ये है कांगेर धारा-जिसका नजारा लगता है प्यारा- बस्तर यात्रा -8
बस्तर की कुटुमसर गुफा जाने के रास्ते में 6 किलो मीटर की दूरी पर एक कांगेर धारा है। यहां का नजारा वास्तव में आंखों को प्यारा लगता है। अब यह बात अलग है कि हम जब वहां गए थे तो वहां पानी कम था, लेकिन जितनी गर्मी में हम वहां गए थे, उस गर्मी में कम पानी ने भी हमें बहुत सकुन दिया। चारों तरफ हरियाली और कल-कल करती बहती धारा मानो कहती है कि जिस सकुन की तुम्हें तलाश है, वह तो तुम्हें मेरे ही पास मिल सकता है। सच में वहां इतना अच्छा लग रहा था कि मन हो रहा था कि वहां पर घंटों बैठा जाए, लेकिन क्या करते समय कम था, ऐसे में हम वहां बुमश्किल आधे घंटे ही रूक सके क्योंकि साथ में एक गाइड था जिनको हमें कुटुमसर गुफा दिखाने के बाद दूसरे पर्यटकों को भी गुफा का भ्रमण करवाना था। ऐसे में उनके समय का तो हमें ख्याल रखना ही था। फिर सोचा था कि वापसी में एक बार इसका नजारा किया जाएगा, लेकिन वापसी के बाद हमें तीरथगढ़ जलप्रपात भी जाना था। सो हम वहां फिर न जा सके। हम आपको कल तीरथगढ़ जलप्रपात का नजारा करवाएंगे फिलहाल कांगेर धारा का नजारा करके अपनी गर्मी भगाने का काम करें।
8 टिप्पणियाँ:
Good Morning
Good Morning
बड़ी बेहतरीन यात्रा रही होगी...चित्र सब बयान कर रहे हैं.
आपके ताज़गी और शीतलता भरे चित्रों से मन को बहुत सुकून मिला और जगदलपुर में बिताये अपने जीवन के सर्वोत्तम चार सालों का हर पल मस्तिष्क में कौंध गया ! चित्रकूट जल प्रपात के चित्र भी अवश्य दें ! धन्यवाद एवं आभार !
साधना जी,
चित्रकूट पर पोस्ट हम दे चुके हैं, आप चाहें तो उसे यहां देख सकती हैं.
http://rajtantr.blogspot.com/2010/04/5.html
बहुत ही बढिया, बस्तर भ्रमण करवा रहे हैं।
आपका आभार
बहुत ही आनंद आया आपकी इस यात्रा के चित्र देखकर.
रामराम.
बढ़िया चल रही है यात्रा। शानदार चित्र।
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