छत्तीसगढ़ के स्वर्ण सपूतों को सलाम
अपने छत्तीसगढ़ के एक और लाड़ले सपूत जगदीश विश्वकर्मा ने दक्षिण अफ्रीका में तिरंगा फहराने का काम किया है। रूस्तम सारंग के बाद जगदीश ने भी कामनवेल्थ भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। 17 साल की उम्र में स्वर्ण जीतने वाले वे पहले खिलाड़ी हैं। इन दोनों खिलाड़ियों की जीत ने बता दिया है कि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों से अब ओलंपिक के पदक दूर नहीं हैं। यह बात तय है कि अब छत्तीसगढ़ के यही खिलाड़ी ओलंपिक में भी जरूर स्वर्ण जीतेंगे और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की घोषणा के अनुरूप दो करोड़ की राशि पाने के हकदार होंगे।
1 टिप्पणियाँ:
बहुत बहुत बधाई|
एक टिप्पणी भेजें