अब हजारे से नक्सली समस्या सुलझाने की आश
अन्ना हजारे देश के हीरो नंबर वन हो गए हैं। ऐसे में जबकि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक जंग जीतने का काम किया है तो उनसे सबकी उम्मीदें बढ़ गई हैं। अब छत्तीसगढ़ के साथ देश की सबसे बड़ी नक्सल समस्या को सुलझाने में मदद की उम्मीद की जाने लगी है। बस्तर में आदिवासियों की एक सभा में कल स्वामी अग्निवेश ने ये संकेत दिए हैं कि वे नक्सली समस्या पर अन्ना से चर्चा करेंगे। वे एक रिपोर्ट तैयार करने के बाद उनसे इस मुद्दे पर बात करेंगे और संभव हुआ तो अन्ना हजारे को छत्तीसगढ़ भी लाया जाएगा।
अन्ना ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जिस जंग का ऐलान किया था, उस जंग के पहले कदम पर उनको मिली जीत के बाद ऐसा समझा जाने लगा है कि अब देश की हर बड़ी समस्या के लिए अन्ना हजारे कुछ न कुछ तो कर सकते हैं। ऐसे में जबकि इस समय छत्तीसगढ़ में नक्सल समस्या अपने विकराल रूप में है तो इस समस्या के समाधान के लिए अन्ना हजारे की तरफ देखने का काम स्वामी अग्निवेश कर रहे हैं। वे भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाई गई अन्ना की मुहिम में उनके साथ थे। अग्निवेश लगातार बस्तर का दौर कर रहे हैं और चाहते हैं कि नक्सल समस्या का कोई न कोई समाधान निकले। उन्होंने अपने बस्तर प्रवास में 13 अप्रैल को बस्तर में ली गई सभा में जहां इस बात का उल्लेख किया कि वे नक्सली समस्या पर अन्ना हजारे से चर्चा करेंगे, वहीं उन्होंने सरकार और नक्सलियों के बीच समझौते की कड़ी बनने की भी बात कहीं। उन्होंने नक्सलियों से कहा कि शांति बहाली के लिए उनको 6 माह से एक साल तक हथियारों से अलग रहना होगा। अगर नक्सली ऐसा करते हैं तो अग्निवेश का कहना है कि सरकार पर दबाव बनाया जा सकता है।
लगता तो नहीं है कि नक्सली अग्निवेश की बात मानकर हथियार छोड़ने का काम करेंगे। लेकिन इतना जरूर तय लगता है कि अन्ना जरूर अग्निवेश की बात मानकर छत्तीसगढ़ आ सकते हैं। अगर अन्ना के छत्तीसगढ़ आने से नक्सली समस्या का कोई भी हल निकलता है तो इससे बड़ी कोई बात हो नहीं सकती है। नक्सल समस्या से आज छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरा देश परेशान है। अब देखने वाली बात यही होगी कि क्या वास्तव में अन्ना नक्सली समस्या को भी गंभीरता से लेते हैं और इसके लिए कुछ करते हैं।
अन्ना ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जिस जंग का ऐलान किया था, उस जंग के पहले कदम पर उनको मिली जीत के बाद ऐसा समझा जाने लगा है कि अब देश की हर बड़ी समस्या के लिए अन्ना हजारे कुछ न कुछ तो कर सकते हैं। ऐसे में जबकि इस समय छत्तीसगढ़ में नक्सल समस्या अपने विकराल रूप में है तो इस समस्या के समाधान के लिए अन्ना हजारे की तरफ देखने का काम स्वामी अग्निवेश कर रहे हैं। वे भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाई गई अन्ना की मुहिम में उनके साथ थे। अग्निवेश लगातार बस्तर का दौर कर रहे हैं और चाहते हैं कि नक्सल समस्या का कोई न कोई समाधान निकले। उन्होंने अपने बस्तर प्रवास में 13 अप्रैल को बस्तर में ली गई सभा में जहां इस बात का उल्लेख किया कि वे नक्सली समस्या पर अन्ना हजारे से चर्चा करेंगे, वहीं उन्होंने सरकार और नक्सलियों के बीच समझौते की कड़ी बनने की भी बात कहीं। उन्होंने नक्सलियों से कहा कि शांति बहाली के लिए उनको 6 माह से एक साल तक हथियारों से अलग रहना होगा। अगर नक्सली ऐसा करते हैं तो अग्निवेश का कहना है कि सरकार पर दबाव बनाया जा सकता है।
लगता तो नहीं है कि नक्सली अग्निवेश की बात मानकर हथियार छोड़ने का काम करेंगे। लेकिन इतना जरूर तय लगता है कि अन्ना जरूर अग्निवेश की बात मानकर छत्तीसगढ़ आ सकते हैं। अगर अन्ना के छत्तीसगढ़ आने से नक्सली समस्या का कोई भी हल निकलता है तो इससे बड़ी कोई बात हो नहीं सकती है। नक्सल समस्या से आज छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरा देश परेशान है। अब देखने वाली बात यही होगी कि क्या वास्तव में अन्ना नक्सली समस्या को भी गंभीरता से लेते हैं और इसके लिए कुछ करते हैं।
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