खुबसूरत बीबी हो तो विदेश में रहना खतरनाक
कल की बात है लॉन टेनिस के एक अंतरराष्ट्रीय कोच अख्तर अली से मिलने का मौका मिला। उनसे काफी बातें हुर्इं। वे कई देशों में घुमें हैं। उनकी उम्र इस समय 72 वर्ष है। उन्होंने एक बात कहीं कि अगर आपकी बीबी खुबसूरत है तो आपके लिए विदेश में रहना खतननाक हो सकता है, क्योंकि कोई भी आपकी बीबी को लेकर उड़ सकता है।
अख्तर अली ने बताया कि उनके पास विदेश में रहने के बहुत ऑफर थे, लेकिन वे वहां नहीं रहे। इसका कारण वे यह बताते हैं कि वहां पर भारत जैसा सम्मान नहीं मिलता है। एक और बात यह भी है कि वहां अगर इंसान मर जाए तो उसको कंघा देने वाले भी नहीं मिलते हैं। लेकिन इसी के साथ वे हंसते हुए यह भी कहते हैं कि विदेश में रहने का एक सबसे बड़ा खतरा यह रहता है कि आपकी बीबी, खासकर उस बीबी को कोई भी उड़ा सकता है जो खुबसबरत हो। वे कहते हैं कि वहां की संस्कृति ही ऐसी है किसका किसके साथ अफेयर हो जाए कोई नहीं जानता है। इसमें कोई दो मत नहीं है कि विदेश की संस्कृति ओपन सेक्स की होने की वजह से यह खतरा वहां पर हर किसी के साथ बना रहता है कि उसकी बीबी का किसी से अफेयर न हो जाए। लेकिन यह बात तय है कि अपनी भारतीय महिला को इतनी आसानी से हाथ लगाना किसी के लिए बस की बात नहीं है। भारतीय नारी वैसे तो पूरी तरह से पति को समर्पित रहती हैं। वह बाहर कदम तभी उठाती हैं जब वह पति से प्रताडि़त होती हैं। लेकिन यह बात भी है कि कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। अख्तर अली साहब की बात अपनी जगह ठीक भी है कि खुबसूरत बीबी के साथ कौन कम्बख्त भला विदेश में जाकर रहना पसंद करेगा। कहीं बीबी किसी गोरे को देखकर बहक गई तो क्या होगा। यह भी बात है कि जैसा देश वैसा भेष वाली बात भी है, कब विदेशी संस्कृति का रंग किस पर चढ़ जाए कहा नहीं जा सकता है। जब विदेशी संस्कृति के रंग में पुरुष रंग सकते हैं तो फिर महिलाओं के रंगने में कोई अपराध थोड़े ही है।
अख्तर अली ने बताया कि उनके पास विदेश में रहने के बहुत ऑफर थे, लेकिन वे वहां नहीं रहे। इसका कारण वे यह बताते हैं कि वहां पर भारत जैसा सम्मान नहीं मिलता है। एक और बात यह भी है कि वहां अगर इंसान मर जाए तो उसको कंघा देने वाले भी नहीं मिलते हैं। लेकिन इसी के साथ वे हंसते हुए यह भी कहते हैं कि विदेश में रहने का एक सबसे बड़ा खतरा यह रहता है कि आपकी बीबी, खासकर उस बीबी को कोई भी उड़ा सकता है जो खुबसबरत हो। वे कहते हैं कि वहां की संस्कृति ही ऐसी है किसका किसके साथ अफेयर हो जाए कोई नहीं जानता है। इसमें कोई दो मत नहीं है कि विदेश की संस्कृति ओपन सेक्स की होने की वजह से यह खतरा वहां पर हर किसी के साथ बना रहता है कि उसकी बीबी का किसी से अफेयर न हो जाए। लेकिन यह बात तय है कि अपनी भारतीय महिला को इतनी आसानी से हाथ लगाना किसी के लिए बस की बात नहीं है। भारतीय नारी वैसे तो पूरी तरह से पति को समर्पित रहती हैं। वह बाहर कदम तभी उठाती हैं जब वह पति से प्रताडि़त होती हैं। लेकिन यह बात भी है कि कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। अख्तर अली साहब की बात अपनी जगह ठीक भी है कि खुबसूरत बीबी के साथ कौन कम्बख्त भला विदेश में जाकर रहना पसंद करेगा। कहीं बीबी किसी गोरे को देखकर बहक गई तो क्या होगा। यह भी बात है कि जैसा देश वैसा भेष वाली बात भी है, कब विदेशी संस्कृति का रंग किस पर चढ़ जाए कहा नहीं जा सकता है। जब विदेशी संस्कृति के रंग में पुरुष रंग सकते हैं तो फिर महिलाओं के रंगने में कोई अपराध थोड़े ही है।
9 टिप्पणियाँ:
सही बात है वातावरण और संगत का प्रभाव तो पड़ता ही है..वैसे विदेशी बुराइयाँ हमारे देश में बढती जा रही है क्योकि बिदेशी ही अप्रत्यक्ष रूप से हमारे देश की व्यवस्था का सञ्चालन कर रहें हैं ....शर्मनाक है की हमारे देश में किसी को बिदेशियों के आगे योग्य नहीं समझा जाता ....
हममें से ज्यादातर लोग अकेले विदेश क्यों जाते है ? उसके बाद अपनी बीबियों को लेकर विदेशियों से भय ?
khatre to aur bhi hayn...jinse hame bachna hay.bharat ki sanskriti ka koi jawab nahi...phir bhi pashchimi savayata ka anukaran ek varg ko lalayit karta hay.
aapko mai follow karta hun magar padh nahi pata..aage padhta rahunga..dheron shubhkamnaayen.
Kuch ke liye achha mauka bhi.
Ham hi sahi hain.
बीबी खूबसूरत हो तो कहीं भी रहना खतरनाक होता होगा?
Aise darpok vyakti se bolo ki wo india mein apani bibi ko Bacha Ke rakhein
Bahut hi ghatiya soch hai unki
बात गहरी है केवल हंसी में ही नहीं उड़ा देनी चाहिए -कहीं यही कारन तो नहीं कि कुछ ब्लॉगर (जो एक जेंडर इनर्ट शब्द है )बार बार विदेश का रुख करते रहते हैं :)
राम त्यागी जी से सहमत... 'मैं, मेरी बीवी और वो' फिल्म देखें राजपाल यादव वाली हालत लग रही है...
अख्तर अली साहब मर्द सख्त हो तो कोन साला नजर भी ऊठ के देखेगा बीबी या बेटी की तरफ़, ओर अगर मर्द ही कमजोर होगा, इधर उधर मुंह मारेगा तो, तो अपने घर को क्या शिक्षा देगा, जेसा आप कहते हे वेसा नही,फ़िर जिस ने बाहर मुंह मारना हे वो कही भी रहे...., हमे भारतिया नारी पर इसी लिये गर्व हे कि वो विशवासनिया हे, याकिन के काबिल हे, पति को समर्पित हे, ओर इसी लिये महान हे, ओर इन गोरो मे हिम्मत भी नही किसी भारतिया नारी को बहला फ़ुसला सके,
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