महिलाओं के लिए बॉडी बिल्डिंग में बदलाव
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खासकर एशियाई देशों में बॉडी बिल्डिंग से महिलाओं को जोडऩे के लिए अंतरराष्ट्रीय महासंघ ने महिलाओं के लिए नियमों में बदलाव किए हैं। अब महिलाओं के लिए अलग तरह के नियमों के साथ मिस फिटनेस और मिस सेफ की स्पर्धाओं का आयोजन किया जाएगा। वैसे तो इसका आगाज यूरोपियन चैंपियनशिप से रूस में हो चुका है, पर जर्मनी में इस साल नवंबर में होने वाले विश्व कप से इसकी विधिवत शुरुआत हो जाएगी। इसी के साथ भारत में भी महिलाओं का इस खेल के प्रति रुङाान होगा।
यह जानकारी देते हुए अंतरराष्ट्रीय निर्णायक और हनुमान सिंह पुरस्कार प्राप्त संजय शर्मा ने बताया कि इस माह रूस में हुई यूरोपियन कप बॉडी बिल्डिंग में अंतरराष्ट्रीय महासंघ की बैठक हुई। इस बैठक में फैसला किया गया कि बॉडी बिल्डिंग को और ज्यादा लोकप्रिय करने और इस खेल से महिलाओं को जोडऩे के लिए महिलाओं के लिए अलग तरह की स्पर्धाओं का आयोजन किया जाए। महिलाओं के लिए मिस फिटनेस और मिस सेफ का आयोजन करने का फैसला किया गया है। इसके लिए नियम बनाने की प्रकिया प्रारंभ हो गई है। महिलाओं के लिए होने वाली स्पर्धा में पुरुषों की तरह खिलाडिय़ों के मसल्स नहीं देखे जाएंगे। महिलाओं की फिटनेस के साथ उनके फेस को देखकर उनके लिए स्पर्धा का आयोजन होगा। इस तरह की एक स्पर्धा का आयोजन यूरोपियन चैंपियनशिप में किया गया। महिलाओं के लिए होने वाली स्पर्धा में महिलाओं के शरीर का लचीलपन ही उनको सफलता दिलाने में सहायक होगा। इसी के साथ खिलाड़ी की ऊंचाई, उसकी खुबसूरती पर भी विशेष अंक मिलेंगे।
महिलाओं के लिए होने वाली स्पर्धा के लिए यह तय किया गया कि महिलाएं इसमें ज्यादा से ज्यादा कपड़े पहन सकें इसका प्रावधान होगा। श्री शर्मा ने बताया कि स्पर्धा में मिस यूनिवर्स और मिस वल्र्ड जितने कम कपड़े पहनने की जरूरत नहीं होगी। ऐसा होने से यह बात तय है कि इस खेल की तरफ एशियाई देशों का ध्यान जाएगा।
भारत में आसान होगी स्पर्धा
श्री शर्मा ने बताया कि जिस तरह की तैयारी अंतरराष्ट्रीय महासंघ कर रहा है उससे यह बात तय है कि भारत में महिला बॉडी बिल्डिंग के लिए रास्ता आसान होगा। उन्होंने कहा कि आज तक इस खेल में कम कपड़ों के कारण ही भारतीय महिलाएं भाग नहीं लेती थीं, लेकिन अब जबकि यह बात तय हो गई है कि इस खेल में महिलाओं को ज्यादा कपड़े पहनने की इजाजत रहेगी तो भारत में जरूर इस खेल की तरफ महिलाएं ध्यान देंगी। उन्होंने बताया कि भारत में भी महिलाओं को इस खेल से जोडऩे के लिए भारतीय संघ की बैठक में फैसला किया जाएगा। श्री शर्मा ने बताया कि वे भारतीय महासंघ में उपाध्यक्ष हैं और रूस में अंतररराष्ट्रीय महासंघ में हुए फैसले की जानकारी वे भारतीय महासंघ को देंगे
यह जानकारी देते हुए अंतरराष्ट्रीय निर्णायक और हनुमान सिंह पुरस्कार प्राप्त संजय शर्मा ने बताया कि इस माह रूस में हुई यूरोपियन कप बॉडी बिल्डिंग में अंतरराष्ट्रीय महासंघ की बैठक हुई। इस बैठक में फैसला किया गया कि बॉडी बिल्डिंग को और ज्यादा लोकप्रिय करने और इस खेल से महिलाओं को जोडऩे के लिए महिलाओं के लिए अलग तरह की स्पर्धाओं का आयोजन किया जाए। महिलाओं के लिए मिस फिटनेस और मिस सेफ का आयोजन करने का फैसला किया गया है। इसके लिए नियम बनाने की प्रकिया प्रारंभ हो गई है। महिलाओं के लिए होने वाली स्पर्धा में पुरुषों की तरह खिलाडिय़ों के मसल्स नहीं देखे जाएंगे। महिलाओं की फिटनेस के साथ उनके फेस को देखकर उनके लिए स्पर्धा का आयोजन होगा। इस तरह की एक स्पर्धा का आयोजन यूरोपियन चैंपियनशिप में किया गया। महिलाओं के लिए होने वाली स्पर्धा में महिलाओं के शरीर का लचीलपन ही उनको सफलता दिलाने में सहायक होगा। इसी के साथ खिलाड़ी की ऊंचाई, उसकी खुबसूरती पर भी विशेष अंक मिलेंगे।
महिलाओं के लिए होने वाली स्पर्धा के लिए यह तय किया गया कि महिलाएं इसमें ज्यादा से ज्यादा कपड़े पहन सकें इसका प्रावधान होगा। श्री शर्मा ने बताया कि स्पर्धा में मिस यूनिवर्स और मिस वल्र्ड जितने कम कपड़े पहनने की जरूरत नहीं होगी। ऐसा होने से यह बात तय है कि इस खेल की तरफ एशियाई देशों का ध्यान जाएगा।
भारत में आसान होगी स्पर्धा
श्री शर्मा ने बताया कि जिस तरह की तैयारी अंतरराष्ट्रीय महासंघ कर रहा है उससे यह बात तय है कि भारत में महिला बॉडी बिल्डिंग के लिए रास्ता आसान होगा। उन्होंने कहा कि आज तक इस खेल में कम कपड़ों के कारण ही भारतीय महिलाएं भाग नहीं लेती थीं, लेकिन अब जबकि यह बात तय हो गई है कि इस खेल में महिलाओं को ज्यादा कपड़े पहनने की इजाजत रहेगी तो भारत में जरूर इस खेल की तरफ महिलाएं ध्यान देंगी। उन्होंने बताया कि भारत में भी महिलाओं को इस खेल से जोडऩे के लिए भारतीय संघ की बैठक में फैसला किया जाएगा। श्री शर्मा ने बताया कि वे भारतीय महासंघ में उपाध्यक्ष हैं और रूस में अंतररराष्ट्रीय महासंघ में हुए फैसले की जानकारी वे भारतीय महासंघ को देंगे
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बढ़िया खबर है |
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