9 माह में 700 पोस्ट, 25 हजार पाठक, 2700 टिप्पणियां
हमारे दो ब्लागों राजतंत्र के साथ खेलगढ़ को मिलाकर 700 से ज्यादा पोस्ट पूरी हो गई है। ये पोस्ट हमने महज 8 माह में लिखी है। इन पोस्टों को जहां करीब 25 हजार पाठकों ने देखा है, वहीं 2700 टिप्पणियां मिली हैं। इसी के साथ हमारा राजतंत्र ब्लाग इस समय टॉप 100 में शामिल होकर 60वें नंबर पर काबिज है। खेलगढ़ इस समय 236 नंबर पर है।
हमने आज से करीब 9 माह पहले ब्लाग जगत में खेलगढ़ के माध्यम से कदम रखा था। इसके बाद हमने एक और ब्लाग राजतंत्र बनाया। आज हमें इस बात की खुशी है कि हम इन दो ब्लागों के माध्यम से समाज और देश के लिए कुछ कर पा रहे हैं। खेलगढ़ में हमने 9 माह में सबसे ज्यादा 467 पोस्ट लिखी है। इन पोस्टों पर हमें महज 124 टिप्पणियां मिली हैं, और इस ब्लाग को चार हजार से ही ज्यादा पाठक मिल पाए हैं। इसी के साथ इसका वरीयता क्रम भी 236 है। खेलगढ़ को भले कम पाठक मिले हैं, पर हमें इस बात का कोई अफसोस नहीं है। हमें इस बात की खुशी है कि अपने राज्य के खेलों को एक नई दिशा देने का जो काम हम कर रहे हैं, वह धीरे-धीरे ही सही पर सफल हो रहा है। इसकी सफलता का इससे भी पता चलता है कि इस ब्लाग की चर्चा दैनिक हिन्दुस्तान में हो चुकी है।
अब हम राजतंत्र की बात करें तो यह एक ऐसा ब्लाग है जिसे काफी कम समय में ही ब्लाग बिरादरी और पाठकों का बहुत ज्यादा प्यार और स्नेह मिला है। इस ब्लाग की जिंदगी 8 माह की है और इतने कम समय में हमने इस ब्लाग पर 255 पोस्ट लिखी है जिसे 20 हजार से ज्यादा पाठकों ने पढ़ा है। इसी के साथ इस ब्लाग का वरीयता में इस समय 60वां स्थान है। इस ब्लाग की पोस्टों पर 2565 टिप्पणियां मिली हैं। इस ब्लाग का 20 से ज्यादा चिट्ठों में उल्लेख हो चुका है। इसी के साथ हमारे इस ब्लाग की कई पोस्टों को कई समाचार पत्रों ने प्रकाशित किया है।
हम जब ब्लाग जगत में आए थे, तब हमें मालूम नहीं था कि हमें यहां पर इतना ज्यादा प्यार मिलेगा कि हमें लिखने के लिए अपनी दिनचर्या को भी बदलना पड़ेगा। हम बताना चाहते हैं कि प्रेस के काम के बाद हमें रात को एक बजे के बाद ही सोना नसीब होता है। ऐसे में पहले हम सुबह 9 बजे के बाद ही उठते थे, लेकिन जब से ब्लाग लिखने लगे हैं हमें 6 से 7 बजे के बीच उठाया पड़ता है क्योंकि सुबह 11 बजे प्रेस जाना पड़ता है मीटिंग में। इसके बाद प्रारंभ हो जाती है, रोज की खबरों के लिए मशक्कत।
हम उन सभी ब्लागर मित्रों के साथ पाठकों और उन मित्रों के तहे दिल से आभारी हैं जो हमारे ब्लाग पर अपनी नजरें इनायत करते हैं और अपने प्यार के रूप में टिप्पणियों की बरसात करते हैं। हम आशा करते हैं कि हमें ब्लाग बिरादरी के साथ पाठकों का इसी तरह से प्यार और स्नेह मिलता रहेगा। इसी उम्मीद के साथ विदा होते हैं कि कल फिर से नई पोस्ट के साथ हाजिर होंगे।
हमने आज से करीब 9 माह पहले ब्लाग जगत में खेलगढ़ के माध्यम से कदम रखा था। इसके बाद हमने एक और ब्लाग राजतंत्र बनाया। आज हमें इस बात की खुशी है कि हम इन दो ब्लागों के माध्यम से समाज और देश के लिए कुछ कर पा रहे हैं। खेलगढ़ में हमने 9 माह में सबसे ज्यादा 467 पोस्ट लिखी है। इन पोस्टों पर हमें महज 124 टिप्पणियां मिली हैं, और इस ब्लाग को चार हजार से ही ज्यादा पाठक मिल पाए हैं। इसी के साथ इसका वरीयता क्रम भी 236 है। खेलगढ़ को भले कम पाठक मिले हैं, पर हमें इस बात का कोई अफसोस नहीं है। हमें इस बात की खुशी है कि अपने राज्य के खेलों को एक नई दिशा देने का जो काम हम कर रहे हैं, वह धीरे-धीरे ही सही पर सफल हो रहा है। इसकी सफलता का इससे भी पता चलता है कि इस ब्लाग की चर्चा दैनिक हिन्दुस्तान में हो चुकी है।
