अनिल पुसदकर के सम्मान देने से अभिभूत हूं
प्रेस क्लब रायपुर में हम लोग कल दोपहर को छत्तीसगढ़ खेल पत्रकार संघ का गठन करने के लिए बैठे थे। इस बैठक में हम लोगों ने प्रेस क्लब के अध्यक्ष भाई अनिल पुसदकर को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया था। हम लोगों की मंशा प्रारंभ से ही उनको अपने संघ का मुख्य संरक्षक बनाने की थी। अनिल जी संघ के मुख्य संरक्षक तो जरूर बने, लेकिन इस शर्त पर की हम यानी राजकुमार ग्वालानी भी उनके साथ मुख्य संरक्षक रहेंगे। उनकी बात को हमारे साथ सबके पास मानने के अलावा कोई चारा नहीं था क्योंकि हम सभी अनिल जी का बहुत सम्मान करते हैं। लेकिन उन्होंने जैसा सम्मान हमें कल दिया उससे हम अभिभूत हैं। वैसे अनिल जी ने आज तक किसी को सम्मान देने में कमी नहीं की है।
छत्तीसगढ़ में पिछले एक दशक से हम लोग छत्तीसगढ़ खेल पत्रकार संघ बनाने की कवायद कर रहे हैं। लेकिन कहते है न हर अच्छे काम में टांग खींचने वालों की कमी नहीं रहती है। ऐसे में यह मामला लगातार टलते जा रहा था। लेकिन इस बार हम लोगों ने सात सदस्यों का एक मंडल बनाकर अंतत: फर्म सोसायटी से संघ का पंजीयन करवा ही लिया। इसके बाद संघ का नियमानुसार गठन करने ही कल हम लोग प्रेस क्लब रायपुर में बैठे थे। इस बैठक में हम लोग पदाधिकारियों का चुनाव निर्विरोध करना चाहते थे। वैसे यह सब तय भी था। जब बैठक प्रारंभ हुई तो सबसे पहले अनिल जी को मुख्य संरक्षक बनाने का प्रस्ताव आया। इस पर अनिल जी ने अपना जो मत व्यक्त किया उसने हमारे साथ सभी को अभिभूत कर दिया। अनिल जी ने कहा कि वे मुख्य संरक्षक बनने के लिए तैयार हैं, लेकिन मेरे साथ राजकुमार ग्वालानी को भी मुख्य संरक्षक ही बनाना पड़ेगा। उन्होंने खुले दिल से यह स्वीकार किया कि उन्होंने कभी खेल पत्रकारिता नहीं की है, ऐसे में वे सोचते हैं कि संघ का मुखिया एक ऐसा पत्रकार हो जिनका हमेशा से खेल पत्रकारिता से नाता रहा है। उन्होंने कहा कि मैं राजकुमार ग्वालानी को 20 साल से भी ज्यादा समय से खेल पत्रकारिता करते देख रहा हूं। इसने कभी इससे नाता नहीं तोड़ा है। ऐसे में संघ का पहला मुखिया तो राजकुमार को ही होना चाहिए।
इसमें कोई दो मत नहीं है कि हमने खेल पत्रकारिता से कभी नाता नहीं तोड़ा है। खेल पत्रकारिता करते हुए हमें करीब 25 साल हो रहे हैं। हम बता दें कि हम जब दैनिक देशबन्धु में तीन साल तक समाचार संपादक थे, तब भी हमने खेल पत्रकारिता से नाता नहीं तोड़ा था।
बहरहाल अनिल जी ने हमें जो सम्मान दिया उससे हम तो अभिभूत हैं ही, हमारे साथी खेल पत्रकार भी अभिभूत हैं। अंतत: अनिल जी की बात को मानकर हमें भी संघ का उनके साथ मुख्य संरक्षक बनना पड़ा। इसके बाद संघ का गठन किया गया और संघ का अध्यक्ष सुशील अग्रवाल को सचिव कमलेश गोगिया को तथा कोषाध्यक्ष चंदन साहू का और उपाध्यक्ष केएन किशोर को बनाया गया।
