ट्रिपल नाइन के स्वागत के लिए तैयार रहे
सितंबर का माह भी एक अनोखी सौगात लेकर आया है। इस माह में ट्रिपल नाइन का संयोग पडऩे वाला है। वैसे देखा जाए तो आप एक नहीं बल्कि दो-दो ट्रिपल नाइन का मजा ले सकते हैं।
सिंतबर में जब 9 तारीख आएगी तो इसी के साथ ट्रिपल नाइन का संयोग बनेगा। 9 तारीख 9 वां माह और 2009 की अंतिम संख्या 9 यानी हो गए न ट्रिपल नाइन। इन ट्रिपल नाइन में एक खास बात यह भी है कि तीनों नौ का योग 27 होता है और इसका योग भी 9 होता है। यानी चार नाइन का मजा। अब अगर इस मजे को और रोमांचक बनाना है तो हम बताते हैं आपको कि कैसे डबल ट्रिपल नाइन का मजा लिया जा सकता है। 9 सिंतबर के दिन ठीक 9 बजकर 9 मिनट 9 सेकेंड को जोड़ दिया जाए तो हो गए न डबल ट्रिपल नाइन। अब इन ट्रिपल नाइन के बारे में ज्योतिषियों का मत देखा जाए तो इसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ज्योतिषियों का कहना है कि यह दिन मेष, कर्क, मीन, धनु और सिंह राशि के लिए अतिशुभ है। कुंडली में भी नलांश को ज्योतिषी विशेष महत्व देते हैं। लग्न कुंडली, चंद्र कुंडली और सूर्य कुंडली से ज्यादा नवांश का महत्व माना जाता है। 9 सिंतबर के बारे में बताया जा रहा है कि इस दिन मंगल मिथुन राशि में रहेगा। मिथुन का ग्रह बुध है, बुध को मंगल का सम माना जाता है। जबकि मंगल बुध का शत्रु है। 9 सितंबर को वार भी बुधवार है।
ज्योतिषी कहते हैं कि 9 सितंबर को कन्या और मिथुन राशि को लाभ नहीं होगा। तुला, वृष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए सामान्य फल कारक रहेगा ट्रिपल नाइन। इस दिन को साल का सबसे श्रेष्ठ दिन माना जा रहा है। इस श्रेष्ठ दिन के कारण ही पितृ पक्ष होने के बाद भी 9 सितंबर को खरीददारी के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वैसे पितृ पक्ष में खरीददारी नहीं की जाती है, पर इस बार ट्रिपल नाइन से इस पक्ष में भी सराफा बाजार में रौनक की रहने खबरें आ रही हैं। तो हो जाए आप भी तैयार ट्रिपल नाइन का स्वागत करने के लिए और अपने दिन को खास बना लें।
10 टिप्पणियाँ:
रोचक और अच्छी जानकारी है, आभार
अंको के अनोखे संयोग हो रहे हैं इस वर्ष !!
साल में कितने बार ये आते है ९९९? हमने तो हाल ही में इस जोयतिसी के बारे में खूब सुना पर क्या ये फ़िर से ९९९ का योग आने वाला है?
हम भी मीन राशि हैं. देखते हैं क्या शुभ संयोग बनते हैं उस दिन।
ऐसी ही नई जानकारियों से अवगत कराते रहे
achhi jaankari hai, t v par bhi iske vishay me kaha jaa raha hai
हम तो रोज ही शाम को ट्रिपल नाईन मे होते है जनाब हमे क्या फ़रक पड्ना है :)
जिस ज्योतिषी नें ये सब कहा है......वो ज्योतिषी नहीं बल्कि कोई घसियारा होगा। ज्योतिष में इस प्रकार की अंक आधारित कोई पद्धति नहीं है...ओर अंक ज्योतिष एक अलग विधा है लेकिन उसमें कुंडली,नंवाश कुंडली,चंद्रकुंडली इत्यादि का कोई स्थान नहीं है!!!
शर्मा जी
अब वह ज्योतिषी घसियारे हैं, या और कुछ हम तो नहीं जानते, क्योंकि न तो हम ज्योतिष के बारे में कुछ जानते हैं और न नहीं ज्योतिषियों के बारे में हमें तो लगा कि वो बंदा ज्योतिषी है तो ठीक ही कह रहा होगा, सो हमने उनकी बात लिख दी। उनकी यही बात कुछ अखबारों में भी प्रकाशित की गई है। वैसे इतना तो हमें जरूर पता है कि ज्योतिष के नाम पर लोग ठगने का काम करते हैं, पर गलत जानकारी अखबारों को देते हैं, यह मालूम न था। आपने लिखा है तो ठीक ही लिखा होगा, अगली बार ऐसी कोई पोस्ट लिखने से पहले हम जरूर सोचेंगे। वैसे भी हम ज्योतिष पर लिखते नहीं हैं क्योंकि जिस मामले में हम अनाड़ी हंै उसके खिलाड़ी बनने से क्या फायदा।
ऐसी बातें ही भ्रम पैदा करती हैं। अच्छी बात यह है राजकुमार जी कि आपने अपनी स्थिति स्पष्ट की। कई लोग तो पता नहीं होने पर भी डट जाते हैं। और ऐसा शो करते हैं जैसे उन्होंने गढ़ा खजाना हासिल कर लिया है और दूसरे बिना बात पूंछ फाड़ने में लगे हैं। :)
वैसे मैं तो कहूंगा दिल खुश करने को जोशी यह ख्याल भी अच्छा ही है .... :)
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