अब हम राजतंत्र की बात करें तो यह एक ऐसा ब्लाग है जिसे काफी कम समय में ही ब्लाग बिरादरी और पाठकों का बहुत ज्यादा प्यार और स्नेह मिला है। इस ब्लाग की जिंदगी 8 माह की है और इतने कम समय में हमने इस ब्लाग पर 255 पोस्ट लिखी है जिसे 20 हजार से ज्यादा पाठकों ने पढ़ा है। इसी के साथ इस ब्लाग का वरीयता में इस समय 60वां स्थान है। इस ब्लाग की पोस्टों पर 2565 टिप्पणियां मिली हैं। इस ब्लाग का 20 से ज्यादा चिट्ठों में उल्लेख हो चुका है। इसी के साथ हमारे इस ब्लाग की कई पोस्टों को कई समाचार पत्रों ने प्रकाशित किया है।
हम जब ब्लाग जगत में आए थे, तब हमें मालूम नहीं था कि हमें यहां पर इतना ज्यादा प्यार मिलेगा कि हमें लिखने के लिए अपनी दिनचर्या को भी बदलना पड़ेगा। हम बताना चाहते हैं कि प्रेस के काम के बाद हमें रात को एक बजे के बाद ही सोना नसीब होता है। ऐसे में पहले हम सुबह 9 बजे के बाद ही उठते थे, लेकिन जब से ब्लाग लिखने लगे हैं हमें 6 से 7 बजे के बीच उठाया पड़ता है क्योंकि सुबह 11 बजे प्रेस जाना पड़ता है मीटिंग में। इसके बाद प्रारंभ हो जाती है, रोज की खबरों के लिए मशक्कत।
हम उन सभी ब्लागर मित्रों के साथ पाठकों और उन मित्रों के तहे दिल से आभारी हैं जो हमारे ब्लाग पर अपनी नजरें इनायत करते हैं और अपने प्यार के रूप में टिप्पणियों की बरसात करते हैं। हम आशा करते हैं कि हमें ब्लाग बिरादरी के साथ पाठकों का इसी तरह से प्यार और स्नेह मिलता रहेगा। इसी उम्मीद के साथ विदा होते हैं कि कल फिर से नई पोस्ट के साथ हाजिर होंगे।
29 टिप्पणियाँ:
इस उपलब्धि पर बहुत-बहुत बधाई!
तूफानी आंकड़े है...जारी रहिये...बहुत बधाई हो और अनेक शुभकामनाएँ.
बहुत बहुत बधाई
आपको बधाई, ग्वालानी जी. आपसे निवेदन है कि कृपया एक ही फॉण्ट साइज़ और एक ही रंग के फॉण्ट में लिखें. फिर किसी बात को विशेष बल देने के लिए आप उसे बोल्ड या इटालिक कर सकते हैं.
बस ऐसे ही चलते रहिये, हम आपका अनुसरण कर रहे हैं।
निशांत जी के आग्रह को मेरा आग्रह भी मानें।
आज अलसुबह धमाका कर दिया,मतलब अभी दिवाली गयी नही है,बधाई 700 पोस्ट की,कामना है कि आप हिमालय सी उँचाईयों को छुएं, राम-राम
लिखाड़ एक्सप्रेस ऐसे ही दौड़ती रहे
गजब कर दिया आपने गुरु
वाह जी! बहुत बहुत बधाई।
शुभकामनाएँ
बी एस पाबला
आपका खेलगढ़ भी राजतंत्र की राह पर चले यही शुभकामना है
ऐसे ही लिखते रहें यही कामना है
क्या खाकर लिखते हैं जी आप
बहुत बहुत बधाई
बहुत बधाई !!
bahut- bahut badhai
बधाई हो राजकुमार।इस बात पर तो पार्टी-शार्टी होनी चाहिये।नही तो क्लब आ जाना एक कप चाय मै ही पिला दूंगा।
बहुत बहुत बधाई
हमारी भी बधाई
नौ माह में ७०० पोस्ट ?
क्या के रए हो मियाँ ।
बधाई हो !
बहुत बहुत बधाई
इस सक्रियता के लिए आप वाकई बधाई के पात्र हैं।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को प्रगति पथ पर ले जाएं।
बहुत बहुत बधाई
ऐसे ही लिखते रहें
हमारी भी बधाई
खेलगढ़ भी राजतंत्र की राह पर चले यही शुभकामना है
बधाई है जी।
बहुत बहुत बधाई
बधाई हो ... एक्सप्रेस पोस्टिंग रही है ...
शुभकामनाएं |
बहुत बहुत बधाई
एक टिप्पणी भेजें