सावधान...आप होने वाले हैं गायब
सावधान.... होशियार.... खबरदार .... आपके लिए एक खतरनाक खबर है कि आप भी गायब होने वाले हैं। जनाब हमें क्यों कोस रहे हैं, ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि एक शोध कह रहा है कि जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि अब आप और हम यानी की पुरुष जाति पर ततुप्त होने का खतरा आ गया है। पुरुष पैदा करने की क्षमता रखने वाले वाई क्रोमोजोम पर अब संकट के बादल छा गए हैं और ऐसे में इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि पुरुष दुनिया के नक्शे से गायब हो सकते हैं। हालांकि इसमें काफी समय लगेगा लेकिन यह खतरनाक बात सामने जरूर आ गई है। इस बात का खुलासा एक शोध में हुआ है कि वाई क्रोमोजोम के जींस अब बहुत कम हो गए हैं और इन कम जिंसों के कारण ही देश के कई राज्यों में महिला और पुरुषों की संख्या में भारी अंतर है। महिलाओं की संख्या वैसे भी इस वजह से कम रहती हैं कि आज भी कन्या भ्रूण को लोग मार डालते हैं। लड़का पैदा करने वाले क्रोमोजोम जो कि वाई हैं वह पुरुषों में ही होते हैं। पुरुष में एक्स क्रोमोजोम भी होते हैं। साइंस के मुताबिक जब पुरुष का वाई और महिला का एक्स क्रोमोजोम मिलता है तो लड़का होता है और पुरुष का एक्स और महिला का एक्स मिलने पर लड़की होती है। संभव है कि किसी पुरुष में वाई क्रोमोजोम हो ही न। ऐसे में उनमें लड़का पैदा करने की क्षमता ही नहीं होगी। अब अगर पुरुष में ही लड़का पैदा करने की क्षमता नहीं है तो फिर इसके लिए महिला कैसे दोषी हो गई है?
दिल्ली में हुए एक शोध में यह बात सामने आई है कि वाई क्रोमोजोम की संख्या में भारी गिरावट आई है। आज से करीब 30 लाख साल पहले जो वाई क्रोमोजाम 1400 था, वह आज की तारीख में महज 45 रह गया है। वैसे इसके समाप्त होने में लाखों साल लग जाएंगे लेकिन एक बड़ा खतरा
लड़का पैदा करने वाले क्रोमोजोम जो कि वाई हैं वह पुरुषों में ही होते हैं। पुरुष में एक्स क्रोमोजोम भी होते हैं। साइंस के मुताबिक जब पुरुष का वाई और महिला का एक्स क्रोमोजोम मिलता है तो लड़का होता है और पुरुष का एक्स और महिला का एक्स मिलने पर लड़की होती है। संभव है कि किसी पुरुष में वाई क्रोमोजोम हो ही न। ऐसे में उनमें लड़का पैदा करने की क्षमता ही नहीं होगी। अब अगर पुरुष में ही लड़का पैदा करने की क्षमता नहीं है तो फिर इसके लिए महिला कैसे दोषी हो गई है? लड़का पैदा न कर पाने के लिए अगर अनपढ़ लोग महिला को दोषी मानते हैं तो एक बार बात समझ में आती है लेकिन यहां तो पढ़े-लिखे लोग भी ऐसा करते हैं तब उनके इस व्यवहार पर गुस्सा आता है।
बहरहाल इस समय बात हो रही है कि वाई क्रोमोजोम का अस्तित्व खतरे में है। वैसे ज्यादा घबराने वाली बात इसलिए नहीं है कि फिलहाल कोई आपातकाल जैसी स्थिति नहीं है और वाई क्रोमोजोम को समाप्त होने में अभी 50 लाख साल लग जाएंगे।
20 टिप्पणियाँ:
आप तो किसी जादूगर की तरह लिखने लगे दोस्त और मैं तो डर ही गया कि क्या मैं भी गायब होने वाला हूं। अच्छा लेख है साथ ही इसको आपने रोचक बना दिया है, बधाई
