पैसा ही अब सबका ईमान है
जमाने में कहा वफा है
हर कोई लगता बेवफा है।।
हमने हसीनों को भी देखा है
उनके चेहरे में भी फरेब छिपा है।।
बेवफाई उनकी अदा है
धोखा उनका काम है।।
आशिकी का यही इनाम
तभी तो प्यार बदनाम है।।
आज के प्रेमी नाकाम
सारे झूठे इसांन हैं।।
प्यार का घट गया मान है
पैसा ही अब सबका ईमान है।।
पैसे की खातिर करते हैं सब प्यार
पैसों की खातिर बदल लेते हैं यार।।
हर कोई लगता बेवफा है।।
हमने हसीनों को भी देखा है
उनके चेहरे में भी फरेब छिपा है।।
बेवफाई उनकी अदा है
धोखा उनका काम है।।
आशिकी का यही इनाम
तभी तो प्यार बदनाम है।।
आज के प्रेमी नाकाम
सारे झूठे इसांन हैं।।
प्यार का घट गया मान है
पैसा ही अब सबका ईमान है।।
पैसे की खातिर करते हैं सब प्यार
पैसों की खातिर बदल लेते हैं यार।।
3 टिप्पणियाँ:
सही है.
... bahut badhiyaa !!!
इस बात पर आपसे सहमत होना मुश्किल है !
एक टिप्पणी भेजें