में लगा है।
खेल विभूति सम्मान केवल एक खिलाड़ी भिनसेंट लकड़ा को ही दिए जाने के बारे में खेलमंत्री ने कहा कि यह तो जूरी का फैसला था, इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। क्या बाकी खिलाड़ी पात्र नहीं थे, के सवाल पर खेलमंत्री ने कहा कि इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकती हूं, जूरी का फैसला सर्वमान होता है।
खेलमंत्री ने पूछने पर बताया कि विभाग के सेटअप के लिए प्रयास हो रहे हैं, उम्मीद है जल्द इसको मंजूरी मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि नए जिलों के लिए कोई परेशानी नहीं होगी अगर सेटअप मंजूर हो जाता है। राष्ट्रीय खेलों की तैयारी पर उन्होंने कहा कि इसकी तैयारी में विभाग लगा है इसके लिए डीपीआर बनाने की तैयारी चल रही है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अकादमियों को भी जल्द मंजूरी मिल जाएगी, हमारा ध्यान इस समय साइंस कॉलेज के मैदान में बने हास्टल पर है। उसका कुछ काम बचा है जिसके लिए 13 लाख की राशि मंजूर कर दी गई है। हास्टल पूरा होने पर वहां अकादमियों प्रारंभ की जाएगी।
19 खिलाड़ियों को राज्य खेल पुरस्कार
प्रदेश के 19 खिलाड़ियों के साथ एक प्रशिक्षक और एक निर्णायक का चयन राज्य के खेल पुरस्कारों के लिए किया है। इसी के साथ 305 खिलाड़ियों को नकद राशि पुरस्कार के लिए चुना गया है। इन सभी खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह 29 अगस्त को खेल दिवस के दिन सम्मानित करेगें।
यह जानकारी पत्रकार वार्ता में देते हुए खेलमंत्री लता उसेंडी ने बताया कि हमारा विभाग हर साल जूनियर, सीनियर खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षकों और निर्णायकों को पुरस्कार देता है। इस बार कुल 21 को खेल अलंकरण से सम्मानित किया जाएगा। इसमें 6 शहीद कौशल यादव, 5 शहीद राजीव पांडे, 7 पंकज विक्रम और एक प्रशिक्षक और एक निर्णायक वीर हनुमान सिंह के साथ एक पुराने खिलाड़ी को खेल विभूति सम्मान के लिए चुना गया है।
पुरस्कार पाने वाले
शहीद राजीव पांडे: अंजनी पटेल पैराओलंपिक, रोसिता केरकेट्टा पावरलिफ्टिंग, अनिता शिंदे भारोत्तोलन, सीमा सिंह बास्केटबॉल, एम. अनिता राव हैंडबॉल।
शहीद कौशल यादव: एल. दीपा, संगीता मंडल (बास्केटबॉल), केशव साहू भारोत्तोलन, जया कुंजाम कराते, संध्या उर्वशा पावरलिफ्टिंग, सुष्टि नाग तैराकी।
वीर हनुमान सिंह: हरीनाथ प्रशिक्षक पावरलिफ्टिंग, आर राजेन्द्रन निर्णायक मुक्केबाजी।
पंकज विक्रम: सुरेश सिंह वालीबॉल, ज्योति पटेल फुटबॉल, पी. किशोर जूडो, श्रद्धा सोनवानी तीरंदाजी, मनोज धृतलहरे साफ्टबॉल, राजेश कुमार बेसबॉल, फारुख अहमद खान कैरम।
खेल विभूति : भिनसेंट लकड़ा हॉकी।
खेल मंत्री ने कहा कि विभाग के किसी अधिकारी ने अगर सूची जारी करने से पहले सूची को लीक करने का काम किया है तो यह विभाग की गोपनीयत भंग करने की श्रेणी में आता है। ऐसे अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। खेलमंत्री को बताया गया कि सूची लीक होने के कारण ही पावरलिफ्ंिटग संघ ने वीर हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए चुने गए प्रशिक्षक हरीनाथ को निलंबित करने का काम किया है, और उनको पुरस्कार से वंचित करने के लिए विभाग को पत्र लिखा है। इस मामले में खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि