पात्र खिलाड़ियों को देंगे अच्छी नौकरी
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश के पात्र खिलाड़ियों को हमारी सरकार अच्छी नौकरी देगी। मुख्यमंत्री के हाथों हैंडबॉल के उत्कृष्ट खिलाड़ी अजय त्रिवेदी को राजनांदगांव जिले का खेल अधिकारी बनाए जाने का नियुक्ति पत्र राष्ट्रीय खेलों के पदकवीरों के सम्मान समारोह में दिलाया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने जो वादा किया था, उसे निभा रही है और राज्य के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को जिला खेल अधिकारी जैसे पद पर नियुक्त कर रही है। डॉ. रमन सिंह ने साफ कहा कि अगर खिलाड़ियों में योग्यता है तो उनको किसी भी बड़े पद पर नियुक्त किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के बाहर नौकरी करने वाले उत्कृष्ट खिलाड़ी भी अगर राज्य में नौकरी करने के इच्छुक हैं तो उनकी भावनाओं की कद्र की जाएगी।
ज्यादा पदक जीतने पर ध्यान दें
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के राष्ट्रीय खेलों में सात पदक तो एक शुरुआत है। अब समय आ गया है हमें अभी से छत्तीसगढ़ में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी करनी होगी ताकि राज्य को ज्यादा से ज्यादा पदक मिल सके। उन्होंने कहा कि अब मैं समय निकाल कर जल्द ही एक एक करके सभी खेल संघों के अध्यक्ष, महासचिव के साथ उनके खेलों के प्रशिक्षकों के साथ बैठकर बात करूंगा। सभी खेल संघ योजना बनाने में जुट जाए कि हमें किस तरह से ज्यादा पदक मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह बात बताने की जरूरत नहीं है कि हमारे पास अभी संसधानों की कमी है, हम धीरे-धीरे संसाधनों में इजाफा करेंगे। उन्होंने कहा कि दो साल के अंदर हम कई खेलों की अकादमी बना देंगे। मुख्यमंत्री ने सम्मान समारोह के बारे में कहा कि इसे करने में कुछ विलंब हो गया, पर हम खिलाड़ियों का सम्मान करके गर्व महसूस कर रहे हैं।
खेलों को उद्योगों से जोड़ने के अच्छे नतीजे होंगे
ओलंपिक संघ के महासचिव बलदेव सिंह भाटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के खेल संघों को उद्योगों से जोड़ने की जो पहल की है, उसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि खेलों में बजट की कमी आने नहीं देंगे खिलाड़ी बस पदकों की तरफ ध्यान दें। इसके पहले खेल संचालक जीपी सिंह ने स्वागत भाषणा दिया। इस अवसर पर संसदीय सचिव विजय बघेल, गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष सुभाष राव, ओलंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा, विधायक कुलदीप जुनेजा, लॉन टेनिस संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया, पूर्व मंत्री विधान मिश्रा, एथलेटिक क्लब के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा, बास्केटबॉल संघ के राजेश पटेल, हैंडबॉल संघ के बशीर अहमद खान, नेटबॉल संघ के संजय शर्मा, टेबल टेनिस संघ के शरद शुक्ला सहित कई खेल संघों के पदाधिकारी और खिलाड़ी उपस्थित थे।
खिलाड़ियों का सम्मान
