बहुत ही अच्छी है मेरी घरवाली
मेरी घरवाली सबसे निराली
देती है रोज एक चाय की प्याली
नहीं है अपनी कोई भी साली
नहीं करनी पड़ती है उसको रखवाली
जब भी होते हैं हम दोनों खाली
मिलकर बातें करते हैं खूब निराली
हमारे बाग में नहीं कोई माली
हर तरफ है फूलों की डाली
घर में हमने प्यार की ऐसी चादर डाली
नहीं लगता है अपना घर कभी खाली
यूं हमने अब तक जिंदगी गुजारी
बहुत ही अच्छी है मेरी घरवाली
देती है रोज एक चाय की प्याली
नहीं है अपनी कोई भी साली
नहीं करनी पड़ती है उसको रखवाली
जब भी होते हैं हम दोनों खाली
मिलकर बातें करते हैं खूब निराली
हमारे बाग में नहीं कोई माली
हर तरफ है फूलों की डाली
घर में हमने प्यार की ऐसी चादर डाली
नहीं लगता है अपना घर कभी खाली
यूं हमने अब तक जिंदगी गुजारी
बहुत ही अच्छी है मेरी घरवाली
घरवाली ने दिए हैं दो चांद के टुकड़े
सबसे सुंदर हैं उनके मुखड़े
एक मुखड़ा है हमारी बिटिया रानी का
दूसरा है बेटे सागर का
जब भी वे हैं घर में रहते
दोनों हैं हमेशा खूब मस्ती करते
दोनों हैं हमारे दिल में रहते
उनके बिना हम नहीं रह सकते
एक ताजा कविता पेश है जो हमने अभी-अभी लिखी है।
सबसे सुंदर हैं उनके मुखड़े
एक मुखड़ा है हमारी बिटिया रानी का
दूसरा है बेटे सागर का
जब भी वे हैं घर में रहते
दोनों हैं हमेशा खूब मस्ती करते
दोनों हैं हमारे दिल में रहते
उनके बिना हम नहीं रह सकते
एक ताजा कविता पेश है जो हमने अभी-अभी लिखी है।
8 टिप्पणियाँ:
हमारी तो साली भी है
फिर घरवाली निराली भी है
नहीं करनी पड़ती है उसको रखवाली
काहे, कि हम बहुते सज्जन हैं!! :)
वाह वाह वाह बहुत खुब
शानदार चिंतन रचना की
जोरदार बधाई
बहुत बढिया है जी घरवाली मेरा मतलब कविता
प्रणाम
वाह बहुत खुब.
आपकी घरवाली हमें भी पसंद आई।
...मैं कविता की बात कर रहा हूँ जी, आप कुछ अलग मतलब तो नहीं समझे?
................
नाग बाबा का कारनामा।
महिला खिलाड़ियों का ही क्यों होता है लिंग परीक्षण?
...behatareen !!!
वाह भाई वाह ! ऐसी ही जिंदगी हंस कर गुजार दें ..
एक बेहद उम्दा पोस्ट के लिए बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएं !
आपकी चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है यहां भी आएं
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