खिलाड़ी राजहरा के, नोटिस कांकेर जिले को
पावरलिफ्टिंग संघ ने खेल विभाग के नोटिस पर जो जवाब दिया है, वह काफी गोलमोल है। संघ ने दल्लीराजहरा के खिलाड़ियों को निलंबित किया है, पर नोटिस भेजा है कांकेर जिला संघ को। खेल संचालक जीपी सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सहायक संचालक जेपी नापित को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की जाएगी।
24 घंटे में मांगे गए 16 बिंदुओं के जवाब में संघ के आधे बिंदुओं पर जवाब दिया है। संघ ने एक तरफ अपने जवाब में राज्य के खिलाड़ियों की सूची में निलंबित किए जाने वाले पांच खिलाड़ियों रोहणी, संतोषी विभोर, प्रेरणा रानी, कमलेश कुमारी और रितु कुमार के साथ कोच हरीनाथ को दल्लीराजहरा का बताया है, लेकिन इन खिलाड़ियों को निलंबित करने के लिए नोटिस की जो प्रति भेजी है, वहां कांकेर जिला संघ के नाम है। संघ ने नाडा के बारे में कोई जानकारी नहीं भेजी है कि वहां की टीम से संपर्क किया गया या नहीं, वहां से कोई टीम डोपिंग की जांच करने आई या नहीं। कार्यकारिणी की विशेष बैठक के नियमों के साथ निलंबित करने के अधिकार के बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
इस मामले में खेल संचालक जीपी सिंह कहते हैं कि संघ का जवाब संतोषजनक नहीं है, इसलिए जांच अधिकारी नियुक्ति किया गया है। उनकी रिपोर्ट आने पर ही देखेंगे कि मामले में क्या करना है। उन्होंने पूछने पर कहा कि हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए चुने गए हरीनाथ के खिलाफ संघ ने कोई ठोस सबूत नहीं दिया है, इसलिए उनको पुरस्कार से वंचित करने का सवाल ही नहीं है।
24 घंटे में मांगे गए 16 बिंदुओं के जवाब में संघ के आधे बिंदुओं पर जवाब दिया है। संघ ने एक तरफ अपने जवाब में राज्य के खिलाड़ियों की सूची में निलंबित किए जाने वाले पांच खिलाड़ियों रोहणी, संतोषी विभोर, प्रेरणा रानी, कमलेश कुमारी और रितु कुमार के साथ कोच हरीनाथ को दल्लीराजहरा का बताया है, लेकिन इन खिलाड़ियों को निलंबित करने के लिए नोटिस की जो प्रति भेजी है, वहां कांकेर जिला संघ के नाम है। संघ ने नाडा के बारे में कोई जानकारी नहीं भेजी है कि वहां की टीम से संपर्क किया गया या नहीं, वहां से कोई टीम डोपिंग की जांच करने आई या नहीं। कार्यकारिणी की विशेष बैठक के नियमों के साथ निलंबित करने के अधिकार के बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
इस मामले में खेल संचालक जीपी सिंह कहते हैं कि संघ का जवाब संतोषजनक नहीं है, इसलिए जांच अधिकारी नियुक्ति किया गया है। उनकी रिपोर्ट आने पर ही देखेंगे कि मामले में क्या करना है। उन्होंने पूछने पर कहा कि हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए चुने गए हरीनाथ के खिलाफ संघ ने कोई ठोस सबूत नहीं दिया है, इसलिए उनको पुरस्कार से वंचित करने का सवाल ही नहीं है।
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