खेलगढ़ पांच सैकड़ा पार, राजतंत्र तिहरे शतक के करीब
देखते ही देखते हमारे ब्लाग खेलगढ़ ने पोस्ट का पांच सैकड़ा पार कर लिया है। हमने ब्लाग जगत में इसी ब्लाग के माध्मय से फरवरी में कदम रखा था। तब से लेकर अब तक इस ब्लाग को कम पाठकों और नहीं के बराबर टिप्पणियों के बाद भी जिंदा रखा है। दूसरी तरफ हमारे दूसरे ब्लाग राजतंत्र में लिखने का सिलसिला यूं तो फरवरी में ही प्रारंभ कर दिया था, लेकिन इसमें नियमित लेखन अप्रैल से ही कर रहे हैं। इस ब्लाग को काफी कम समय में बहुत ज्यादा स्नेह और प्यार मिला है। इस ब्लाग में तिहरा शतक होने वाला है। अभी यह 280वीं पोस्ट है।
हम जब ब्लाग जगत में आए थे तब हमें भी नहीं मालूम था कि हम इसमें इतने ज्यादा रम जाएंगे। लेकिन इसका नशा ऐसा चढ़ा है कि शराब का भी नशा क्या होगा इसके सामने। आज हमारे ब्लाग खेलगढ़ में 500 से ज्यादा पोस्ट हो गई है। इस ब्लाग में रोज हम दो से ज्यादा पोस्ट देते हैं, इसके बाद भी एक दुखद पहलू यह है कि इस ब्लाग के पाठक कम हैं। लगता है कि खेलों को अपने ब्लाग जगत में ज्यादा पसंद नहीं किया जाता है। लेकिन इससे हमारे उत्साह में कोई फर्क पडऩे वाला नहीं है। हमारे इस ब्लाग को रोज जितने पाठक मिल रहे हैं उसी से हमें संतोष है। हमारे राज्य के खेल की खबरों को एक मंच देने का काम हमने किया है और इस ताउम्र जारी रखने का प्रयास रहेगा।
इधर हमारे दूसरे ब्लाग राजतंत्र को बहुत ज्यादा स्नेह, प्यार और दुलार मिला है। इसके लिए हम अपने ब्लागर मित्रों और सभी पाठकों के तहे दिल से आभारी हैं। हमारे इस ब्लाग में पोस्ट का तिहरा शतक संभवत: अगले माह तक पूरा हो जाएगा। लेकिन खेलगढ़ और राजतंत्र को मिलाकर 800 पोस्ट बस होने ही वाली है। यह आंकड़ा एक दो दिनों में पार हो जाएगा। खेलगढ़ में इस समय 514 पोस्ट और राजतंत्र में 280 पोस्ट हो गई है बस एक सिक्सर की दरकार है और यह सिक्सर हम दो दिनों में लगा ही देंगे।
5 टिप्पणियाँ:
पाँच सौ
वाह बधाई
भाई, आपका परचम तो हर तरफ लहरा रहा है...बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ.
हमारी भी बधाई
बधाई।
हमारी भी बधाई
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