राजनीति के साथ हर विषय पर लेख पढने को मिलेंगे....

बुधवार, जुलाई 07, 2010

टिप्पणी बंद-ब्लागर तंग

कल से न जाने ब्लागों को कौन सा रोग लग गया है जो टिप्पणी करने पर भी टिप्पणी नजर नहीं आ रही है। हमें वैसे भी समय नहीं मिलता है, कल समय मिला तो सोचा कुछ ब्लागों में टिप्पणी कर ली जाए लेकिन ये क्या जहां भी टिप्पणी की वहां नजर ही नहीं आई। हमारे ब्लाग राजतंत्र के साथ ब्लाग चौपाल में भी कल शाम तक कोई टिप्पणी नहीं दिख रही थी।
कल समय मिलने पर हमने जब टिपियाने के बारे में सोचा तो टिप्पणी दिखाने वालों ने लोचा कर दिया। जहां भी टिपियाने गए वहां टिप्पणी मिस्टर इंडिया यानी गायब नजर आई। हमारी समझ में माजरा नहीं आया। हमने अपने ब्लाग में भी एक टिप्पणी करके देखी लेकिन कोई फायदा नहीं यहां भी टिप्पणी नजर नहीं आई। हमने सोचा यार लगता है आज अपनी किस्मत खराब है इसलिए कोई टिप्पणी नजर नहीं आ रही है। हमने टिपियाना बंद कर दिया। शाम तक हमारे ब्लाग राजतंत्र, खेलगढ़   और ब्लाग चौपाल में कोई टिप्पणी नहीं दिखी। हमें अजीब लगा ऐसा संभव ही नहीं है कोई टिप्पणी न हो। रात को जब प्रेस से घर लौटे तो राजतंत्र में पांच टिप्पणियां थीं। ब्लाग चौपाल खाली था। सुबह देखा को राजतंत्र में 6 टिप्पणियां थी। लेकिन जब टिप्पणियों को खोला तो सिर्फ तीन नजर आ रही थी रात की पांच टिप्पणियों में से तीन गायब थी।
आखिर यह सब क्या हो रहा है कोई इसके बारे में बता सकता है।

6 टिप्पणियाँ:

Udan Tashtari बुध जुल॰ 07, 07:59:00 am 2010  

जब टिप्पणी नहीं जा रही थीं, तो लोगों ने टिप्पणी करना बंद कर दी...मगर अब सब नार्मल है..शुरु हो जाईये सामान्य प्रक्रिया में.

शिवम् मिश्रा बुध जुल॰ 07, 08:48:00 am 2010  

ब्लॉग चौपाल पर तो मैंने खुद टिप्पणी दी थी !!
यही ब्लॉग 4 वार्ता पर भी हुआ .................१८ टिप्पणी थी .........अब ८ दिख रही है !

दिनेशराय द्विवेदी बुध जुल॰ 07, 08:51:00 am 2010  

भारत बंद में ब्लागर शामिल?

अन्तर सोहिल बुध जुल॰ 07, 11:10:00 am 2010  

मुझे तो लगता है कि सबके साथ ऐसा हो रहा है जी
पता नहीं कहां ट्रान्सपोर्ट प्राब्लम है?


प्रणाम

S.M.Masoom बुध जुल॰ 07, 06:06:00 pm 2010  

घायब हुई टिप्पणियां वापस आ गयी. एक टिपण्णी २-२ बार आई.

Related Posts with Thumbnails

ब्लाग चर्चा

Blog Archive

मेरी ब्लॉग सूची

  © Blogger templates The Professional Template by Ourblogtemplates.com 2008

Back to TOP