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सोमवार, मार्च 29, 2010

भिलाई की बैठक पर मचा बवाल

छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ की बैठक में भारतीय ओलंपिक संघ के आजीवन अध्यक्ष विद्याचरण शुक्ल के सामने ही भिलाई में हुई बैठक को लेकर बवाल मच गया। इस बवाल के चलते प्रदेश ओलंपिक संघ के सचिव बशीर अहमद खान ने इस्तीफा देने की पेशकर कर दी। इस बवाल को शांत करने के लिए विद्याचरण शुक्ल के साथ प्रदेश संघ के अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा को सामने आना पड़ा। इनकी समझाइश पर ही सभी खेल संघों ने ३७वें राष्ट्रीय खेलों के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया है। बैठक में ओलंपिक संघ का मुख्यालय रायपुर लाने पर भी सहमति बनी। यह कार्यालय एक पखावड़े में भिलाई से रायपुर स्थानांतरित कर दिया जाएगा।




प्रदेश ओलंपिक संघ की बैठक आज यहां पर सुबह को ११ बजे ग्रांड होटल में विद्याचरण शुक्ल की मौजूदगी में हुई। इस बैठक में आशा के मुताबिक भिलाई में हुई खेल संघों की बैठक को लेकर रायपुर के कई खेल संघों ने आपति करते हुए इस बैठक को गलत बताते हुए सवाल किया कि भिलाई में बैठक करने का क्या मतलब है। छत्तीसगढ़ को जब राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिली है तो सारे खेल संघों को एक होकर काम करना चाहिए, ऐसे समय में क्यों कर रायपुर और भिलाई के बीच खाई पैदा करने का काम किया जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर इतना ज्यादा बवाल खड़ा हो गया कि प्रदेश ओलंपिक संघ के सचिव बशीर अहमद खान ने इस्तीफा तक देने की बात कर दी।



मामला शांत न होता देखकर पहले प्रदेश संघ के अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा ने सबको शांत करने का प्रयास किया, फिर इस मामले में भारतीय ओलंपिक संघ के आजीवन अध्यक्ष विद्याचरण शुक्ल ने भी दखल देते हुए सभी से एकजुट होकर काम करने के लिए कहा। श्री शुक्ल ने कहा कि छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिली है तो इसकी मेजबानी के लिए हम लोगों ने भी राजनीति से ऊपर उठकर काम किया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी ऐसा ही काम किया है। सभी के मिले जुले प्रयास से मेजबानी मिली है। ऐसे में किसी भी तरह के विवाद में न पड़ते हुए सभी खेल संघों को एकजुट होकर काम करना है, ताकि छत्तीसगढ़ का नाम खेल जगत में हो सके। श्री शुक्ल की समझाइश पर बड़ी मुश्किल से मामला शांत हुआ।

ओलंपिक संघ का मुख्यालय रायपुर आएगा

राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए प्रदेश ओलंपिक संघ के कार्यालय को रायपुर लाने का मामला संघ के उपाध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा ने उठाया। इस मामले पर कुछ बहस के बाद अंत में फैसला किया गया कि अब संघ का मुख्यालय भिलाई में नहीं रायपुर में होगा। संघ के अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि कार्यालय के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से भी बात करके सहमति ले ली गई है और इसके लिए स्पोट्र्स काम्पलेक्स में एक कमरा भी मिल जाएगा। यह कार्यालय एक पखवाड़े के अंदर रायपुर आ जाएगा, इसी के साथ संघ के खाते भी रायपुर में स्थानांतरित कर दिए जाएंगे। इस कार्यालय के संचालन का जिम्मा कोषाध्यक्ष वैभव मिश्रा के साथ संयुक्त सचिव विष्णु श्रीवास्तव को दिया गया है। कार्यालय के संचालन में सहयोग देने के लिए सचिव बशीर खान सप्ताह में तीन दिन भिलाई से रायपुर आएंगे। इसी के साथ डा. वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय खेलों के लिए स्टेडियम निर्माण के साथ ३६ कमरों का एक ओलंपिक भवन भी बनाया जाएगा, इसकी सहमति मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने दे दी है।


राष्ट्रीय खेल होंगे कई शहरों में

बैठक में मुख्य रूप से ३७वें राष्ट्रीय खेलों पर भी चर्चा हुई। इसके बारे में डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय खेलों के लिए रायपुर के साथ भिलाई, राजनांदगांव, बिलासपुर के साथ संभव हुआ तो जगदलपुर का भी चयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोशिश यही रहेगी कि प्रदेश के सभी संभागों में राष्ट्रीय खेल हो सके। इसके लिए भारतीय खेल प्राधिकरण के साथ भारत के केन्द्रीय खेल मंत्रालय से भी खेलों के लिए प्रशिक्षक दिलाने की मांग की जाएगी। राष्ट्रीय खेलों के लिए एक हाई पावर कमेटी बनेगी जिसके पास सभी तरह के अधिकार होंगे, इस कमेटी में सरकारी अधिकारियों के साथ खेल संघों के पदाधिकारियों को भी रखने का मांग सरकार से की जाएगी।


सभी जिलों में बनेगा ओलंपिक संघ

प्रदेश संघ के डॉ. अनिल वर्मा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि किसी कारणवश प्रदेश ओलंपिक संघ के बनने के कई सालों बाद भी प्रदेश के सभी जिलों में जिला ओलंपिक संघ का गठन नहीं किया जा सका है, लेकिन अब जबकि प्रदेश को राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिली है, तो यह प्रयास किए जाएंगे कि जल्द से जल्द प्रदेश के सभी १८ जिलों में जिला ओलंपिक संघ का गठन कर लिया जाए। जिला ओलंपिक संघ में ऊर्जावान युवाओं को रखा जाएगा ताकि खेलों का काम तेजी से और अच्छी तरह से हो सके।

मेजबानी लेने के लिए आभार

बैठक में राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी लेने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, खेल मंत्री लता उसेंडी, भारतीय ओलंपिक संघ के आजीवन अध्यक्ष विद्याचरण शुक्ल के साथ भारतीय ओलंपिक संघ के सुरेश कलमाड़ी के साथ राजा रणधीर सिंह का आभार माना गया। यहां पर तीरंदाजी संघ के विजय मल्होत्रा नाम न लेने पर प्रदेश तीरंदाजी संघ से सचिव ने कैलाश मुरारका ने आपति करते हुए कहा कि प्रदेश को राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी दिलाने में श्री मल्होत्रा का भी बहुत बड़ा हाथ ऐसे में उनके नाम का उल्लेख न करना गलत है। इस विरोध के बाद श्री मल्होत्रा का भी नाम लिया गया।

बैठक में सचिव बशीर अहमद खान ने वर्ष २००८-०९ का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और बताया कि साल भर में संघ ने क्या-क्या गतिविधियां की। संघ से मान्यता लेने वाले खेल संघों की भी जानकारी दी गई। बैठक में प्रदेश ओलंपिक संघ के पदाधिकारियों के साथ सभी मान्यता प्राप्त खेल संघों के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

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