राजकुमार ग्वालानी के नाम से ठगी का प्रयास
किसी बंदे ने हमारे नाम का फायदा उठाते हुए रायपुर के एक रग्बी खिलाड़ी को नौकरी दिलाने का झांस देकर ठगने का प्रयास किया। लेकिन उस खिलाड़ी ने हमसे संपर्क किया तो उसे मालूम हुआ कि हमने तो उसे बुलाया ही नहीं है, तब जाकर मालूम हुआ कि किसी ने उसे हमारा नाम लेकर बुलाया था। हमने उस नकली राजकुमार ग्वालानी का मोबाइल नंबर क्राईम ब्रांच में दे दिया है ताकि मालूम हो सके कि आखिर यह ठग है कौन जो हमारे नाम से ठगी करने वाला था।
दो दिन पहले की बात है, हम शाम को प्रेस पहुंचे ही थे कि हमारा मोबाइल बजा हमने मोबाइल जैसे ही उठाया उधर से एक बंदे की आवाज आई और उन्होंने पूछा भईया राजकुमार ग्वालानी बोल रहे हैं। हमने कहा बोला रहा हूं। उस बंदे ने कहा कि भईया आपने हम दो दिन पहले फोन करके प्रेस क्लब बुलाया था। हमने कहा हमने तो नहीं बुलाया था और हमने फोन काट दिया। कुछ देर बाद हमें बात खटकी तो हमने उस बंदे को फोन लगाकर पूछा कि आखिर मामला क्या है तो उन्होंने जो बताया उसने हमें सकेत में डाल दिया। उस खिलाड़ी जिसका नाम आनंद है उसने बताया कि वह रग्बी का अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी है और उसके पास दो दिन पहले एक फोन आया और कहा गया कि मैं राजकुमार ग्वालानी बोल रहा हूं तुम्हें नौकरी दिला सकता हूं, तुम अपना बॉयोडाटा लेकर प्रेस क्लब आ जाओ। उस खिलाड़ी ने कहा कि भईया मैं आपको जानता हूं आपने कई खिलाडिय़ों को नौकरी दिलाने का काम किया है ऐसे में मैंने सोचा शायद कहीं कोई नौकरी होगी इसलिए भईया ने याद किया है। मैं दो दिनों से आपको खोजने प्रेस क्लब आ रहा हूं। आपने जिस नंबर से फोन किया था वह बंद मिल रहा है। यहां पर प्रेस क्लब में आपका दूसरा नंबर लेकर फोन कर रहा हूं। हमने उससे पूछा कि किस नंबर से फोन आया था। उसने नंबर बताया 09893131931। हमने आनंद से कहा कि यह नंबर तो हमारा है ही नहीं। हम पता लगाते हैं कि आखिर यह नंबर किसका है और वह बंदा कौन है। हमने इस नंबर में फोन किया तो वह नंबर बंद मिला। लगातार यह नंबर बंद है। हमने यह जानने के लिए आखिर यह नंबर किसका है और यह बंदा हमारे नाम से क्यों कर ठगी करना चाहता है हमने यह नंबर क्राईम ब्रांच में दे दिया है। इसका पता चलते ही इस बंदे को तो जेल की हवा खिलाकर ही रहेंगे।
दो दिन पहले की बात है, हम शाम को प्रेस पहुंचे ही थे कि हमारा मोबाइल बजा हमने मोबाइल जैसे ही उठाया उधर से एक बंदे की आवाज आई और उन्होंने पूछा भईया राजकुमार ग्वालानी बोल रहे हैं। हमने कहा बोला रहा हूं। उस बंदे ने कहा कि भईया आपने हम दो दिन पहले फोन करके प्रेस क्लब बुलाया था। हमने कहा हमने तो नहीं बुलाया था और हमने फोन काट दिया। कुछ देर बाद हमें बात खटकी तो हमने उस बंदे को फोन लगाकर पूछा कि आखिर मामला क्या है तो उन्होंने जो बताया उसने हमें सकेत में डाल दिया। उस खिलाड़ी जिसका नाम आनंद है उसने बताया कि वह रग्बी का अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी है और उसके पास दो दिन पहले एक फोन आया और कहा गया कि मैं राजकुमार ग्वालानी बोल रहा हूं तुम्हें नौकरी दिला सकता हूं, तुम अपना बॉयोडाटा लेकर प्रेस क्लब आ जाओ। उस खिलाड़ी ने कहा कि भईया मैं आपको जानता हूं आपने कई खिलाडिय़ों को नौकरी दिलाने का काम किया है ऐसे में मैंने सोचा शायद कहीं कोई नौकरी होगी इसलिए भईया ने याद किया है। मैं दो दिनों से आपको खोजने प्रेस क्लब आ रहा हूं। आपने जिस नंबर से फोन किया था वह बंद मिल रहा है। यहां पर प्रेस क्लब में आपका दूसरा नंबर लेकर फोन कर रहा हूं। हमने उससे पूछा कि किस नंबर से फोन आया था। उसने नंबर बताया 09893131931। हमने आनंद से कहा कि यह नंबर तो हमारा है ही नहीं। हम पता लगाते हैं कि आखिर यह नंबर किसका है और वह बंदा कौन है। हमने इस नंबर में फोन किया तो वह नंबर बंद मिला। लगातार यह नंबर बंद है। हमने यह जानने के लिए आखिर यह नंबर किसका है और यह बंदा हमारे नाम से क्यों कर ठगी करना चाहता है हमने यह नंबर क्राईम ब्रांच में दे दिया है। इसका पता चलते ही इस बंदे को तो जेल की हवा खिलाकर ही रहेंगे।
6 टिप्पणियाँ:
बताईये..कैसी कैसी हरकत हो जाती है. पक्का पता किजिये और उसे उसके किये की सजा दिलवाईये.
gvalani , tumharaa naam fail gayaahai. svabhavik hai,ki log fayadaa uthayenge hi.savdhaan rahanaa. lokpriy logo ka naam lekar log apnaa kaam kar jaate hai.
राजकुमार भाई साहब,
यह बात तो एकदम सही है कि उस ठग को सजा जरूर मिलनी चाहिए ! पर एक विनती है आपसे इस पूरी घटना में उस खिलाडी की कोई गलती नहीं है सो अगर हो सके तो उसकी मदद जरूर करें !
जिसने भी किया है ये तो बहुत गलत बात है. उसे सजा मिलनी ही चाहिए.
जिसने भी किया है ये तो बहुत गलत बात है. उसे सजा मिलनी ही चाहिए. कैसी कैसी हरकतें कर बैठते हैं।
क्या वह ठग पकडा गया जी ?
बताईयेगा
प्रणाम
एक टिप्पणी भेजें