भ्रूण हत्या पर अंकुश लगना ही चाहिए, पर कानून होने के बाद भी गलत डॉक्टरों के कारण हत्याओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। ऐसे डॉक्टरों को पकड़वाने का काम समाज को ही करना होगा।
आपने महिलाओं की व्यथा को समझा इसके लिए आभार
आपने तो डरा ही दिया था, लेकिन लेख पढऩे के बाद शांति मिली की चलो खतरा अभी खतरनाक नहीं हुआ है।
बहुत ही भयानक लिखते है गुरु
आपकी इसी बात को आगे बढ़ाने के लिए पिछले वर्ष का यह लेख देखें
आज पढ़े-लिखे लोग ही तो अनपढ़ और गंवारों जैसी हरकतें करने लगे हैं जिसके कारण समाज का समीकरण बिगड़ रहा है।
अच्छी जानकारी दी आभार
अभी अभी एक मित्र अखबार में पढ़ी इस शोध का उल्लेख कर रहा था। अब इसे आप के ब्लाग पर पढ़ रहा हूँ।
मुझे लगता है कि पुरुषप्रधान समाज जो अन्याय महिलाओं के साथ करता है। प्रकृति उसे समझ कर अपना काम कर रही है।
द्विवेदी जी से मैं भी सहमत हूं। हकीकत में पुरुष प्रधान समाज में जो महिलाओं के साथ जो होता है उसकी सजा तो मिलनी ही है। अब यह सजा चाहे जो भी दे। कहा जाता है प्रकृति किसी को नहीं छोड़ती है, सो प्रकृति अपना काम कर रही है।
आपने बिलकुल सही लिखा है कि भ्रूण में कन्याओं की हर राज्य में हत्या कर दी जाती है। इससे यह साबित होता है कि आज नारी ही नारी की दुश्मन है। नारी पर दबाव डालकर भी ऐसा करवाया जाता है। नारी की मजबूरी से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। भ्रूण हत्या रोकने के लिए नारियों को ही सामने आना पड़ेगा उनका विरोध ही कोई रास्ता दिखा सकता है।
इस प्रकार के शोधों में कोई दम नहीं......ये सिर्फ किसी नई दवा या अन्य उत्पाद के लिए बाजार निर्मित करने के ढकोसले मात्र हैं. अभी पीछे पीछे कोई कम्पनी "वाई क्रोमोसोम" में बढोतरी का कोई फार्मूला लेकर आती होगी. किन्तु कन्या भ्रूण हत्या का विषय अपने आप में जरूर चिन्ताजनक है.
अच्छी रोचक जानकारी...
अच्छी रोचक जानकारी दी आपने, आभार
कन्या भ्रूण हत्या करने में पढ़े लिखे अमीर लोग सबसे आगे हैं
मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
पहले पढ़ना डर के मारे शुरु किया फिर रोचकता पढ़वाती गई.
बात सही है. अच्छा आलेख.
अनिल जी से हम भी सहमत हैं
साइंस के मुताबिक जब पुरुष का वाई और महिला का एक्स क्रोमोजोम मिलता है तो लड़का होता है और पुरुष का एक्स और महिला का एक्स मिलने पर लड़की होती है। संभव है कि किसी पुरुष में वाई क्रोमोजोम हो ही न। ऐसे में उनमें लड़का पैदा करने की क्षमता ही नहीं होगी। अब अगर पुरुष में ही लड़का पैदा करने की क्षमता नहीं है तो फिर इसके लिए महिला कैसे दोषी हो गई है?
यह बात आपने बिलकुल 100 प्रतिशत सच कही है। ऐसा मानने वाले पुरुषों की समाज में आज कमी है। अगर पुरुष ऐसा मानने लगे और अपनी पत्नी का साथ दे तो भ्रूण हत्या पर विराम लग सकता है।
बात तो बहुत पुराने है मगर कोई कबूले तब तो, हर किसी को लड़का ही चाहिए क्या किया जाये
वीनस केसरी
उडऩ तस्तरी ने ठीक कहा है, पहले तो मैं भी डर रहा था, ऐसा लग रहा था कि कहीं ऐसा तो नहीं है लेख पढ़ते-पढ़ते ही हम गायब हो जाएंगे। एक शोध को आपने काफी रोचक अंदाज में पेश किया है, मेरा धन्यवाद स्वीकार करें मित्र
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