छत्तीसगढ़ की नई राजधानी होगी नंबर वन
छत्तीसगढ़ की नई राजधानी को देश में नंबर वन बनाने का संकल्प छत्तीसगढ़ की सरकार ने लिया है। इस बारे में यह बात तब सामने आई जब वहां पर एक लाख पौधे लगाने का काम किया गया। हम इस कार्यक्रम का कवरेज करने गए थे। वहां पर राज्यपाल शेखर दत्त के साथ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, विधानसभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक, सांसद रमेश बैस, पर्यावरण मंत्री राजेश मूणत ने एक स्वर में कहा कि नई राजधानी देश की नंबर वन राजधानी हो, इसी योजना पर काम किया गया है। पर्यावरण से लेकर सभी आधुनिक सुविधाएं यहां उपलब्ध होंगी। राजधानी को हरा-भरा करने के लिए ही हरियर छत्तीसगढ़-हरियर नया रायपुर के नारे साथ आज यहां पर एक लाख पौधे लगाने का महाअभियान शुरू किया गया है।
नई राजधानी में एक लाख पौधों के रोपण के साथ जल प्रदाय योजना का प्रारंभ करने से पहले राज्यपाल शेखर दत्त ने कहा कि पर्यावरण के लिहाज से जिस तरह की योजना पर नई राजधानी के लिए काम किया जा रहा है, वह वास्तव में अपने देश के दूसरे राज्यों के लिए ही नहीं बल्कि विदेशों के लिए भी अनुकरणी है। श्री दत्त ने कहा कि नया रायपुर जब विकसित होगा तो यहां पर हर तरह की सुविधाएं होंगी और ये सारी सुविधाएं विश्व स्तरीय होंगी। प्रदेश सरकार ने भविष्य का ध्यान रखते हुए ही नया रायपुर के लिए योजना बनाई है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने नया रायपुर को रेलवे मार्ग से भी जोडऩे की बात की है, इसी के साथ उन्होंने बताया है कि यहां पर किस तरह से शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य की सेवाएं विश्व स्तर की होंगी। राज्यपाल ने कहा कि आज यहां पर पौधे लगाकर ही विराम नहीं लगाना है बल्कि अपने राज्य में हमेशा सभी को पौधे लगाने का काम करना होगा तभी पर्यावरण का संतुलन सही रहेगा।
हर तरह से आधुनिक होगा नया रायपुर: सीएम
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि नई राजधानी में प्रवेश से एक साल पहले यहां पर एक लाख पौधे लगाने की योजना इसलिए बनाई गई है ताकि एक साल बाद यहां हम लोग आएं तो सभी तरफ हरियाली होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि नया रायपुर में सब कुछ आधुनिक होगा। यहां पर कहीं पर भी तारों का जाल नहीं आएगा, सभी काम भूमिगत होंगे। उन्होंने बताया कि १.४० करोड़ की जल प्रदाय योजना का आज राज्यपाल प्रारंभ कर रहे हैं। इसी के साथ यहां पर ३७५ एकड़ में जंगल सफारी का निर्माण किया जा रहा है। यह सफारी विश्व स्तर का होगी। इसके अलावा अहमदाबाद की काकरिया झील से अच्छी ङाील का निर्माण भी नई राजधानी में होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि यहां विश्व स्तर का कैंसर अस्पताल भी होगा। खेलों की सुविधाएं भी यहां होंगी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पास एक खेल गांव बनाया जाएगा। जहां सारी आधुनिक सुविधाएं होंगी। उन्होंन कहा कि जब नई राजधानी बस जाएगी तो आज यहां लगाए जाने वाले पौधे ३४० फीट ऊंचे हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने से ज्यादा पुन्य का काम और कोई नहीं हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा ऐसा मानना है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी देश में नंबर होंगी क्योंकि योजना बनाने से पहले कई राज्यों की राजधानी के साथ विदेशों के कई शहरों का भी भ्रमण करके हमारे अधिकारियों से देखा है और सबसे बेहतर क्या होगा, उसी पर काम किया जा रहा है।
एशिया में सबसे सुंदर होगा: कौशिक
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि हमारा ऐसा मानना है कि नई राजधानी भारत में ही नहीं बल्कि एशिया में सुंदरता के मामले में नंबर वन होगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश को सुंदर बनाने की कल्पना करके यहां काम प्रारंभ किया है। पर्यावरण का संतुलन कैसे कायम रह सकता है इस पर विशेष ध्यान दिया गया है।
३६ प्रतिशत हरियाली होगी: राजेश
आवास एवं पर्यावरण मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि नई राजधानी को हरियाली युक्त करने के लिए ३६ प्रतिशत हिस्से को हरा-भरा करने की योजना के तहत ही पहले कदम पर एक लाख पौधे लगाने का महाअभियान आज प्रारंभ किया गया है। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़, गांधीनगर के साथ विश्व के कई देशों के शहरों का अवलोकन करने के बाद ही नई राजधानी की योजना बनाई गई है। ८०१३ हेक्टेयर में बननी वाली राजधानी पर्यावरण के अनुरूप बनाई जा रही है।
अगले साल एक लाख पेड़ ही नजर आएंगे
सांसद रमेश बैस ने कहा कि ऐसा नहीं है कि आज यहां पर पेड़ लगाने के बाद इनकी सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जाएगा। प्रदेश सरकार ने जिस तरह की योजना बनाई है उसको देखते हुए मैं कह सकता हूं कि अगले साल भी अगर हम यहां आकर गिनती करेंगे तो एक लाख पेड़ ही मिलेंगे। उन्होंने कहा कि आज का दिन छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक दिन है जब यहां पर एक लाख पेड़ लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नया रायपुर अभी बालक है जब इसको संवार दिया जाएगा और इसका विराट रूप सामने आएगा तो यह बात तय है कि यह देश में नंबर वन होगा।
नई राजधानी में एक लाख पौधों के रोपण के साथ जल प्रदाय योजना का प्रारंभ करने से पहले राज्यपाल शेखर दत्त ने कहा कि पर्यावरण के लिहाज से जिस तरह की योजना पर नई राजधानी के लिए काम किया जा रहा है, वह वास्तव में अपने देश के दूसरे राज्यों के लिए ही नहीं बल्कि विदेशों के लिए भी अनुकरणी है। श्री दत्त ने कहा कि नया रायपुर जब विकसित होगा तो यहां पर हर तरह की सुविधाएं होंगी और ये सारी सुविधाएं विश्व स्तरीय होंगी। प्रदेश सरकार ने भविष्य का ध्यान रखते हुए ही नया रायपुर के लिए योजना बनाई है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने नया रायपुर को रेलवे मार्ग से भी जोडऩे की बात की है, इसी के साथ उन्होंने बताया है कि यहां पर किस तरह से शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य की सेवाएं विश्व स्तर की होंगी। राज्यपाल ने कहा कि आज यहां पर पौधे लगाकर ही विराम नहीं लगाना है बल्कि अपने राज्य में हमेशा सभी को पौधे लगाने का काम करना होगा तभी पर्यावरण का संतुलन सही रहेगा।
हर तरह से आधुनिक होगा नया रायपुर: सीएम
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि नई राजधानी में प्रवेश से एक साल पहले यहां पर एक लाख पौधे लगाने की योजना इसलिए बनाई गई है ताकि एक साल बाद यहां हम लोग आएं तो सभी तरफ हरियाली होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि नया रायपुर में सब कुछ आधुनिक होगा। यहां पर कहीं पर भी तारों का जाल नहीं आएगा, सभी काम भूमिगत होंगे। उन्होंने बताया कि १.४० करोड़ की जल प्रदाय योजना का आज राज्यपाल प्रारंभ कर रहे हैं। इसी के साथ यहां पर ३७५ एकड़ में जंगल सफारी का निर्माण किया जा रहा है। यह सफारी विश्व स्तर का होगी। इसके अलावा अहमदाबाद की काकरिया झील से अच्छी ङाील का निर्माण भी नई राजधानी में होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि यहां विश्व स्तर का कैंसर अस्पताल भी होगा। खेलों की सुविधाएं भी यहां होंगी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पास एक खेल गांव बनाया जाएगा। जहां सारी आधुनिक सुविधाएं होंगी। उन्होंन कहा कि जब नई राजधानी बस जाएगी तो आज यहां लगाए जाने वाले पौधे ३४० फीट ऊंचे हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने से ज्यादा पुन्य का काम और कोई नहीं हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा ऐसा मानना है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी देश में नंबर होंगी क्योंकि योजना बनाने से पहले कई राज्यों की राजधानी के साथ विदेशों के कई शहरों का भी भ्रमण करके हमारे अधिकारियों से देखा है और सबसे बेहतर क्या होगा, उसी पर काम किया जा रहा है।
एशिया में सबसे सुंदर होगा: कौशिक
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि हमारा ऐसा मानना है कि नई राजधानी भारत में ही नहीं बल्कि एशिया में सुंदरता के मामले में नंबर वन होगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश को सुंदर बनाने की कल्पना करके यहां काम प्रारंभ किया है। पर्यावरण का संतुलन कैसे कायम रह सकता है इस पर विशेष ध्यान दिया गया है।
३६ प्रतिशत हरियाली होगी: राजेश
आवास एवं पर्यावरण मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि नई राजधानी को हरियाली युक्त करने के लिए ३६ प्रतिशत हिस्से को हरा-भरा करने की योजना के तहत ही पहले कदम पर एक लाख पौधे लगाने का महाअभियान आज प्रारंभ किया गया है। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़, गांधीनगर के साथ विश्व के कई देशों के शहरों का अवलोकन करने के बाद ही नई राजधानी की योजना बनाई गई है। ८०१३ हेक्टेयर में बननी वाली राजधानी पर्यावरण के अनुरूप बनाई जा रही है।
अगले साल एक लाख पेड़ ही नजर आएंगे
सांसद रमेश बैस ने कहा कि ऐसा नहीं है कि आज यहां पर पेड़ लगाने के बाद इनकी सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जाएगा। प्रदेश सरकार ने जिस तरह की योजना बनाई है उसको देखते हुए मैं कह सकता हूं कि अगले साल भी अगर हम यहां आकर गिनती करेंगे तो एक लाख पेड़ ही मिलेंगे। उन्होंने कहा कि आज का दिन छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक दिन है जब यहां पर एक लाख पेड़ लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नया रायपुर अभी बालक है जब इसको संवार दिया जाएगा और इसका विराट रूप सामने आएगा तो यह बात तय है कि यह देश में नंबर वन होगा।
1 टिप्पणियाँ:
...बेहतरीन पोस्ट!!!
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