लगता है समीर लाल अपना वादा भूल गए
समीर लाल जी के भारत आने की खबर मिली है। जब वे भारत आ ही गए हैं तो हम उनको अपना एक पुराना वादा याद दिलाना चाहते हैं जिसमें उन्होंने पिछले साल हमसे कहा था कि जब भी वे भारत आएंगे तो छत्तीसगढ़ जरूर आएंगे। वैसे भी उनका छत्तीसगढ़ खासकर भिलाई से पुराना नाता है। अब जबकि समीर जी भारत में हैं तो क्या वे अपना निभाने का काम करेंगे। इसी के साथ हम अजय कुमार झा को याद दिलाना चाहते हैं कि उन्होंने भी वादा किया था कि वे जल्द छत्तीसगढ़ आएंगे, लेकिन उन्होंने भी अपना वादा अभी तक नहीं निभाया है।
आज-कल हमें ब्लाग देखने का समय बहुत ही नहीं बल्कि बहुत ही ज्यादा कम मिल पाता है। अपने पत्रकारिता के काम में हमें इतना समय ही नहीं मिल पाता है कि ज्यादा समय तक ब्लागों में जाकर विचरण कर सके। लेकिन जो सुबह का समय हम अपने ब्लागों को अपडेट करने के लिए निकाल पाते हैं, उसी समय में कुछ समय कुछ ब्लाग देखने के लिए निकालने का काम करते हैं। वरना तो अखबार की तरह ब्लागों की हेडिंग देखकर ही काम चला लेते हैं। जब हम कल अपने ब्लाग में पोस्ट लगा रहे थे तभी मालूम हुआ कि समीर जी दिल्ली में हैं। ऐसे में हमने सोचा कि उनको याद दिलाया जाए कि उन्होंने हमसे वादा किया था कि जब वे भारत आएंगे तो छत्तीसगढ़ जरूर आएंगे। हम उनसे जानना चाहते हैं कि क्या उनके पास छत्तीसगढ़ के छोटे ब्लागरों के लिए कुछ समय है कि वे यहां आकर हम लोगों का उत्साह बढ़ा सके। समीर जी का आना छत्तीसगढ़ के ब्लाग जगत के लिए जरूर यादगार होगा ऐसा हमारा ऐसा मानना है। समीर जी के जब छत्तीसगढ़ आने की बात चल रही थी, तभी अजय कुमार झा ने भी कहा था कि वे भी समीर जी के साथ छत्तीसगढ़ जरूर आएंगे। वैसे अजय जी का तो छत्तीसगढ़ आने का कार्यक्रम तभी से था जब अपने बीएस पाबला जी उनसे दिल्ली में मिलकर आए थे। तभी उन्होंने छत्तीसगढ़ आने की मंशा जताई थी लेकिन वे अपनी मंशा अब तक पूरी नहीं कर पाए हैं। उनके पास भी एक अच्छा मौका है। अगर ब्लाग जगत के ये दो दिग्गज ब्लागर छत्तीसगढ़ आने की हामी भरते हैं तो यह छत्तीसगढ़ के ब्लागरों के लिए सौभाग्य की बात होगी। अब गेंद इनके पाले में देखें इनका क्या जवाब आता है।
अंत में हम कहना चाहते हैं कि आज-कल हमारे पास लिखने के लिए कुछ नहीं है (ब्लाग जगत के कुछ फर्जी आईडी वाले महाशय ऐसा समझते हैं) इसलिए इस तरह की बिना मतलब की पोस्ट लिखते हैं। यह हम इसलिए लिख रहे हैं क्योंकि हम जानते हैं कि ऐसे महाशयों को हमारी यह पोस्ट भी फालतू लगेगी। उनको हमारी पोस्ट फालतू लगती है तो लगती रहे। हमें जो अच्छा लगता है, हम तो वहीं लिखेंगे न। हम क्या किसी भी ब्लागर को जो अच्छा लगता है वही लिखता है। किसी ब्लागर के विचारों पर विराम लगाने का अधिकार किसी को नहीं होता है।
