अंजोर दास हो या मूलचंदानी हमें कोई फर्क नहीं पड़ता जानी-क्योंकि हम हैं राजकुमार ग्वालानी
हमने जब से ब्लाग जगत में भाई चारा लाने के लिए ब्लाग चौपाल का आगाज किया है तभी से कई अवांछित लोग हमारे पीछे पड़ गए हैं। कभी किसी नाम से तो कभी किसी नाम से फर्जी आईडी से टिप्पणी करके हमें डराने का काम करते हैं। लेकिन हम बता दें कि हमने जो काम अपने हाथ में लिया है उसे हम छोडऩे वाले नहीं है। अब कल की ही बात करें तो हमारे ब्लाग राजतंत्र के साथ ब्लाग चौपाल में पहले कोई अंजोर दास फिर मूलचंदानी अवतरित हुए। इनकी टिप्पणियों की तरफ हमारे मित्रों ने ध्यान दिलाया।
हम बता दें कि
हम बता दें कि
अंजोर दास हो या मूलचंदानी
हमें कोई फर्क नहीं पड़ता जानी
क्योंकि हम हैं राजकुमार ग्वालानी
जिसके सामने ऐसे लोग भरते हैं पानी
ज्यादा तीन-पांच करने वालों को
हम याद दिला देते हैं नानी
जिसने भी हमसे पंगा लेना की ठानी
उसको है हमेशा मुंह की खानी
पहले तहलसीदार फिर पापा आए
हमारे एक ही फटके में जाने कहां गए
अब अंजोर दास और मूलचंदानी आए
क्या हम इनकी अब न बजाए
इसके पहले की हम इनकी बजाए
अच्छा है ये खुद ही भाग जाए
हमें कोई फर्क नहीं पड़ता जानी
क्योंकि हम हैं राजकुमार ग्वालानी
जिसके सामने ऐसे लोग भरते हैं पानी
ज्यादा तीन-पांच करने वालों को
हम याद दिला देते हैं नानी
जिसने भी हमसे पंगा लेना की ठानी
उसको है हमेशा मुंह की खानी
पहले तहलसीदार फिर पापा आए
हमारे एक ही फटके में जाने कहां गए
अब अंजोर दास और मूलचंदानी आए
क्या हम इनकी अब न बजाए
इसके पहले की हम इनकी बजाए
अच्छा है ये खुद ही भाग जाए
7 टिप्पणियाँ:
वाह जानी, लगे रहो! थक हार कर यह अंजोर्चम्दानी अपने आप चुप बैथ जायेंगे - वैसे आप मौडरेशन भी लगा सकते हैं! उस्की ज़रूरत ही ऐसे तत्वोन को छनने के लिये है.
हम याद दिला देते हैं नानी
:)
बहुत सही परेड ग्राऊन्ड में परेड ली...
शुभकामनाएं !
ऐसे तत्वों से किनारा करना ही बेहतर है। आखिर हम कब तक जवाब देते रहेंगे। ऐसे लोग हमारी ऊर्जा को नष्ट करने का काम ही करते हैं।
आप बगैर किसी चिन्ता के लगे रहे... आपका काम अभी जोरों पर है और उसकी खूश्बू धीरे-धीरे सभी जगह फैल रही है। अच्छे काम से कुछ लोग परेशान हो ही जाते हैं।
are! bhai aapne sahi kiya. jisko batti dete ho. vah gayab ho jata hai. lage raho rajkumar bhai.
kal hamare yahan bhi ye sajjan aaye the.
हा हा ..नानी याद करवा दी आपने बेनामियों को ...
काम करते रहो, इनके मुहं ना लगो भाई
ये दोनों छद्मनामी और पूर्व छद्मनामी तहसीलदार आदि है तो आपके मित्र ही,वही नाम बदल बदलकर आपके पास आते हैं, क्योंकि वे आपसे घबराते हैं.
पोल खोल लगा लें, पाबला जी के सैनिक बैठा दें, हमारे सैनिक तो पता कर चुके हैं पर भाई चारा बना रहे.
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