हरीनाथ को पुरस्कार से वंचित करने का सवाल ही नहीं उठता है, पहले देखा जाएगा कि मामला क्या है। संघ ने प्रशिक्षक पर जो कार्रवाई अगर नियमानुसार की होगी, और उस कार्रवाई से विभाग अगर संतुष्ट होगा तभी कोई कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि वैसे भी कोच का चयन उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर किया गया है, उनको वर्तमान में किसी कारण से निलंबित किया गया है तो उससे फर्क नहीं पड़ता है। विभाग मामले की जांच में लगा है।
खेल विभूति सम्मान केवल एक खिलाड़ी भिनसेंट लकड़ा को ही दिए जाने के बारे में खेलमंत्री ने कहा कि यह तो जूरी का फैसला था, इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। क्या बाकी खिलाड़ी पात्र नहीं थे, के सवाल पर खेलमंत्री ने कहा कि इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकती हूं, जूरी का फैसला सर्वमान होता है।
खेलमंत्री ने पूछने पर बताया कि विभाग के सेटअप के लिए प्रयास हो रहे हैं, उम्मीद है जल्द इसको मंजूरी मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि नए जिलों के लिए कोई परेशानी नहीं होगी अगर सेटअप मंजूर हो जाता है। राष्ट्रीय खेलों की तैयारी पर उन्होंने कहा कि इसकी तैयारी में विभाग लगा है इसके लिए डीपीआर बनाने की तैयारी चल रही है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अकादमियों को भी जल्द मंजूरी मिल जाएगी, हमारा ध्यान इस समय साइंस कॉलेज के मैदान में बने हास्टल पर है। उसका कुछ काम बचा है जिसके लिए 13 लाख की राशि मंजूर कर दी गई है। हास्टल पूरा होने पर वहां अकादमियों प्रारंभ की जाएगी।
19 खिलाड़ियों को राज्य खेल पुरस्कार
प्रदेश के 19 खिलाड़ियों के साथ एक प्रशिक्षक और एक निर्णायक का चयन राज्य के खेल पुरस्कारों के लिए किया है। इसी के साथ 305 खिलाड़ियों को नकद राशि पुरस्कार के लिए चुना गया है। इन सभी खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह 29 अगस्त को खेल दिवस के दिन सम्मानित करेगें।
यह जानकारी पत्रकार वार्ता में देते हुए खेलमंत्री लता उसेंडी ने बताया कि हमारा विभाग हर साल जूनियर, सीनियर खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षकों और निर्णायकों को पुरस्कार देता है। इस बार कुल 21 को खेल अलंकरण से सम्मानित किया जाएगा। इसमें 6 शहीद कौशल यादव, 5 शहीद राजीव पांडे, 7 पंकज विक्रम और एक प्रशिक्षक और एक निर्णायक वीर हनुमान सिंह के साथ एक पुराने खिलाड़ी को खेल विभूति सम्मान के लिए चुना गया है।
पुरस्कार पाने वाले
शहीद राजीव पांडे: अंजनी पटेल पैराओलंपिक, रोसिता केरकेट्टा पावरलिफ्टिंग, अनिता शिंदे भारोत्तोलन, सीमा सिंह बास्केटबॉल, एम. अनिता राव हैंडबॉल।
शहीद कौशल यादव: एल. दीपा, संगीता मंडल (बास्केटबॉल), केशव साहू भारोत्तोलन, जया कुंजाम कराते, संध्या उर्वशा पावरलिफ्टिंग, सुष्टि नाग तैराकी।
वीर हनुमान सिंह: हरीनाथ प्रशिक्षक पावरलिफ्टिंग, आर राजेन्द्रन निर्णायक मुक्केबाजी।
पंकज विक्रम: सुरेश सिंह वालीबॉल, ज्योति पटेल फुटबॉल, पी. किशोर जूडो, श्रद्धा सोनवानी तीरंदाजी, मनोज धृतलहरे साफ्टबॉल, राजेश कुमार बेसबॉल, फारुख अहमद खान कैरम।
खेल विभूति : भिनसेंट लकड़ा हॉकी।
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें