इंडोर स्टेडियम से खिलाड़ियों के खेल में आएगा निखार
बास्केटबॉल के अंतरराष्ट्रीय कोच राजेश पटेल कहते हैं कि राजधानी रायपुर में तैयार हो गए इंडोर स्टेडियम से न सिर्फ बास्केटबॉल के बल्कि इंडोर में खेले जाने वाले हर खेल के खिलाड़ियों का खेल निखरेगा। इस इंडोर स्टेडियम में 9 फरवरी से फेडरेशन कप बास्केटबॉल का आयोजन हो रहा है। यह आयोजन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मंशा के अनुरुप हमारे संघ ने लिया है। उनसे हुई बात-चीत के अंश प्रस्तुत हैं।
0 रायपुर में तैयार हो गए इंडोर स्टेडियम के बारे में क्या सोचते हैं?
00 यह राज्य बनने के बाद अगर खेल जगत की सबसे बड़ी उपलब्धि है कहा जाए तो गलत नहीं होगा। प्रदेश में एक भी इंडोर स्टेडियम न होने के कारण खिलाड़ियों को बहुत परेशानी होती थी। अब इस स्टेडियम के बाद जरूर इंडोर में होने वाले खेलों के खिलाड़ियों का खेल निखरेगा।
0 इंडोर में होने वाले फेडरेशन कप बास्केटबॉल के बारे में बताएं?
00 राज्य खेल महोत्सव के आयोजन के साथ मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह चाहते थे कि कोई अच्छी राष्ट्रीय स्पर्धा हो। ऐसे में हमारे खेल के लिए यह सौभाग्य की बात है कि मुख्यमंत्री ने बास्केटबॉल का चयन किया और उनके निर्देश पर हमारे संघ ने भारतीय फेडरेशन से यह स्पर्धा ली।
0 स्पर्धा के बारे में बताएं?
00 राष्ट्रीय फेडरेशन कप में राष्ट्रीय चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली 8 टीमें खेलती हैं। यह हमारा सौभाग्य है कि हमारे राज्य की दोनो टीमें इस समय फेडरेशन कप में खेलने की पात्र हैं। अगर हमारी टीमों को पात्रता नहीं भी होती तो मेजबान होने के कारण हमारी टीमों को खेलने का मौका मिल जाता।
0 छत्तीसगढ़ में बास्केटबॉल की क्या स्थिति है?
00 इसमें कोई दो मत नहीं है कि आज हमारा खेल राज्य में सबसे ज्यादा पदक जीतने वाला खेल हैं। सब जूनियर, जूनियर, यूथ से लेकर सीनियर वर्ग में हमारी टीमें पदक जीत रहे हैं। 10 साल में हमारी हर टीम ने पदक जीते हैं।
0 सीनियर वर्ग में राज्य की टीमों के बारे में बताएं?
00 एक सीनियर वर्ग ही ऐसा वर्ग है जिसमें हमारी टीमें अब तक स्वर्ण पदक तक नहीं पहुंच पाई हैं।
0 क्या कारण है?
00 सीनियर वर्ग में रेलवे की टीमों के खेलने के कारण इस वर्ग में बास्केटबॉल ही नहीं बल्कि किसी भी खेल में किसी भी राज्य की टीम के लिए स्वर्ण पदक तक पहुंचना कठिन होता है।
0 ऐसा क्यों?
00 ऐसा इसलिए क्योंकि रेलवे की टीम में देश के हर राज्य के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को रखा जाता है।
0 अपने प्रशिक्षण के बारे में कुछ बताएं?
00 करीब तीन दशक से मैं खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे रहा हूं। मप्र के रहते भी मैं टीमों को तैयार करता था और छत्तीसगढ़ बनने के बाद दस साल से प्रदेश की हर वर्ग की महिलाओं की टीमों को तैयार कर रहा हूं।
0 खिलाड़ियों को कितने घंटे अभ्यास करवाते हैं?
00 मैं भिलाई के पंत स्टेडियम के मैदान में खिलाड़ियों को रोज कम से कम 6 से 8 घंटे तक अभ्यास करवाता हूं।
0 छत्तीसगढ़ में होने वाले राष्ट्रीय खेलों के बारे में क्या कहते हैं?
