हम भी जीतेंगी राज्य के लिए पदक
कयाकिंग का खेल वास्तव में रोमांचक है। इस खेल से जुड़कर हमें बहुत अच्छा लगा है। इस खेल में बहुत ज्यादा संभावनाएं हैं। अपने राज्य में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने के साथ हम सभी भारतीय टीम से खेल कर राज्य और देश का रौशन करना चाहती हैं।
ये बातें यहां पर हरिभूमि से चर्चा करते हुए साई सेंटर के डे-बोर्डिंग में शामिल बालिका खिलाड़ी शिवांगी ठाकुर, संतोषी दलाई और हेमलता सार्वा कहती हैं। इन तीनों खिलाड़ियों को इस खेल से जुड़े हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है। काफी कम समय में बहुत कुछ सीखने के बाद इनको अब साई के डे-बोर्डिंग में मौका मिला है तो इनका मानना है कि इनके खेल में अब लगातार निखार आएगा। इन्होंने पूछने पर बताया कि वैसे तो हमारा पहला लक्ष्य अपने राज्य की मेजबानी में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेल हैं। इस समय हम सभी जूनियर खिलाड़ी हैं, लेकिन जब छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय खेल होंगे तो हम सभी सीनियर वर्ग तक पहुंची जाएंगी और अपने राज्य को पदक दिलाने में सफल होंगी, ऐसा हमें भरोसा है। इसी के साथ इन खिलाड़ियों ने बताया कि सितंबर में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के क्वालीफाइंग की भी हम तैयारी कर रही हैं। हमारे कोच नवीन साहू हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने के लिए तैयार कर रहे हैं। हमारा ऐसा मानना है कि पहले हम विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाइंग कर लें, फिर आगे के बारे में सोचेंगी।
शिवांगी ठाकुर पूछने पर बताती हैं कि वह पहले तैराकी से जुड़ी थीं। पांच बार स्कूली की राष्ट्रीय स्पर्धाओं में खेलने वाली इस खिलाड़ी को कयाकिंग में ज्यादा संभावना नजर आई तो वह इस खेल से जुड़ गर्इं। संतोषी दलाई पहले योग करती थीं, लेकिन जब कयाकिंग के बारे में उनको मालूम हुआ तो वह इस खेल में आ गई। हेमलता फुटबॉल से जुड़ी हुई हैं, लेकिन अब उन्होंने भी कयाकिंग से नाता जोड़ लिया है। इन खिलाड़ियों का एक स्वर में मानना है कि कयाकिंग में ज्यादा संभावना है, इस खेल से प्रदेश की खिलाड़ियों को जुड़ना चाहिए।
इन खिलाड़ियों के कोच नवीन साहू कहते हैं कि उनको तीनों खिलाड़ियों से बहुत उम्मीद है। वे बताते हैं कि इनको विश्व चैंपियनशिप में क्वालीफाइंग के लिए तैयार किया जा रहा है। इसी के साथ केरल और गोवा में होने वाले राष्ट्रीय खेलों पर भी नजरें हैं। इन खेलों से पहले होने वाली राष्ट्रीय चैंपियनशिप में तीनों खिलाड़ियों को भेजा जाएगा। नवीन बताते हैं कि तीनों खिलाड़ी बहुत मेहनती हैं और रोज सुबह शाम मिलाकर पांच घंटे अभ्यास कर रही हैं।
ये बातें यहां पर हरिभूमि से चर्चा करते हुए साई सेंटर के डे-बोर्डिंग में शामिल बालिका खिलाड़ी शिवांगी ठाकुर, संतोषी दलाई और हेमलता सार्वा कहती हैं। इन तीनों खिलाड़ियों को इस खेल से जुड़े हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है। काफी कम समय में बहुत कुछ सीखने के बाद इनको अब साई के डे-बोर्डिंग में मौका मिला है तो इनका मानना है कि इनके खेल में अब लगातार निखार आएगा। इन्होंने पूछने पर बताया कि वैसे तो हमारा पहला लक्ष्य अपने राज्य की मेजबानी में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेल हैं। इस समय हम सभी जूनियर खिलाड़ी हैं, लेकिन जब छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय खेल होंगे तो हम सभी सीनियर वर्ग तक पहुंची जाएंगी और अपने राज्य को पदक दिलाने में सफल होंगी, ऐसा हमें भरोसा है। इसी के साथ इन खिलाड़ियों ने बताया कि सितंबर में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के क्वालीफाइंग की भी हम तैयारी कर रही हैं। हमारे कोच नवीन साहू हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने के लिए तैयार कर रहे हैं। हमारा ऐसा मानना है कि पहले हम विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाइंग कर लें, फिर आगे के बारे में सोचेंगी।
शिवांगी ठाकुर पूछने पर बताती हैं कि वह पहले तैराकी से जुड़ी थीं। पांच बार स्कूली की राष्ट्रीय स्पर्धाओं में खेलने वाली इस खिलाड़ी को कयाकिंग में ज्यादा संभावना नजर आई तो वह इस खेल से जुड़ गर्इं। संतोषी दलाई पहले योग करती थीं, लेकिन जब कयाकिंग के बारे में उनको मालूम हुआ तो वह इस खेल में आ गई। हेमलता फुटबॉल से जुड़ी हुई हैं, लेकिन अब उन्होंने भी कयाकिंग से नाता जोड़ लिया है। इन खिलाड़ियों का एक स्वर में मानना है कि कयाकिंग में ज्यादा संभावना है, इस खेल से प्रदेश की खिलाड़ियों को जुड़ना चाहिए।
इन खिलाड़ियों के कोच नवीन साहू कहते हैं कि उनको तीनों खिलाड़ियों से बहुत उम्मीद है। वे बताते हैं कि इनको विश्व चैंपियनशिप में क्वालीफाइंग के लिए तैयार किया जा रहा है। इसी के साथ केरल और गोवा में होने वाले राष्ट्रीय खेलों पर भी नजरें हैं। इन खेलों से पहले होने वाली राष्ट्रीय चैंपियनशिप में तीनों खिलाड़ियों को भेजा जाएगा। नवीन बताते हैं कि तीनों खिलाड़ी बहुत मेहनती हैं और रोज सुबह शाम मिलाकर पांच घंटे अभ्यास कर रही हैं।
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