तो नेताओं की रोज बजाते....
लातों के भूत बातों से नहीं मानते
यह बात गर सब जान जाते
देश के भ्रष्ट नेता-मंत्री
देश को खोखला नहीं कर पाते
हर घर में गर एक जनरैल जैसे
इंसान हो जाते
तो नेताओं की गलतबयानी पर
रोज उनकी बजाते
नेता फिर काफी सोच-समझ कर
राजनीति में आते
ऐसे में ईमानदारों के लिए
राजनीति के रास्ते खुल जाते
और फिर मंत्रियों की कुर्सियों पर हम
ईमानदार नेता ही पाते
2 टिप्पणियाँ:
क्या बात है जनाब, आप तो कविता भी अच्छी लिख लेते हैं
शासन उसके हाथ में जिसने बेचा देश।
मनमानी अब न चले जूता का संदेश।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
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