0 छत्तीसगढ़ में 37वें राष्ट्रीय खेलों के लिए अभी से तैयारी करने पर ही सफलता मिलेगी। जहां तक हमारे खेल का सवाल है तो हमारे खेल में हम अभी से स्वर्ण जीतने की तैयारी में जुट गए हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि हमारे खेल में महिला के साथ पुरुष वर्ग में भी अपनी मेजबानी में हम स्वर्ण जीतेंगे।
0 रायपुर में तैयार हो गए इंडोर स्टेडियम के बारे में क्या सोचते हैं?
00 यह राज्य बनने के बाद अगर खेल जगत की सबसे बड़ी उपलब्धि है कहा जाए तो गलत नहीं होगा। प्रदेश में एक भी इंडोर स्टेडियम न होने के कारण खिलाड़ियों को बहुत परेशानी होती थी। अब इस स्टेडियम के बाद जरूर इंडोर में होने वाले खेलों के खिलाड़ियों का खेल निखरेगा।
0 इंडोर में होने वाले फेडरेशन कप बास्केटबॉल के बारे में बताएं?
00 राज्य खेल महोत्सव के आयोजन के साथ मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह चाहते थे कि कोई अच्छी राष्ट्रीय स्पर्धा हो। ऐसे में हमारे खेल के लिए यह सौभाग्य की बात है कि मुख्यमंत्री ने बास्केटबॉल का चयन किया और उनके निर्देश पर हमारे संघ ने भारतीय फेडरेशन से यह स्पर्धा ली।
0 स्पर्धा के बारे में बताएं?
00 राष्ट्रीय फेडरेशन कप में राष्ट्रीय चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली 8 टीमें खेलती हैं। यह हमारा सौभाग्य है कि हमारे राज्य की दोनो टीमें इस समय फेडरेशन कप में खेलने की पात्र हैं। अगर हमारी टीमों को पात्रता नहीं भी होती तो मेजबान होने के कारण हमारी टीमों को खेलने का मौका मिल जाता।
0 छत्तीसगढ़ में बास्केटबॉल की क्या स्थिति है?
00 इसमें कोई दो मत नहीं है कि आज हमारा खेल राज्य में सबसे ज्यादा पदक जीतने वाला खेल हैं। सब जूनियर, जूनियर, यूथ से लेकर सीनियर वर्ग में हमारी टीमें पदक जीत रहे हैं। 10 साल में हमारी हर टीम ने पदक जीते हैं।
0 सीनियर वर्ग में राज्य की टीमों के बारे में बताएं?
00 एक सीनियर वर्ग ही ऐसा वर्ग है जिसमें हमारी टीमें अब तक स्वर्ण पदक तक नहीं पहुंच पाई हैं।
0 क्या कारण है?
00 सीनियर वर्ग में रेलवे की टीमों के खेलने के कारण इस वर्ग में बास्केटबॉल ही नहीं बल्कि किसी भी खेल में किसी भी राज्य की टीम के लिए स्वर्ण पदक तक पहुंचना कठिन होता है।
0 ऐसा क्यों?
00 ऐसा इसलिए क्योंकि रेलवे की टीम में देश के हर राज्य के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को रखा जाता है।
0 अपने प्रशिक्षण के बारे में कुछ बताएं?
00 करीब तीन दशक से मैं खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे रहा हूं। मप्र के रहते भी मैं टीमों को तैयार करता था और छत्तीसगढ़ बनने के बाद दस साल से प्रदेश की हर वर्ग की महिलाओं की टीमों को तैयार कर रहा हूं।
0 खिलाड़ियों को कितने घंटे अभ्यास करवाते हैं?
00 मैं भिलाई के पंत स्टेडियम के मैदान में खिलाड़ियों को रोज कम से कम 6 से 8 घंटे तक अभ्यास करवाता हूं।
0 छत्तीसगढ़ में होने वाले राष्ट्रीय खेलों के बारे में क्या कहते हैं?
0 छत्तीसगढ़ में 37वें राष्ट्रीय खेलों के लिए अभी से तैयारी करने पर ही सफलता मिलेगी। जहां तक हमारे खेल का सवाल है तो हमारे खेल में हम अभी से स्वर्ण जीतने की तैयारी में जुट गए हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि हमारे खेल में महिला के साथ पुरुष वर्ग में भी अपनी मेजबानी में हम स्वर्ण जीतेंगे।
1 टिप्पणियाँ:
वे शायद ठीक ही कह रहे हैं , इनडोर स्टेडियम के प्लस पाइंट तो हैं ही !
एक टिप्पणी भेजें