कार्यक्रम के अंत में पदक विजेता खिलाड़ियों का जिनमें टीम खेलों में स्वर्ण विजेता महिला हैंडबॉल टीम को पांच लाख की राशि, बास्केटबॉल में रजत जीतने वाली महिला टीम को तीन लाख, निशानेबाजी में स्कीट वर्ग में छत्तीसगढ़ को पहला स्वर्ण पदक व्यक्तिगत वर्ग में दिलाने वाले परमपाल सिंह को एक लाख, कराते में स्वर्ण दिलाने वाले अंबर सिंह भारद्वाज को एक लाख, कुश्ती में कांस्य दिलाने वाले आनंद को पचास हजार, निशानेबाजी में कांस्य पदक दिलाने वाले बाबा पीएस बेदी को पचास हजार, निशानेबाजी टीम वर्ग में परमपाल सिंह, बाबा पीएस बेदी और मेराज अहमद को स्वर्ण जीतने पर पांच लाख की राशि देकर सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने जो वादा किया था, उसे निभा रही है और राज्य के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को जिला खेल अधिकारी जैसे पद पर नियुक्त कर रही है। डॉ. रमन सिंह ने साफ कहा कि अगर खिलाड़ियों में योग्यता है तो उनको किसी भी बड़े पद पर नियुक्त किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के बाहर नौकरी करने वाले उत्कृष्ट खिलाड़ी भी अगर राज्य में नौकरी करने के इच्छुक हैं तो उनकी भावनाओं की कद्र की जाएगी।
ज्यादा पदक जीतने पर ध्यान दें
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के राष्ट्रीय खेलों में सात पदक तो एक शुरुआत है। अब समय आ गया है हमें अभी से छत्तीसगढ़ में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी करनी होगी ताकि राज्य को ज्यादा से ज्यादा पदक मिल सके। उन्होंने कहा कि अब मैं समय निकाल कर जल्द ही एक एक करके सभी खेल संघों के अध्यक्ष, महासचिव के साथ उनके खेलों के प्रशिक्षकों के साथ बैठकर बात करूंगा। सभी खेल संघ योजना बनाने में जुट जाए कि हमें किस तरह से ज्यादा पदक मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह बात बताने की जरूरत नहीं है कि हमारे पास अभी संसधानों की कमी है, हम धीरे-धीरे संसाधनों में इजाफा करेंगे। उन्होंने कहा कि दो साल के अंदर हम कई खेलों की अकादमी बना देंगे। मुख्यमंत्री ने सम्मान समारोह के बारे में कहा कि इसे करने में कुछ विलंब हो गया, पर हम खिलाड़ियों का सम्मान करके गर्व महसूस कर रहे हैं।
खेलों को उद्योगों से जोड़ने के अच्छे नतीजे होंगे
ओलंपिक संघ के महासचिव बलदेव सिंह भाटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के खेल संघों को उद्योगों से जोड़ने की जो पहल की है, उसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि खेलों में बजट की कमी आने नहीं देंगे खिलाड़ी बस पदकों की तरफ ध्यान दें। इसके पहले खेल संचालक जीपी सिंह ने स्वागत भाषणा दिया। इस अवसर पर संसदीय सचिव विजय बघेल, गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष सुभाष राव, ओलंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा, विधायक कुलदीप जुनेजा, लॉन टेनिस संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह सिसोदिया, पूर्व मंत्री विधान मिश्रा, एथलेटिक क्लब के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा, बास्केटबॉल संघ के राजेश पटेल, हैंडबॉल संघ के बशीर अहमद खान, नेटबॉल संघ के संजय शर्मा, टेबल टेनिस संघ के शरद शुक्ला सहित कई खेल संघों के पदाधिकारी और खिलाड़ी उपस्थित थे।
खिलाड़ियों का सम्मान
कार्यक्रम के अंत में पदक विजेता खिलाड़ियों का जिनमें टीम खेलों में स्वर्ण विजेता महिला हैंडबॉल टीम को पांच लाख की राशि, बास्केटबॉल में रजत जीतने वाली महिला टीम को तीन लाख, निशानेबाजी में स्कीट वर्ग में छत्तीसगढ़ को पहला स्वर्ण पदक व्यक्तिगत वर्ग में दिलाने वाले परमपाल सिंह को एक लाख, कराते में स्वर्ण दिलाने वाले अंबर सिंह भारद्वाज को एक लाख, कुश्ती में कांस्य दिलाने वाले आनंद को पचास हजार, निशानेबाजी में कांस्य पदक दिलाने वाले बाबा पीएस बेदी को पचास हजार, निशानेबाजी टीम वर्ग में परमपाल सिंह, बाबा पीएस बेदी और मेराज अहमद को स्वर्ण जीतने पर पांच लाख की राशि देकर सम्मानित किया गया।
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