आज-कल हमें ब्लाग देखने का समय बहुत ही नहीं बल्कि बहुत ही ज्यादा कम मिल पाता है। अपने पत्रकारिता के काम में हमें इतना समय ही नहीं मिल पाता है कि ज्यादा समय तक ब्लागों में जाकर विचरण कर सके। लेकिन जो सुबह का समय हम अपने ब्लागों को अपडेट करने के लिए निकाल पाते हैं, उसी समय में कुछ समय कुछ ब्लाग देखने के लिए निकालने का काम करते हैं। वरना तो अखबार की तरह ब्लागों की हेडिंग देखकर ही काम चला लेते हैं। जब हम कल अपने ब्लाग में पोस्ट लगा रहे थे तभी मालूम हुआ कि समीर जी दिल्ली में हैं। ऐसे में हमने सोचा कि उनको याद दिलाया जाए कि उन्होंने हमसे वादा किया था कि जब वे भारत आएंगे तो छत्तीसगढ़ जरूर आएंगे। हम उनसे जानना चाहते हैं कि क्या उनके पास छत्तीसगढ़ के छोटे ब्लागरों के लिए कुछ समय है कि वे यहां आकर हम लोगों का उत्साह बढ़ा सके। समीर जी का आना छत्तीसगढ़ के ब्लाग जगत के लिए जरूर यादगार होगा ऐसा हमारा ऐसा मानना है। समीर जी के जब छत्तीसगढ़ आने की बात चल रही थी, तभी अजय कुमार झा ने भी कहा था कि वे भी समीर जी के साथ छत्तीसगढ़ जरूर आएंगे। वैसे अजय जी का तो छत्तीसगढ़ आने का कार्यक्रम तभी से था जब अपने बीएस पाबला जी उनसे दिल्ली में मिलकर आए थे। तभी उन्होंने छत्तीसगढ़ आने की मंशा जताई थी लेकिन वे अपनी मंशा अब तक पूरी नहीं कर पाए हैं। उनके पास भी एक अच्छा मौका है। अगर ब्लाग जगत के ये दो दिग्गज ब्लागर छत्तीसगढ़ आने की हामी भरते हैं तो यह छत्तीसगढ़ के ब्लागरों के लिए सौभाग्य की बात होगी। अब गेंद इनके पाले में देखें इनका क्या जवाब आता है।
अंत में हम कहना चाहते हैं कि आज-कल हमारे पास लिखने के लिए कुछ नहीं है (ब्लाग जगत के कुछ फर्जी आईडी वाले महाशय ऐसा समझते हैं) इसलिए इस तरह की बिना मतलब की पोस्ट लिखते हैं। यह हम इसलिए लिख रहे हैं क्योंकि हम जानते हैं कि ऐसे महाशयों को हमारी यह पोस्ट भी फालतू लगेगी। उनको हमारी पोस्ट फालतू लगती है तो लगती रहे। हमें जो अच्छा लगता है, हम तो वहीं लिखेंगे न। हम क्या किसी भी ब्लागर को जो अच्छा लगता है वही लिखता है। किसी ब्लागर के विचारों पर विराम लगाने का अधिकार किसी को नहीं होता है।
4 टिप्पणियाँ:
राजकुमार भाई उडन तश्तरी रायपुर में उतरेगी, चिंता ना करें.
परदेशियों से अंखिया ना मिलाने वाला गाना आप कैसे भूल गए :)
आप ऐसा क्यों सोचते हैं कि कोई आपके विचारों पर रोक लगाना चाहता है ? ऐसा तो संभव ही नहीं है. जिस तरह आप अपने विचारों की स्वतंत्रता चाहते हैं उसी तरह आप दुसरे के विचारों का भी स्वागत करिए न.
आप अपनी अभिव्यक्ति की आजादी चाहते हैं और दूसरों पर बैन लगाना चाहते हैं .. ऐसा तो गलत है न ? मैं बार-बार कह चुका हूँ कि मेरा अभिप्राय कभी किसी को नीचा दिखाने अथवा अपमानित करने का नहीं रहा. जो महसूस करता हूँ वो व्यक्त कर देता हूँ ..सिर्फ इतनी सी ही बात है. मैंने जिन पोस्ट की बात की वो मुझे व्यर्थ सी लगी तो कह दिया. लेकिन आपकी बहुत सी पोस्ट बहुत अच्छी और उद्देश्यपूर्ण भी हैं .. आपने बहुत बार सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दे भी उठायें हैं जिनकी मै मुक्त कंठ से सराहना करता हूँ.
बाकी आप जैसा चाहें धारणा बनाने के लिए स्वतंत्र हैं.
शुभकामनाएं
मुझे लगता है की श्री समीर जी और झा जी अपना वादा जरूर निभायेंगे
प्रणाम
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