एक इंसानी कुत्ता पीछे पड़ा है, क्या करें?
हमारे एक मित्र हैं, उन्होंने हमसे एक सवाल किया कि यार क्या बताएं आज-कल एक इंसानी कुत्ता पीछे पड़ गया है क्या करें। हमारे मित्र कहते हैं कि उन्होंने सारे जतन करके देख लिए मगर कुत्ता है कि अपनी जात दिखाने से बाज ही नहीं आ रहा है।
हमने अपने मित्र को सलाह ही कि यार कुत्तों की जात होती ही है कुत्ती। वैसे भी एक कहावत है कि कुत्ते की पूछ को 12 साल भी नली में डाल कर रखोगे तो वह सीधी नहीं होती है, ऐसे में तुम यह उम्मीद कैसे कर सकते हो कि कुत्ते अपनी जात दिखाने से बाज आ जाएंगे। इसके लिए सीधा और सरल उपाय यही है कि उस कुत्ते के भोंकने पर ध्यान ही न दो। जब भी उस रास्ते से गुजरों कोशिश करो कि कुत्ते के आने के सारे रास्ते बंद हो।
हमारे मित्र ने हमारी सलाह मान ली है और अब वे खुश हैं कि उनको उस कुत्ते से परेशानी नहीं हो रही है। वैसे एक बार उनको तब परेशानी हो गई थी जब उन्होंने इस उम्मीद में एक रास्ता खुला छोड़ दिया था कि उस रास्ते से उनके मित्र आएंगे, मित्र तो आए ही साथ ही वह कुत्ता भी आ गया भोंकने के लिए। अपनी परेशानी मित्र से बताई तो हमने उनको फिर से सारे रास्ते बंद करने के लिए कहा और उन्होंने सारे रास्ते बंद कर दिए हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि अब वह कुत्ता अपनी खींज कहा उतराने जाएगा। वैसे कुत्तों का क्या है जहां खंभा देखा नहीं कि चालू हो जाते हैं टांग उठाकर।
हमने अपने मित्र को सलाह ही कि यार कुत्तों की जात होती ही है कुत्ती। वैसे भी एक कहावत है कि कुत्ते की पूछ को 12 साल भी नली में डाल कर रखोगे तो वह सीधी नहीं होती है, ऐसे में तुम यह उम्मीद कैसे कर सकते हो कि कुत्ते अपनी जात दिखाने से बाज आ जाएंगे। इसके लिए सीधा और सरल उपाय यही है कि उस कुत्ते के भोंकने पर ध्यान ही न दो। जब भी उस रास्ते से गुजरों कोशिश करो कि कुत्ते के आने के सारे रास्ते बंद हो।
हमारे मित्र ने हमारी सलाह मान ली है और अब वे खुश हैं कि उनको उस कुत्ते से परेशानी नहीं हो रही है। वैसे एक बार उनको तब परेशानी हो गई थी जब उन्होंने इस उम्मीद में एक रास्ता खुला छोड़ दिया था कि उस रास्ते से उनके मित्र आएंगे, मित्र तो आए ही साथ ही वह कुत्ता भी आ गया भोंकने के लिए। अपनी परेशानी मित्र से बताई तो हमने उनको फिर से सारे रास्ते बंद करने के लिए कहा और उन्होंने सारे रास्ते बंद कर दिए हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि अब वह कुत्ता अपनी खींज कहा उतराने जाएगा। वैसे कुत्तों का क्या है जहां खंभा देखा नहीं कि चालू हो जाते हैं टांग उठाकर।
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