अन्नु मलिक का पानी उतारा एक लड़की ने
सोनी टीवी में कल रात को इंटरटेनमेंट के लिए कुछ भी करेगा नामक एक कार्यक्रम में अंतत: अन्नु मलिक का पानी एक लड़की ने उतार दिया। तीन लड़कियों की कला पर एक मिनट में ही विराम लगाने के बाद इनमें से एक लड़की नाराज हो गर्इं और उन्होंने पूरी तरह से अन्नु मलिक को बता दिया कि उनकी औकात क्या है। वैसे भी इस कार्यक्रम में पूरी तरह से जजों की दादागिरी चल रही है।
कल रात को जब इस कार्यक्रम में उप्र की तीन लड़कियां मंच पर एक स्कूटी के साथ आईं तभी लगा था कि अन्नु साहब को मंच पर स्कूटी का आना पसंद नहीं आया है। जब इन लड़कियों ने अपनी कला का प्रदर्शन करना प्रारंभ किया तो इस बार दर्शकों के माध्यम से इनकी कला पर विराम लगाया। इन तीन लड़कियों में से एक लड़की स्कूटी चला रही थी एक बीच में बैठी थी और तीसरी लड़की सबसे पीछे बैठी थी और अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर बीच वाली लड़की के बॉल काट रही थी। वास्तव में इनका काम अनोखा था, पर इसका क्या किया जाए कि सोनी टीवी के इस कार्यक्रम में अच्छा काम करने वाले पसंद ही नहीं आते हैं।
जब इन लड़कियों को कला दिखाने से रोका गया तो एक लड़की बहुत ज्यादा नाराज हो गई। उनसे जब अन्नु मलिक ने कहा कि आप को देश के दर्शकों ने नकारा दिया है तो लड़की ने साफ कहा कि देश के नहीं यहां के दर्शकों ने। उनका कहना बिलकुल ठीक था एक कार्यक्रम में आप कुछ दर्शकों को बिठा देते हैं और उनके हाथ में रिमोट का झूनझूना थमा देते हैं कि जिनका कार्यक्रम पसंद आया तो ठीक है, नहीं आए तो उनको बाहर कर दें। क्या चंद लोग ही किसी कलाकार की कला के सही गलत का फैसला करने के अधिकारी हैं। जब एक सच्चाई अन्नु मलिक के सामने एक लड़की ने कह दी तो जनाब अन्नू मलिक कहने लगे कि अब उनका दिमाग खराब हो गया है, और लड़कियों को वहां से बाहर कर दिया गया। अब भला सच्ची बात से अन्नु मलिक जैसे लोगों का दिमाग ही तो खराब हो सकता है। वास्तव में ऐसे कार्यक्रमों से किसी की कला को परखा नहीं जा सकता है। अगर आपको किसी की कला को परखना है तो उसे पूरा समय दिया जाए अपनी कला दिखाने का, ये कैसा नियम है कि एक मिनट में आप पास-फेल का खेल खेलते हैं। एक मिनट में किसी की कला को परखना आसान नहीं है। कई बार देखा गया है कि कई खराब प्रदर्शन भी अपने जजों को बहुत अच्छे लगते हैं। बहरहाल कल के कार्यक्रम में एक बात ही अच्छी हुई कि एक लड़की ने अन्नु मलिक का पानी जरूर उतरा दिया।
कल के कार्यक्रम में हमारे राज्य छत्तीसगढ़ के लिए भी एक अच्छी बात हुई कि यहां के जंपरों ने शानदार प्रदर्शन किया, इनके बारे में हम कल लिखेंगे।
कल रात को जब इस कार्यक्रम में उप्र की तीन लड़कियां मंच पर एक स्कूटी के साथ आईं तभी लगा था कि अन्नु साहब को मंच पर स्कूटी का आना पसंद नहीं आया है। जब इन लड़कियों ने अपनी कला का प्रदर्शन करना प्रारंभ किया तो इस बार दर्शकों के माध्यम से इनकी कला पर विराम लगाया। इन तीन लड़कियों में से एक लड़की स्कूटी चला रही थी एक बीच में बैठी थी और तीसरी लड़की सबसे पीछे बैठी थी और अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर बीच वाली लड़की के बॉल काट रही थी। वास्तव में इनका काम अनोखा था, पर इसका क्या किया जाए कि सोनी टीवी के इस कार्यक्रम में अच्छा काम करने वाले पसंद ही नहीं आते हैं।
