ये बच्चा किसका है?
एक ट्रेन के एक डिब्बे में एक डॉक्टर और नर्स सफर करते हैं। उस ट्रेन में इन दो यात्रियों के अलावा कोई नहीं रहता है। ये ट्रेन जब बिलासपुर से रायपुर पहुंचती है तो ट्रेन से उतरने पर इन दो यात्रियों के साथ एक नवजात शिशु रहता है। अब यहां पर सवाल यह है कि जो डॉक्टर है वह बच्चे का बाप नहीं है और जो नर्स है वो बच्चे की मां नहीं है तो फिर बच्चा किसका है। आपको यही बताना है कि बच्चा किसका है। ट्रेन में बच्चा पड़ा भी नहीं था। यह बात समझ ले। तो जल्दी से बताएं?
12 टिप्पणियाँ:
भईया, डाक्टर बच्चे की मां है और नर्स बच्चे का बाप है.
आदमी भी तो नर्स हो सकते हैं?
अब बच्चा है तो उसका बाप भी होगा, ऐसा करते है चलिए साथ-साथ खोजते हैं जिसको पहले मिल जाए बता देगा
कहीं बच्चा पुराने रेल मंत्री का तो नहीं है?
अरे यार काहे सिर खफा रहे हैं कोई ट्रेन में छोड़ गया होगा।
अरे यार सुबह-सुबह मगज खपाई ठीक नही,
अभी दिवाली मनाई कुछ तो जमा होने दो,
बहुत खर्चा हो गया है,
हा-हा-हा-हा , अरे भाई सहाब बच्चा डाक्टर का है , डाक्टर साहिबा ने ट्रेन में जना उसको, नर्स की मदद से ! मैं भी तो बगल वाले कम्पार्टमेंट में ही सफ़र कर रहा था उस समय !!
बेनामी जी की टिपण्णी भी गौर फरमाने लायक है हा-हा--हा-हा
राजकुमार तुम अभी तक़ अपनी पुरानी बीट रेल्वे से बाहर निकले ही नही हो लगता है।अब तो दूसरो के फ़टे मे टांग अड़ाना छोड दो भैया।वैसे अरुण जी और गोदियाल जी ने सब बता ही दिया है,मैं बताऊंगा भी तो वो नकल ही कहलायेगा।एक बात है आईटम एक से एक ला रहे हो।
अनिल जी की इस बात से मैं भी सहमत हूं कि आप आईटम तो एक से एक ला रहे हैं। इसी तरह से लगे रहे।
कमाल का जोक मारा है गुरु
अनिल जी
आपने रेलवे बीट की याद दिला दी, हम तो उसे भूल ही गए थे। उस बीट के तो कई किस्से हैं। उन पर भी लिखना पड़ेगा लगता है। वैसे राजीव गांधी के हत्यारे काने शिवरासन की किस्सा तो हम लिख ही चुके हैं। चलिए आपने रेलवे बीट की याद दिलाई इसके लिए धन्यवाद। उम्मीद है आप अपने इस छोटे भाई का हौसला इसी तरह से बढ़ाते रहेंगे। वैसे आपके लेखन के कमाल के आगे सभी फीके हैं। न जाने कहां कब किस सागर से कौैन सा मोती निकालकर अचानक पेश कर देते हैं।
महिला डॉक्टर का है बच्चा, समझे बच्चा
हमारा एक बच्चा खो गया है, कही यह वही तो नहीं है.... हां..हां...
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