हिन्दु नव वर्ष में हमने भी शुरू की एक नई पारी
हिन्दु नववर्ष के पहले दिन की रात को ही हमने भी अपने ब्लागर जीवन की एक नई पारी की शुरुआत की है। इस नई पारी का खुलासा हम पहले भी कर चुके हैं। हमने आज ब्लाग 4 वार्ता में पहली बार चिट्ठा चर्चा की है। अब हम इसमें कितने सफल हुए हैं यह तो ब्लाग बिरादरी बताएगी। हमें इस बात की खुशी है कि हम भी ब्लाग जगत में कुछ नया करने में सफल रहे हैं।
हमने कभी सोचा नहीं था कि हम कभी चिट्ठा चर्चा कर पाएंगे। ये काम हमें बहुत कठिन लगता था। इतने सारे चिट्ठों को पढऩे के बाद चर्चा करना वास्तव में आसान नहीं होता है। लेकिन कुछ पाने के लिए कुछ तो खोना पड़ता है। ऐसे में यह तय है कि अगर कुछ अच्छा करना है तो उसके लिए समय तो देना पड़ेगा। चिट्ठा चर्चा करने के लिए हमें ललित शर्मा ने गुरुमंत्र दिया और हमने कर दी तैयार चिट्ठा चर्चा। आप भी देखें उसे ब्लाग 4 वार्ता में एक नजर बताएं कि हमारा पहला प्रयास कैसा है। उम्मीद है कि समय के साथ हम इसमें भी परिपक्व हो जाएंगे और चर्चा को संवारने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
3 टिप्पणियाँ:
बेहतरीन रहा पहला प्रयास ही...शुभकामनाएँ.
जिस पैटर्न पर चिट्ठाचर्चाएँ चलती आईं हैं, उन्हें देखते हुए आपका यह प्रथम प्रयास सराहनीय है। ध्यान रखिएगा कि ब्लॉग पोस्ट की ही चर्चा हो ब्लॉगर की टांग खिंचाई नहीं और ना ही छींटाकशी हो
बहुत सुंदर चर्चा की आपने. पाबला जी की सलाह पर ध्यान रखियेगा. इतनी साफ़ बात पाबलाजी ही कह सकते हैं.
रामराम.
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