सभी खूबसूरत चेहरे होते नहीं बेवफा
गम की शाम ढ़ल ही जाती है
जख्म दिल के मिटा ही जाती है।।
खुले रखो दिल के दरवाजे तो
फिर नई मंजिल मिल ही जाती है।।
सभी खूबसूरत चेहरे होते नहीं बेवफा
मिल ही जाती है तलाशने से वफा।।
चलता रहता है यूं ही ये सिलसिला
जब तक रहता है जिदंगी का कारवां।।
जख्म दिल के मिटा ही जाती है।।
खुले रखो दिल के दरवाजे तो
फिर नई मंजिल मिल ही जाती है।।
सभी खूबसूरत चेहरे होते नहीं बेवफा
मिल ही जाती है तलाशने से वफा।।
चलता रहता है यूं ही ये सिलसिला
जब तक रहता है जिदंगी का कारवां।।
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