रणजी की मैच फीस डेढ़ सौ से डेढ़ लाख हो गई
रणजी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले हरियाणा के पूर्व क्रिकेटर अमरजीत केपी का कहना है कि रणजी की मैच फीस डेढ़ सौ रुपए से अब डेढ़ लाख हो गई है। उनके जमाने में 20 साल पहले काफी कम पैसे मिलते थे।
अंडर 19 एसोसिएट क्रिकेट के मैच रेफरी के रुप में यहां आए अमरजीत ने पूछने पर बताया कि जब वे लोग 20 साल पहले खेलते थे, तो उस जमाने में एक सौ पचास रुपए एक मैच के लिए मिलते थे, लेकिन अब तो क्रिकेट में पैसो की बारिश होने लगी है। आज रणजी के एक मैच में क्रिकेटरों को मैच फीस के रूप में करीब डेढ़ लाख मिल जाते हंै। उन्होंने बताया कि उन्होंने रणजी 109 मैचों में रिकॉर्ड 7624 रन बनाए थे। उनके इस रिकॉर्ड को कुछ समय पहले अमोल मजूमदार ने तोड़ा है। वे बताते हैं कि उनके रणजी के रिकॉर्ड रनों के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने उनका पिछले साल सम्मान किया था।
यहां पर मैच रेफरी के रूप में आए अमरजीत ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ऐसा सुंदर और अच्छा स्टेडियम भारत में और कहीं नहीं है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों की तारीफ करते हुए कहा कि उनको यहां के लोग बहुत अच्छे लगे। एक सवाल के जवाब में वे कहते हैं कि उनको छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने बुलाया जाएगा तो वे जरूर आएंगे। वे कहते हैं कि वे अपने राज्य के खिलाड़ियों को भी तराशने का काम करने वाले हैं। बकौल अमरजीत उन्होंने अपने खेल जीवन में जो सीखा है उसको दूसरे खिलाड़ियों को न बताया जाए तो क्या मतलब है। वे कहते हैं कि इसी के साथ यह बी जरूरी है कि उनसे जो गलतियां हुई है कम से कम वैसी गलती आज के क्रिकेटर न करेें।
अंडर 19 एसोसिएट क्रिकेट के मैच रेफरी के रुप में यहां आए अमरजीत ने पूछने पर बताया कि जब वे लोग 20 साल पहले खेलते थे, तो उस जमाने में एक सौ पचास रुपए एक मैच के लिए मिलते थे, लेकिन अब तो क्रिकेट में पैसो की बारिश होने लगी है। आज रणजी के एक मैच में क्रिकेटरों को मैच फीस के रूप में करीब डेढ़ लाख मिल जाते हंै। उन्होंने बताया कि उन्होंने रणजी 109 मैचों में रिकॉर्ड 7624 रन बनाए थे। उनके इस रिकॉर्ड को कुछ समय पहले अमोल मजूमदार ने तोड़ा है। वे बताते हैं कि उनके रणजी के रिकॉर्ड रनों के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने उनका पिछले साल सम्मान किया था।
यहां पर मैच रेफरी के रूप में आए अमरजीत ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ऐसा सुंदर और अच्छा स्टेडियम भारत में और कहीं नहीं है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों की तारीफ करते हुए कहा कि उनको यहां के लोग बहुत अच्छे लगे। एक सवाल के जवाब में वे कहते हैं कि उनको छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने बुलाया जाएगा तो वे जरूर आएंगे। वे कहते हैं कि वे अपने राज्य के खिलाड़ियों को भी तराशने का काम करने वाले हैं। बकौल अमरजीत उन्होंने अपने खेल जीवन में जो सीखा है उसको दूसरे खिलाड़ियों को न बताया जाए तो क्या मतलब है। वे कहते हैं कि इसी के साथ यह बी जरूरी है कि उनसे जो गलतियां हुई है कम से कम वैसी गलती आज के क्रिकेटर न करेें।
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