दुश्मन दोस्तों ने किया मजबूर माडरेशन लगाने
हम अपने ब्लाग राजतंत्र में माडरेशन लगाने के खिलाफ थे, लेकिन हमारे दुश्मन दोस्तों ने ही हमें मजबूर कर दिया है कि हम माडरेशन लगा दें। हम बता दे कि हमारे ही बीच के कुछ मित्रों ने फर्जी आईडी बनाकर लगातार हमें परेशान करने का काम किया है। हमने लगातार इन बातों को नजरअंदाज करने का काम किया, लेकिन इसके बाद भी ऐसे दुश्मन दोस्त बाज नहीं आ रहे हैं। हम जानते हैं कि ऐसी हरकतें कौन कर रहे हैं। अगर ऐसी हरकतें करके वे लोग खुश हो रहे हैं और उनको लगता है कि हम विचलित होकर ब्लाग जगत से किनारा कर लेंगे तो यह उनकी बहुत बड़ी गलतफहमी है।
हम जानते हैं कि हमने जब से ब्लाग जगत को गुटबाजी से उबारने के इरादे से ब्लाग चौपाल का आगाज किया है, गुटबाजी करने वाले हमारे दुश्मन दोस्त बहुत ज्यादा खफा हैं। वे खफा होते हैं खफा रहे हमारी बला से। हमें जब किसी गुटबाजी से कोई मतलब नहीं है तो हम क्यों कर ऐसे लफड़े में पड़े। हम तो ब्लाग चौपाल में जो भी ब्लाग नजर आते हैं उनको शामिल करने का प्रयास करते हैं। एक प्रयास यह भी रहता है कि एक ही ब्लाग को लगातार शामिल न करें। नए-नए ब्लागों तक जाने का प्रयास रहता है। इसमें हम ज्यादा सफल तो नहीं पा रहे हैं क्योंकि हमारे पास समय की कमी है, लेकिन इसके बाद भी हम कोशिश करते हैं। एक बात और यह कि हम टिप्पणियों के पीछे भागते नहीं है। हमने पहले सोचा था कि हम टिप्पणियों का रास्ता ही बंदज कर देंते हैं, लेकिन फिर लगा कि शायद यह ठीक नहीं होगा, क्योंकि चंद मतलबी लोगों की वजह से हर किसी को अपने विचार रखने से रोकना ठीक बात नहीं है। ऐसे में हमने फिलहाल अपने ब्लाग में माडरेशन लगाने का फैसला किया है। अगर जरूरत हुई तो हम टिप्पणियों का रास्ता भी बंद कर सकते हैं। हम ब्लाग जगत में सिर्फ और सिर्फ कुछ अच्छा करने आए हैं न की गुटबाजी करने और गुटबाजी फैलाने के लिए आए हैं।
हम जानते हैं कि हमने जब से ब्लाग जगत को गुटबाजी से उबारने के इरादे से ब्लाग चौपाल का आगाज किया है, गुटबाजी करने वाले हमारे दुश्मन दोस्त बहुत ज्यादा खफा हैं। वे खफा होते हैं खफा रहे हमारी बला से। हमें जब किसी गुटबाजी से कोई मतलब नहीं है तो हम क्यों कर ऐसे लफड़े में पड़े। हम तो ब्लाग चौपाल में जो भी ब्लाग नजर आते हैं उनको शामिल करने का प्रयास करते हैं। एक प्रयास यह भी रहता है कि एक ही ब्लाग को लगातार शामिल न करें। नए-नए ब्लागों तक जाने का प्रयास रहता है। इसमें हम ज्यादा सफल तो नहीं पा रहे हैं क्योंकि हमारे पास समय की कमी है, लेकिन इसके बाद भी हम कोशिश करते हैं। एक बात और यह कि हम टिप्पणियों के पीछे भागते नहीं है। हमने पहले सोचा था कि हम टिप्पणियों का रास्ता ही बंदज कर देंते हैं, लेकिन फिर लगा कि शायद यह ठीक नहीं होगा, क्योंकि चंद मतलबी लोगों की वजह से हर किसी को अपने विचार रखने से रोकना ठीक बात नहीं है। ऐसे में हमने फिलहाल अपने ब्लाग में माडरेशन लगाने का फैसला किया है। अगर जरूरत हुई तो हम टिप्पणियों का रास्ता भी बंद कर सकते हैं। हम ब्लाग जगत में सिर्फ और सिर्फ कुछ अच्छा करने आए हैं न की गुटबाजी करने और गुटबाजी फैलाने के लिए आए हैं।
3 टिप्पणियाँ:
मैं तो शुरू से ही कहता आ रहा हूँ कि हर सेंसिबल ब्लॉगर को मॉडरेशन लगाना ही चाहिए.
डॉ. अमर कुमार जी, सुन रहे हैं?
सभी अग्रज और माननीय बडे कह रहे हैं, मॉडरेशन लगाने के लिये। लेकिन मैनें भी नहीं लगाया है।
खैर आपको तो मजबूर कर ही दिया दोस्तों-दुश्मनों ने।
आपकी यह बात सही है कि
"चंद मतलबी लोगों की वजह से हर किसी को अपने विचार रखने से रोकना ठीक बात नहीं है।"
ऐसे लोग चोरी ऊपर सीनाजोरी भी करते हैं। ये आपने भी देख लिया होगा जी, क्योंकि आपभी पहचानते हैं, उन्हें।
प्रणाम स्वीकार करें
एक फर्जी आईडी वाले महानुभव हमसे पूछते हैं कि हम ऐसा कौन सा बड़ा काम कर रहे हैं जिससे हमें रोका जा रहा है। हम बता दें कि हम कोई बड़ा काम नहीं कर रहे हैं बड़ा काम तो फर्जी आईडी बनाकर लोगों को परेशान करने वाले कर रहे हैं, क्योंकि इनके पास काम जो नहीं है।
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