छत्तीसगढ़ में पिछले एक दशक से हम लोग छत्तीसगढ़ खेल पत्रकार संघ बनाने की कवायद कर रहे हैं। लेकिन कहते है न हर अच्छे काम में टांग खींचने वालों की कमी नहीं रहती है। ऐसे में यह मामला लगातार टलते जा रहा था। लेकिन इस बार हम लोगों ने सात सदस्यों का एक मंडल बनाकर अंतत: फर्म सोसायटी से संघ का पंजीयन करवा ही लिया। इसके बाद संघ का नियमानुसार गठन करने ही कल हम लोग प्रेस क्लब रायपुर में बैठे थे। इस बैठक में हम लोग पदाधिकारियों का चुनाव निर्विरोध करना चाहते थे। वैसे यह सब तय भी था। जब बैठक प्रारंभ हुई तो सबसे पहले अनिल जी को मुख्य संरक्षक बनाने का प्रस्ताव आया। इस पर अनिल जी ने अपना जो मत व्यक्त किया उसने हमारे साथ सभी को अभिभूत कर दिया। अनिल जी ने कहा कि वे मुख्य संरक्षक बनने के लिए तैयार हैं, लेकिन मेरे साथ राजकुमार ग्वालानी को भी मुख्य संरक्षक ही बनाना पड़ेगा। उन्होंने खुले दिल से यह स्वीकार किया कि उन्होंने कभी खेल पत्रकारिता नहीं की है, ऐसे में वे सोचते हैं कि संघ का मुखिया एक ऐसा पत्रकार हो जिनका हमेशा से खेल पत्रकारिता से नाता रहा है। उन्होंने कहा कि मैं राजकुमार ग्वालानी को 20 साल से भी ज्यादा समय से खेल पत्रकारिता करते देख रहा हूं। इसने कभी इससे नाता नहीं तोड़ा है। ऐसे में संघ का पहला मुखिया तो राजकुमार को ही होना चाहिए।
इसमें कोई दो मत नहीं है कि हमने खेल पत्रकारिता से कभी नाता नहीं तोड़ा है। खेल पत्रकारिता करते हुए हमें करीब 25 साल हो रहे हैं। हम बता दें कि हम जब दैनिक देशबन्धु में तीन साल तक समाचार संपादक थे, तब भी हमने खेल पत्रकारिता से नाता नहीं तोड़ा था।
बहरहाल अनिल जी ने हमें जो सम्मान दिया उससे हम तो अभिभूत हैं ही, हमारे साथी खेल पत्रकार भी अभिभूत हैं। अंतत: अनिल जी की बात को मानकर हमें भी संघ का उनके साथ मुख्य संरक्षक बनना पड़ा। इसके बाद संघ का गठन किया गया और संघ का अध्यक्ष सुशील अग्रवाल को सचिव कमलेश गोगिया को तथा कोषाध्यक्ष चंदन साहू का और उपाध्यक्ष केएन किशोर को बनाया गया।
15 टिप्पणियाँ:
आपको बधाई.. श्री अनिल भैया को भी ..
दोनों को ही बधाई...
आप दोनों को हार्दिक बधाई!
बधाई!
अनिल जी और आपको बधाई
बधाई !
बधाई हो भईया, मिठाई खाने शीध्र ही रायपुर आते हैं.
बधाइ व सफल हों.
yah accha hua ki sangh banaya aap logo ne.
ye aur bhi accha hua ki anil jee ke sath aap bhi mukhya sanrakshak banaye gaye..
aapko aur sangh ke sabhi sadasyo ko badhai aur shubhkamnayein.
party kab aur kidhar hai bhai sahab?
;)
बढ़िया जानकारी दी आपने आभार ! आप दोनों को हार्दिक बधाई!
अरे मुख्य संरक्षक भाईसाहब ..आपके नवगणित संघ के अध्यक्ष सुशील अग्रवाल की भी फोटो लगा देते तो बेहतर होता.....बहरहाल आप सबको बधाई...मैं आप सबके लिए दुआ करूंगा कि सरकार आप सबको फीफा वर्ल्ड कप फुटबाल 2010 में कवरेज के लिए विशेष विमान से भेजे....आमीन
बधाई।
आगया है अब टंगडीमार ले दनादन दे दनादन। दुनिया याद रखेगी। जरा संभलके।
टंगडीमार
वाह ढेर सारी शुभकामनाएं
बस कल मिल रहे हैं हम
ध्यान रहे भाटापारा से आ चुकें हैं।
सांई राम राम
बधाई..
आपको इस नए मिशन के लिए बधाई...
और अनिल भाई तो अनिल भाई हैं...जिनका फलसफा ही ये है कि खुशियां और मान बांटने से हमेशा बढ़ता है...
जय हिंद...
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