1000 पोस्ट भी हो ही गई पूरी ....
ब्लाग जगत में हमें एक साल भी नहीं हुआ है और हमारी 1000 पोस्ट पूरी हो गई है। जब हमने ब्लाग जगत में 23 फरवरी 2009 को खेलगढ़ के माध्यम से कदम रखा था तब हमें मालूम नहीं था कि हमारे लिखने का कारवां इतना लंबा हो जाएगा। लेकिन ब्लागिंग के नशे में हम ऐसे फंसे हैं कि अब इसके बिना रहा नहीं जाता है। वैसे हम एक बात बता दें कि हमारे लिए ब्लाग की दुनिया कोई नई नहीं है। करीब तीन साल पहले हमने इस दुनिया में हरफनमौला नाम के ब्लाग के साथ कदम रखा था, पर तब हम इस ब्लाग को नियमित नहीं रख सके। इसके बाद अक्टूबर 2008 में राजकुमार ग्वालानी नाम से एक ब्लाग बनाया जो कि अब भी जिंदा है, पर इसमें भी हम नियमित नहीं लिख पाए, लेकिन खेलगढ़ के बाद राजतंत्र ने हमें एक नया मुकाम दिया है। आज राजतंत्र के कारण ही हमारी ब्लाग जगत में एक अलग पहचान है।
ब्लाग जगत से हमारा रिश्ता यूं तो तीन साल पुराना है, लेकिन हम अपने इस रिश्ते को एक साल का ही मानते हैं। हमने ब्लाग जगत में नियमित लेखन का प्रारंभ 3 फरवरी से तब किया जब खेलगढ़ में हमने पहली पोस्ट लिखी। इसके बाद एक और ब्लाग राजतंत्र प्रारंभ किया। इस ब्लाग में हमने लिखने की शुरुआत 23 फरवरी से की है। तब से लेकर अब तक हम लगातार बिना रूके लिख रहे हैं। कोई भी दिन ऐसा नहीं रहा है जब हमने राजतंत्र में कोई पोस्ट नहीं लिखी है। अभी इसमें लिखते हुए एक साल भी नहीं हुआ है और इस ब्लाग ने ब्लाग जगत में अपनी एक विशेष पहचान बना ली है। राजतंत्र की बात करें तो इसमें हमने आज की पोस्ट को मिलाकर अब तक 357 पोस्ट लिखी है। इन पोस्टों पर हमें 3479 टिप्पणियां मिली हैं। इसी के साथ इस ब्लाग में हमें 28800 पाठक मिले हैं। हमारे इस ब्लाग के जहां 46 समर्थक हैं, वहीं इसका सक्रियता क्रमांक 26 जनवरी की तारीख में चिट्ठा जगत में 42 है।
अब जहां तक खेलगढ़ की बात है तो इस ब्लाग में हमने अब तक 644 पोस्ट लिखी है। इन पोस्टों पर हमें महज 160 टिप्पणियां ही मिली हैं। इस ब्लाग को पाठक भी काफी कम मिले हैं। कुल 5017 पाठकों ने इस ब्लाग को देखा है। इस ब्लाग के 15 समर्थक हैं। हमने इस ब्लाग को यह सोचकर प्रारंभ किया था कि अपने राज्य की खेल गतिविधियों से समूचे संसार को अवगत करवा सके। यह काम तो हम नियमित करते रहेंगे फिर भले इस ब्लाग को ज्यादा पाठक न मिले।
बहरहाल हमें इस बात की खुशी है कि हमारे ब्लाग राजतंत्र ने काफी कम समय में इतना अच्छा काम किया है कि आज उसकी एक अलग पहचान है। हम इसके लिए अपने सभी ब्लागर मित्रों के तहे दिल से आभारी है और उम्मीद करते हैं कि हमें उनका प्यार और स्नेह इसी तरह से मिलता रहेगा। हमारी कोशिश होगी कि जब राजतंत्र का एक साल पूरा हो तो खेलगढ़ और राजतंत्र को मिलाकर हमारी पोस्ट का आंकड़ा 11 सौ तक पहुंच जाए।
20 टिप्पणियाँ:
एक उल्लेखनीय पड़ाव को पार कर लेने की बधाई
भविष्य हेतु शुभकामनाएँ
बी एस पाबला
जबरदस्त!!
बहुत बधाई और अनेक शुभकामनाएँ.
हजारी मानव होना आसान नहीं..यहाँ अभी ६ साल बाकी हैं. :)
... बहुत-बहुत बधाई !!!
बहुत बहुत बधाई...
बहुत बहुत बधाई! यह लक्ष्य इतना आसान नहीं। आप ने पूरा किया। फिर से बधाई! यह ऊर्जा बनाए रखें।
1000 पोस्ट ....!
बहुत बहुत बधाई राजकुमार जी!!
बहुत-बहुत बधाई आपको ।
वाकई जोरदार उपलब्धि है. बहुत बधाई आपको.
रामराम.
बहुत बहुत बधाई बहुत अच्छी उपलब्धि है।
बधाई और शुभकामनाएँ
एक वर्ष का समय और एक हजार पोस्ट.......ये आपकी मेहनत को दर्शाता है. आपको बधाई.
आपसे और बहुत अंक बढ़ाने की अपेक्षा रखता है ब्लॉग जगत
बधाई , नियमित और अच्छे लेखन के १००० पोस्टों के लिये
बधाई, इतने कम समय में इतनी पोस्ट लिखने पर।
इससे ब्लॉगजगत पर आपकी सक्रियता जाहिर होती है।
बना रहे यह जज्बा।
शुभकामनाएं
bahut bahut badhayi......ye jajba aage bhi banaye rakhiyega
बहु्त बहुत बधाई,
blog vaalo jara hoshiyaar,
blog-jagat k ye hai rajkumaar....
badhai...prince...
बहुत बहुत बधाई राजकुमार जी!!
Badhai ji..
Jai Hind...
अरे वाह। बधाई।
बहुत बहुत बधाई.
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