जब इन लड़कियों को कला दिखाने से रोका गया तो एक लड़की बहुत ज्यादा नाराज हो गई। उनसे जब अन्नु मलिक ने कहा कि आप को देश के दर्शकों ने नकारा दिया है तो लड़की ने साफ कहा कि देश के नहीं यहां के दर्शकों ने। उनका कहना बिलकुल ठीक था एक कार्यक्रम में आप कुछ दर्शकों को बिठा देते हैं और उनके हाथ में रिमोट का झूनझूना थमा देते हैं कि जिनका कार्यक्रम पसंद आया तो ठीक है, नहीं आए तो उनको बाहर कर दें। क्या चंद लोग ही किसी कलाकार की कला के सही गलत का फैसला करने के अधिकारी हैं। जब एक सच्चाई अन्नु मलिक के सामने एक लड़की ने कह दी तो जनाब अन्नू मलिक कहने लगे कि अब उनका दिमाग खराब हो गया है, और लड़कियों को वहां से बाहर कर दिया गया। अब भला सच्ची बात से अन्नु मलिक जैसे लोगों का दिमाग ही तो खराब हो सकता है। वास्तव में ऐसे कार्यक्रमों से किसी की कला को परखा नहीं जा सकता है। अगर आपको किसी की कला को परखना है तो उसे पूरा समय दिया जाए अपनी कला दिखाने का, ये कैसा नियम है कि एक मिनट में आप पास-फेल का खेल खेलते हैं। एक मिनट में किसी की कला को परखना आसान नहीं है। कई बार देखा गया है कि कई खराब प्रदर्शन भी अपने जजों को बहुत अच्छे लगते हैं। बहरहाल कल के कार्यक्रम में एक बात ही अच्छी हुई कि एक लड़की ने अन्नु मलिक का पानी जरूर उतरा दिया।
कल के कार्यक्रम में हमारे राज्य छत्तीसगढ़ के लिए भी एक अच्छी बात हुई कि यहां के जंपरों ने शानदार प्रदर्शन किया, इनके बारे में हम कल लिखेंगे।
18 टिप्पणियाँ:
अन्नु मलिक तो यूँ भी नक चढ़े हैं..जरा विडियो भी दिखाते तो आनन्द आता.
यह काम तो कोई लड़की ही कर सकती थी..
चलो अपने को शेर समझने वालो को कोई तो सवा शेरनी मिली
ये तो होना ही था
अन्नू मलिक जैसे दिमागी कचरालयों के कारण ही कला और प्रतिभा की सही कद्र नहीं होती।
कहीं कहीं तो कम्बख्तों ने इतने वाहियात कंटेस्टेंट को फूल्ल ऑन कहते हुए जिताया कि रिमोट से चैनल बदलना पड़ा।
सतीश पंचम जी
आपकी बातों से हम सहमत है, आपने बिलकुल ठीक कहा है। हमारे विचार से अन्नु मलिक जैसों का बहिष्कार होना चाहिए
बहुत सही लिखा है
सतीश जी की बातो मे दम है
anu malik mey dambh saaf dikhata hai. achchha kiya ladaki ne. badhai is lekhan k liye.
अरे भई अन्नू मलिक के पीछे क्यों पड़े है
अन्नू मलिक को बाहर किया जाना चाहिये, लेकिन उसके साथ सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार भी होना चाहिये… बेरोजगारी की वजह से उसका दिमागी सन्तुलन बिखर गया है… :)
इसमें कौन सी नई बात है .... अनु पर वैसे भी चोरी के आरोप लगते रहे है ...
यहाँ भी आये एवं कुछ कहे :-
समझे गायत्री मन्त्र का सही अर्थ
सुरेश जी, आपकी बातों में बहुत वजन है....
सच कहा ये तो दादागिरी है.. आपने इनके खिलाफ आवाज़ उठाकर अच्छा किया..
उस लडकी और उसके हौसले को मेरी तरफ़ से बधाई…………ऐसा जरूर होना चाहिये।
DADA GIRI KO KOIE TO JABAB DEGA HI.
अन्नू मलिक पिट रहा है आपसे आजकल :)
नेहा अधिक काबिल बन रही हैं और चिपलूनकर जी तो टिप्पणी में माहिर और शानदार आदमी हैं। अन्नु, हेंह।
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