नागा बाबा भी आने लगे नकली
राजिम कुम्भ में आए नागा साधुओं को देखने जहां भारी भीड़ उमडी़ वहां इन नागा बाबाओं के पैसे मांगने से कई लोगों परेशानी महसूस कर रहे हैं। नागा बाबा तो मीडिया वालों को भी नहीं छोड़ रहे थे। मीडिया वालों से ये फोटो खींचने के पैसे मांगते रहे। राजिम कुम्भ का एक खास आकर्षण देश भर से आए नागा साधु भी हैं। इन साधुओं का जमावड़ा लोमश ऋषि आश्रम में होता है। कुम्भ में सबसे ज्यादा भीड़ भी यहीं नजर आती है। प्रदेश के लोगों ने अब तक सिर्फ नागा साधुओं का नाम ही सुन रखा था लेकिन राजिम कुम्भ में इनको देखने का भी मौका मिलने लगा है। इनके बारे में ऐसा कहा जाता है कि वास्तव में असली संत तो यही हैं जिनको दिन-दुनिया से कोई मतलब नहीं रहता है। कैसा भी मौसम हो इसके शरीर पर कभी पड़े नहीं रहते हैं। इन नागा साधुओं को मोह-माया से परे बताया जाता है। लेकिन राजिम कुम्भ में इन बातों से परे कई नागा साधुओं को पैसों के मोह में फंसे हुए देखा जाता है। लोमश ऋषि आश्रम में ये नागा साधु लोगों को अपने पास बुलाते हैं और भभूति का टीका लगाने के बाद पैसों की मांग करने लगते हैं। पैसे न देने पर ये साधु तरह-तरह की बातें कहने लगते हैं। इन नागा साधुओं ने तो मीडिया वालों को भी काफी परेशान किया। जो लोग इनकि फोटो खींचने जाते हैं उनसे भी ये पैसों कि मांग करते देखे गए। पैसे न देने पर इनको अनाप-शनाप कुछ भी कह देते। कई समाचार पत्रों के फोटोग्राफरों के साथ भी कुछ ऐसा ही वाक्या हुआ जब इन्होंने कुछ साधुओं कि फोटो खींची तो वे पैसों की मांग करने लगे। पैसे न देने पर कुछ भी कहते रहे। इन साधुओं के बारे में ऐसा कहा जाने लगा है कि ये असली नहीं बल्कि नकली नागा साधु है। अगर वास्तव में ये असली होते तो कभी पैसों की मांग नहीं करते।
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