वास्तव में कुत्ते की दुम है यह यलो
हमने बड़े-बड़े बेशर्म और घटिया इंसान देखें हैं लेकिन यलो जैसा वाहियात इंसान नहीं देखा। राजतंत्र में आने का तो अब दम नहीं है इसलिए बिना वजह ब्लाग चौपाल में अपने कुत्ते की दुम हिलाने आ जाते हैं। हमारी बहुत चिंता है तो क्यों नहीं अपने नकाब से बाहर आते हैं। हम लिखे न लिखें तुम्हारी सेहत को क्या फर्क पड़ रहा है। क्या गंदगी करने के लिए और कोई जगह नहीं मिल रही है। हमें लग रहा है कि हमें अब ब्लाग चौपाल में भी टिप्पणी का रास्ता बंद करना पड़ेगा ताकि यलो जैसी कुत्ते की दुम को गंदगी करने का मौका न मिल सके। चलो खुश हुए न कुत्ते की दुम की हम आ गए हैं लिखने के लिए। मजबूरी में हमें इतने खराब शब्दों का प्रयोग करना पड़ा है, लेकिन क्या करें कहते हैं न कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते, तो हम भी क्या करें।
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