पहला अंतरराष्ट्रीय ट्रेक रायपुर में बनेगा
कयाकिंग-कैनाइंग का पहला अंतरराष्ट्रीय ट्रेक नई राजधानी में बनाने का प्रस्ताव सरकार के सामने रखा गया है। इस प्रस्ताव पर मुख्य सचिव पी. जाय उम्मेन गंभीर भी हैं। यह ट्रेक देश का पहला ट्रेक होगा। इस ट्रेक के लिए छत्तीसगढ़ का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की खेलों में बहुत ज्यादा रुचि है।
ये बातें यहां पर चर्चा करते हुए भारतीय कयाकिंग-कैनाइंग संघ के महासचिव बलवीर सिंह कुशवाहा ने कहीं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ को 37वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिली है। ऐसे में राष्ट्रीय खेलों में शामिल हमारे खेल के लिए भी प्रदेश सरकार को ट्रेक बनाने की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने बताया कि वे यहां पर प्रदेश कयाकिंग संघ के अध्यक्ष वैभव मिश्रा के बुलावे पर आए हैं। उन्होंने बताया कि सबसे पहले संघ के साथ बैठक करके यह तय किया गया कि रायपुर में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का ट्रेक बनाना है ताकि यहां के खिलाड़ियों को सुविधाएं मिल सके। ऐसे में सबसे पहले इसके लिए स्थान देखा गया। अंतरराष्ट्रीय स्तर के ट्रेक के लिए सबसे उपयुक्त स्थान परसदा के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पास में स्थित एक झील है। इस झील में आसानी से अंतरराष्ट्रीय स्तर का ट्रेक बन सकता है। उन्होंने पूछने पर बताया कि यह झील करीब 2200 मीटर की है और लगभग इतनी ही लंबी झील की जरूरत पड़ती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि इस ट्रेक को बनाने के बाद वहां पर एक अकादमी प्रारंभ की जाएगी।
श्री कुशवाहा ने बताया कि स्थान का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने मुख्य सचिव पी. जॉय उम्मेन के साथ खेल संचालक जीपी सिंह से भी चर्चा की। इनके सामने एक प्रस्ताव रखा गया है। इस प्रस्ताव पर मुख्य सचिव के साथ खेल संचालक भी गंभीर हैं। उन्होंने बताया कि अगर इस प्रस्ताव को सरकार की मंजूरी मिल जाती है तो यहां बनाने वाला ट्रेक देश का पहला अंतरराष्ट्रीय ट्रेक होगा जो चाइना की तर्ज पर बनेगा। इसको बनाने का पूरा नक्शा हम तैयार करके देंगे ताकि किसी भी तरह की कोई तकनीकी समस्या न आए। वे कहते हैं कि इस ट्रेक के बनने से छत्तीसगढ़ में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में भी बहुत मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि झारखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में ट्रेक की कमी के कारण परेशानी हो रही है, वहां पर जिस झील में कयाकिंग का आयोजन होना है, उसकी गहराई बहुत ज्यादा होने से परेशानी हो रही है। पूछने पर उन्होंने कहा कि कयाकिंग के लिए चार मीटर गहराई पर्याप्त होती है। श्री कुशवाहा ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय संघ ने छत्तीसगढ़ का चयन पहले अंतरराष्ट्रीय ट्रेक के लिए इसलिए किया है क्योंकि हम लोगों के पास जानकारी है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह खेलों में बहुत रूचि लेते हैं और उनकी रूचि के कारण ही छत्तीसगढ़ ने राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी ली है।
ये बातें यहां पर चर्चा करते हुए भारतीय कयाकिंग-कैनाइंग संघ के महासचिव बलवीर सिंह कुशवाहा ने कहीं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ को 37वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिली है। ऐसे में राष्ट्रीय खेलों में शामिल हमारे खेल के लिए भी प्रदेश सरकार को ट्रेक बनाने की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने बताया कि वे यहां पर प्रदेश कयाकिंग संघ के अध्यक्ष वैभव मिश्रा के बुलावे पर आए हैं। उन्होंने बताया कि सबसे पहले संघ के साथ बैठक करके यह तय किया गया कि रायपुर में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का ट्रेक बनाना है ताकि यहां के खिलाड़ियों को सुविधाएं मिल सके। ऐसे में सबसे पहले इसके लिए स्थान देखा गया। अंतरराष्ट्रीय स्तर के ट्रेक के लिए सबसे उपयुक्त स्थान परसदा के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पास में स्थित एक झील है। इस झील में आसानी से अंतरराष्ट्रीय स्तर का ट्रेक बन सकता है। उन्होंने पूछने पर बताया कि यह झील करीब 2200 मीटर की है और लगभग इतनी ही लंबी झील की जरूरत पड़ती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि इस ट्रेक को बनाने के बाद वहां पर एक अकादमी प्रारंभ की जाएगी।
श्री कुशवाहा ने बताया कि स्थान का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने मुख्य सचिव पी. जॉय उम्मेन के साथ खेल संचालक जीपी सिंह से भी चर्चा की। इनके सामने एक प्रस्ताव रखा गया है। इस प्रस्ताव पर मुख्य सचिव के साथ खेल संचालक भी गंभीर हैं। उन्होंने बताया कि अगर इस प्रस्ताव को सरकार की मंजूरी मिल जाती है तो यहां बनाने वाला ट्रेक देश का पहला अंतरराष्ट्रीय ट्रेक होगा जो चाइना की तर्ज पर बनेगा। इसको बनाने का पूरा नक्शा हम तैयार करके देंगे ताकि किसी भी तरह की कोई तकनीकी समस्या न आए। वे कहते हैं कि इस ट्रेक के बनने से छत्तीसगढ़ में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में भी बहुत मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि झारखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में ट्रेक की कमी के कारण परेशानी हो रही है, वहां पर जिस झील में कयाकिंग का आयोजन होना है, उसकी गहराई बहुत ज्यादा होने से परेशानी हो रही है। पूछने पर उन्होंने कहा कि कयाकिंग के लिए चार मीटर गहराई पर्याप्त होती है। श्री कुशवाहा ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय संघ ने छत्तीसगढ़ का चयन पहले अंतरराष्ट्रीय ट्रेक के लिए इसलिए किया है क्योंकि हम लोगों के पास जानकारी है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह खेलों में बहुत रूचि लेते हैं और उनकी रूचि के कारण ही छत्तीसगढ़ ने राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी ली है।
1 टिप्पणियाँ:
सुनकर अच्छा लगा !
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