हमें कभी नहीं रही टिप्पणियों की भूख- टिप्पणियों के बिना हमारे ब्लाग नहीं जाएंगे सूख
एक फोन आया भाई ब्लाग चौपाल में खोल दें टिप्पणी के रास्ते
हमने कहा- कैसे खोल दें हम इसके रास्ते
इंसानी कुत्ते तो इंसानियत की भाषा भी नहीं जानते
जो लोग इंसानियत को नहीं मानते
वे ही हैं सबको परेशान करने की ठानते
हमारी ये बातें मित्र तुम क्यों नहीं मानते
अगर हम फिर से खोल देंगे रास्ते
पड़ जाएंगे गंदी टिप्पणियों से वास्ते
हमें कभी नहीं रही टिप्पणियों की भूख
टिप्पणियों के बिना हमारे ब्लाग नहीं जाएंगे सूख
पर हमें मित्रों के विचार न मिलने का जरूर होता है दुख
पर क्या करें इंसानी कुत्ते इससे ही होते हैं खुश
पर हमने टिप्पणियों के रास्ते बंद करके
कर दिए हैं उनके सारे मंसूबे फुस
जिनको देने हैं अपने सुंदर विचार
खुली हुई है हमारे मेल की बहार
आप आकर बरसाएं वहां अपना प्यार
हमसे भी मिलेगा प्यार के बदले प्यार
दुनिया में प्यार लेना और देना चाहिए
नफरत से वास्ता नहीं रखना चाहिए
हमने कहा- कैसे खोल दें हम इसके रास्ते
इंसानी कुत्ते तो इंसानियत की भाषा भी नहीं जानते
जो लोग इंसानियत को नहीं मानते
वे ही हैं सबको परेशान करने की ठानते
हमारी ये बातें मित्र तुम क्यों नहीं मानते
अगर हम फिर से खोल देंगे रास्ते
पड़ जाएंगे गंदी टिप्पणियों से वास्ते
हमें कभी नहीं रही टिप्पणियों की भूख
टिप्पणियों के बिना हमारे ब्लाग नहीं जाएंगे सूख
पर हमें मित्रों के विचार न मिलने का जरूर होता है दुख
पर क्या करें इंसानी कुत्ते इससे ही होते हैं खुश
पर हमने टिप्पणियों के रास्ते बंद करके
कर दिए हैं उनके सारे मंसूबे फुस
जिनको देने हैं अपने सुंदर विचार
खुली हुई है हमारे मेल की बहार
आप आकर बरसाएं वहां अपना प्यार
हमसे भी मिलेगा प्यार के बदले प्यार
दुनिया में प्यार लेना और देना चाहिए
नफरत से वास्ता नहीं रखना चाहिए
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