बंदर हनुमान के रूप होते हैं- बस्तर यात्रा -11
बस्तर यात्रा में कई अच्छी बातों से दो-चार होने का मौका मिला। जब हम लोग तीरथगढ़ जलप्रपात का आनंद ले रहे थे तो वहां पर स्थित मंदिरों के पास हमें एक बंदर नजर आया। ऐसे में हमने उसके कुछ पोज कैमरे में कैद कर लिए। तब तक हमें यह मालूम नहीं था कि जब हम वहां से वापस लौटेंगे तो बाहर एक ऐसा स्लोगन देखने को मिल जाएगा जिसका बंदरों से संबंध होगा। हम जैसे ही तीरथगढ़ के नीचले हिस्से से लंबी-चौड़ी सीढिय़ां चढ़कर ऊपर पहुंचे तो देखा कि वहां पर एक पत्थर में लिखा था कि बंदर हनुमान के रूप होते हैं। इसको देखते ही हमारा कैमरा चमक उठा और वह स्लोगन भी कैमरे में हो गया कैद। इसमें कोई दो मत नहीं है कि बंदर वास्तव में हनुमान का रूप होते हैं। इस बारे में हमारी ब्लाग बिरादरी के मित्र क्यो सोचते हैं जरूर बताएं।
3 टिप्पणियाँ:
ये क्या...चित्र देखे, पढ़ा और खत्म हो गई पोस्ट। कुछ और विवरण होता ....
चलिए, अगली कड़ी में ध्यान रखिएगा।
हेडिंग के साथ चित्र ही काफी थे।
एक बार फिर बस्तर यात्रा करवाने के लिए धन्यवाद।
:) बढ़िया तस्वीरें.
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