चिट्ठा जगत बीमार है, इलाज करें
हमें लगता है कि चिट्ठा जगत में जरूर कोई तकनीकी समस्या आ गई है जिसकी वजह से बहुत सारी गड़बडिय़ां हो रही हैं। अब ये बात अलग है कि इसके संचालक इन गड़बडिय़ों के बारे में बता नहीं रहे हैं। इनके न बताने की वजह से ही ब्लागरों के मन में तरह-तरह की बातें आने लगती हैं कि कहीं हमारे साथ पक्षपात तो नहीं हो रहा है। हमें भी लगातार ऐसा लगा है।
आज सुबह जब उठे तो देखा कि हमारे चिट्ठा जगत के वरीयता क्रमांक में गड़बड़ी है। गड़बड़ी इस तरह से कि ब्लाग में वरीयता कुछ है तो चिट्ठा जगत में कुछ है। हमारे राजतंत्र में वरीयता 25 है, तो चिट्ठा जगत में 21 है। इसी तरह से ललित डाट काम का वरीयता क्रमांक चिट्ठा जगत में 23 है तो उनके ब्लाग में चिट्ठा जगत के वीजिट में 27 है। इसी तरह से और कई ब्लागों के साथ हो रहा था। इनको देखने के बाद हमें यह बात समझ आ गई कि हो न हो चिट्ठा जगत की तकनीकी में कुछ बीमारी यानी खराबी आ गई है। हमने कुछ दिनों पहले देखा था कि एक हमारे ही ब्लाग नहीं बल्कि कई ब्लागों में हवालों की प्रविष्ठियां नहीं जुड़ पा रही हंै। ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है। जब भी ऐसा होता है तो हम जैसे तकनीकी के पैदल लोगों को तो यही लगता है कि हमारे साथ गलत हो रहा है। ऐसे समय में जब भी कुछ गड़बड़ लगती है ते चिट्ठा जगत के संचालकों को इसका खुलासा करना चाहिए कि कुछ तकनीकी समस्या आ गई है जिसे सुधारा जा रहा है। हमें याद है ब्लागवाणी में जब भी कुछ गड़बड़ होती थी तो बकायदा वहां लिखा रहते था कि तकनीकी समस्या है काम चल रहा है। ऐसे लिखने में क्या जाता है। ऐसा करने से कम से ब्लाग जगत में जो भ्रम की स्थिति आती है। हम उम्मीद करते हैं कि चिट्ठा जगत के संचालक इस दिशा में ध्यान देंगे।
आज सुबह जब उठे तो देखा कि हमारे चिट्ठा जगत के वरीयता क्रमांक में गड़बड़ी है। गड़बड़ी इस तरह से कि ब्लाग में वरीयता कुछ है तो चिट्ठा जगत में कुछ है। हमारे राजतंत्र में वरीयता 25 है, तो चिट्ठा जगत में 21 है। इसी तरह से ललित डाट काम का वरीयता क्रमांक चिट्ठा जगत में 23 है तो उनके ब्लाग में चिट्ठा जगत के वीजिट में 27 है। इसी तरह से और कई ब्लागों के साथ हो रहा था। इनको देखने के बाद हमें यह बात समझ आ गई कि हो न हो चिट्ठा जगत की तकनीकी में कुछ बीमारी यानी खराबी आ गई है। हमने कुछ दिनों पहले देखा था कि एक हमारे ही ब्लाग नहीं बल्कि कई ब्लागों में हवालों की प्रविष्ठियां नहीं जुड़ पा रही हंै। ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है। जब भी ऐसा होता है तो हम जैसे तकनीकी के पैदल लोगों को तो यही लगता है कि हमारे साथ गलत हो रहा है। ऐसे समय में जब भी कुछ गड़बड़ लगती है ते चिट्ठा जगत के संचालकों को इसका खुलासा करना चाहिए कि कुछ तकनीकी समस्या आ गई है जिसे सुधारा जा रहा है। हमें याद है ब्लागवाणी में जब भी कुछ गड़बड़ होती थी तो बकायदा वहां लिखा रहते था कि तकनीकी समस्या है काम चल रहा है। ऐसे लिखने में क्या जाता है। ऐसा करने से कम से ब्लाग जगत में जो भ्रम की स्थिति आती है। हम उम्मीद करते हैं कि चिट्ठा जगत के संचालक इस दिशा में ध्यान देंगे।
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