बैटन ९ अगस्त को आएगी छत्तीसगढ़
दिल्ली में २०१० में होने वाले कामनवेल्थ खेलों की मशाल यानी बैटन का छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ९ अगस्त को आगमन होगा। यह मशाल प्रदेश में चार दिनों तक रहेगी। इस मशाल के स्वागत की तैयारी करने के लिए प्रदेश के खेल विभाग को कहा गया है।
दिल्ली में कामनवेल्थ खेल अगले साल अक्टूबर में होंगे। इन खेलों में भाग लेने वाले ७० देशों में बैटन की रैली हो रही है। मशाल रैली का आगाज लंदन से २९ अक्टूबर को हो चुका है। अब यह बैटन सबसे पहले उन सभी देशों की यात्रा करेगी जो देश कामनवेल्थ में शामिल हैं। इन ७० देशों की २७० दिनों में एक लाख ७० हजार किलो मीटर की यात्रा यह बैटन करेगी। इस यात्रा का अंतिम पड़ाव भारत होगा। भारत में बैटन का प्रवेश बाघा बॉर्डर से २५ जून को होगा। यहां आने के बाद बैटन का भारत भ्रमण प्रारंभ होगा। भारत में यह बैटन हर राज्य में भेजी जाएगी। भारत में बैटन १०० दिनों में २० हजार किलो मीटर की यात्रा करेगी।
बैटन का छत्तीसगढ़ में ९ अस्गत को आगमन होगा। संबलपुर से बैटन दोपहर को एक बजे रायपुर आएगी।। रायपुर में बैटन ९ अगस्त को रहने के बाद १० अगस्त को राजधानी में इसकी एक विशाल रैली निकाली जाएगी और यह रैली पूरी राजधानी का भ्रमण करेगी। इस रैली की तैयारी का जिम्मा खेल एवं युवा कल्याण विभाग को दिया गया है।
रैली के लिए विभाग अंतरराष्ट्रीय के साथ राष्ट्रीय खिलाडिय़ों की भी मदद लेगा। इसकी रूपरेखा तैयार करने का काम फिलहाल प्रारंभ नहीं किया गया है। खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि वैसे उन सभी जिलों को पत्र लिख दिए गए हैं जहां से यह बैटन जाएगी।
११ अगस्त को यह बैटन रायपुर से २ बजे जगदलपुर के लिए रवाना होगी। वहां पहुंचने के बाद अगले दिन शहर भ्रमण के बाद यह बैटन भोपालपट्नम के लिए रवाना होगी। बैटन का अंतिम पड़ाव दिल्ली होगा। दिल्ली में बैटन का प्रवेश कुरूक्षेत्र से ३० सितंबर को हो जाएगा। इसके बाद बैटन दिल्ली का भ्रमण करेगी। दिल्ली में नार्थ, ईस्ट, और सेंटर में भ्रमण के बाद यह बैटन ३ अक्टूबर को उस स्टेडियम में जाएगी जहां कामनवेल्थ खेलों का प्रारंभ होगा।
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